MG Windsor EV की ताबड़तोड़ बिक्री ने सबको चौंकाया, Hector और ZS EV की बिक्री में भारी गिरावट

एमजी विंडसर ईवी ने फरवरी 2025 में 2,431 यूनिट्स बिक्री के साथ टॉप सेलिंग इलेक्ट्रिक कार का खिताब बरकरार रखा। एमजी हेक्टर 515 यूनिट्स के साथ दूसरे, जबकि जेडएस ईवी 399 यूनिट्स के साथ तीसरे स्थान पर रही। कॉमेट, एस्टर और ग्लॉस्टर की बिक्री में गिरावट देखी गई। भारतीय कार बाजार में एमजी की मजबूत मौजूदगी कायम है।
MG Windsor EV की ताबड़तोड़ बिक्री ने सबको चौंकाया, Hector और ZS EV की बिक्री में भारी गिरावट

भारतीय कार बाजार में एमजी मोटर की गाड़ियां हमेशा से लोगों की पसंद रही हैं। अगर हम फरवरी 2025 की बिक्री के आंकड़ों पर नजर डालें, तो एक बार फिर एमजी विंडसर ईवी (MG Windsor EV) ने शानदार प्रदर्शन करते हुए पहला स्थान हासिल किया है। इस इलेक्ट्रिक कार ने पिछले महीने 2,431 नए ग्राहकों का दिल जीता।

खास बात यह है कि पिछले कुछ महीनों से एमजी विंडसर ईवी लगातार देश की सबसे ज्यादा बिकने वाली इलेक्ट्रिक कार (top-selling electric car) बनी हुई है। आइए, अब एमजी के बाकी मॉडलों की बिक्री पर भी नजर डालते हैं और जानते हैं कि इनका प्रदर्शन कैसा रहा।

इस बिक्री सूची में दूसरा स्थान एमजी हेक्टर ने हासिल किया। इस लोकप्रिय एसयूवी ने फरवरी में 515 यूनिट्स की बिक्री दर्ज की, लेकिन सालाना आधार पर इसमें 72 प्रतिशत की भारी गिरावट देखी गई। वहीं, तीसरे नंबर पर एमजी जेडएस ईवी (MG ZS EV) रही, जिसे 399 नए ग्राहक मिले।

हालांकि, इस मॉडल की बिक्री में भी पिछले साल के मुकाबले 31 प्रतिशत की कमी आई। ये आंकड़े बताते हैं कि इलेक्ट्रिक वाहनों की मांग बढ़ रही है, लेकिन कुछ मॉडलों को बाजार में चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।

अब बात करते हैं उन मॉडलों की जो इस सूची में थोड़ा पीछे रहे। चौथे स्थान पर एमजी कॉमेट (MG Comet) रही, जिसने 291 नए खरीदारों को आकर्षित किया। इसके बाद पांचवें नंबर पर एमजी एस्टर (MG Astor) ने जगह बनाई, लेकिन इसकी बिक्री में 75 प्रतिशत की भारी गिरावट के साथ केवल 264 यूनिट्स ही बिक पाईं।

वहीं, सूची में सबसे आखिरी पायदान पर एमजी ग्लॉस्टर (MG Gloster) रही। इस प्रीमियम एसयूवी की बिक्री में 39 प्रतिशत की कमी आई और यह केवल 102 यूनिट्स तक सीमित रही। कुल मिलाकर, एमजी की गाड़ियां भारतीय बाजार में अपनी मजबूत मौजूदगी दर्ज करा रही हैं, लेकिन कुछ मॉडलों को बिक्री बढ़ाने के लिए नए प्रयासों की जरूरत है।

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