एक वक्त की नंबर 1 कंपनी, अब तीसरे पायदान पर - ग्राहकों का टूटा भरोसा

मई 2025 में ओला इलेक्ट्रिक बाजार हिस्सेदारी में तीसरे स्थान पर खिसक गई, जबकि टीवीएस मोटर और बजाज ऑटो ने इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर बाजार में अपनी मजबूत स्थिति बनाई। ओला की बिक्री 37,388 से घटकर 18,499 यूनिट्स रह गई, और ग्राहकों ने क्वॉलिटी, रेंज, और सर्विस नेटवर्क को लेकर शिकायतें कीं।
एक वक्त की नंबर 1 कंपनी, अब तीसरे पायदान पर - ग्राहकों का टूटा भरोसा

कभी भारतीय इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर बाजार में अपनी बादशाहत कायम करने वाली ओला इलेक्ट्रिक आज मुश्किल दौर से गुजर रही है। मई 2025 की बिक्री के आंकड़े बताते हैं कि ओला अब पहले पायदान से खिसककर तीसरे स्थान पर आ गई है। टीवीएस मोटर और बजाज ऑटो ने शानदार प्रदर्शन के साथ बाजार में अपनी मजबूत पकड़ बना ली है।

लेकिन, ओला ने हार नहीं मानी है। कंपनी ने अपनी नई इलेक्ट्रिक बाइक रोडस्टर एक्स लॉन्च कर एक नया दांव खेला है। सवाल यह है कि क्या यह बाइक ओला की खोई हुई साख को वापस ला पाएगी?

पिछले साल मई 2024 में ओला ने 37,388 इलेक्ट्रिक स्कूटर बेचे थे, लेकिन मई 2025 में यह आंकड़ा गिरकर मात्र 18,499 यूनिट्स रह गया। इस दौरान कंपनी का बाजार हिस्सा 49% से घटकर 18% पर आ गया। दूसरी ओर, टीवीएस मोटर ने 24,560 यूनिट्स बेचकर 24% बाजार हिस्सा हासिल किया, जबकि बजाज ऑटो ने 21,770 यूनिट्स के साथ 22% हिस्सेदारी पर कब्जा जमाया।

यह गिरावट सिर्फ आंकड़ों तक सीमित नहीं है। ग्राहकों की शिकायतें, जैसे खराब सस्पेंशन, बैटरी रेंज को लेकर गलत दावे, और सर्विस सेंटर की कमी, ने ओला की विश्वसनीयता पर सवाल उठाए हैं।

इन चुनौतियों के बीच, ओला ने अपनी पहली इलेक्ट्रिक मोटरसाइकिल रोडस्टर एक्स को बाजार में उतारा है। 74,999 रुपये से शुरू होने वाली इस बाइक की कीमत 99,999 रुपये तक जाती है। यह तीन बैटरी विकल्पों के साथ उपलब्ध है और इसमें 11kW की शक्तिशाली मोटर दी गई है।

कंपनी का दावा है कि यह बाइक 124 किमी/घंटा की टॉप स्पीड और 200 किमी तक की रेंज दे सकती है। क्रूज कंट्रोल और रीजेनेरेटिव ब्रेकिंग जैसी आधुनिक तकनीकों से लैस यह बाइक निश्चित रूप से आकर्षक है। खासकर रोडस्टर एक्स प्लस वैरिएंट में और बेहतर रेंज का वादा किया गया है। यह बाइक न केवल तकनीकी रूप से उन्नत है, बल्कि उस सेगमेंट में कदम रखती है जहां अभी प्रतिस्पर्धा कम है।

हालांकि, केवल एक नई बाइक लॉन्च करना ओला के लिए पर्याप्त नहीं होगा। कंपनी को अपनी गुणवत्ता और सर्विस नेटवर्क पर गंभीरता से काम करना होगा। ग्राहकों का भरोसा जीतने के लिए ओला को अपने वादों को पूरा करना होगा। टीवीएस और बजाज ने साबित कर दिया है कि मजबूत सर्विस नेटवर्क और विश्वसनीय उत्पाद ही बाजार में टिकने की असली ताकत हैं।

ओला के पास तकनीक, निवेश और सपने तो हैं, लेकिन अब असली चुनौती ग्राहकों का विश्वास हासिल करने की है।

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