छोटी SUV की दुनिया में तहलका! अब टाटा पंच-नेक्सन नहीं, इस धाकड़ SUV पर लट्टू हो रहे ग्राहक

देश के SUV बाजार में मारुति सुजुकी इंडिया ने अपनी मजबूत पकड़ बना ली है। फरवरी 2025 में सब-कॉम्पैक्ट SUV (3.8-4 मीटर) सेगमेंट में मारुति का जलवा साफ दिखाई दिया। इस सेगमेंट में मारुति फ्रोंक्स न सिर्फ सबसे ज्यादा बिकने वाली SUV बनी, बल्कि पूरे देश की सबसे पॉपुलर कार भी रही।
वहीं, मारुति ब्रेजा ने दूसरा स्थान हासिल किया। टाटा की नेक्सन और पंच जैसी गाड़ियां इस बार पीछे रह गईं। टॉप-10 मॉडल्स की लिस्ट में किआ की नई सिरोस और स्कोडा की काइलक ने भी अपनी जगह बनाई, जबकि निसान मैग्नाइट और रेनो काइगर इस सूची से बाहर हो गए। आइए, इन गाड़ियों की बिक्री के आंकड़ों पर नजर डालते हैं और समझते हैं कि कौन सी गाड़ी बाजार में छाई रही।
फरवरी 2025 में सब-कॉम्पैक्ट SUV सेगमेंट की बिक्री में मारुति फ्रोंक्स ने 21,461 यूनिट्स के साथ शानदार प्रदर्शन किया। पिछले साल फरवरी 2024 में इसकी 14,168 यूनिट्स बिकी थीं, यानी इस बार 7,293 यूनिट्स की बढ़ोतरी हुई और इसे 51.48% की सालाना वृद्धि (YoY growth) मिली।
दूसरी ओर, मारुति ब्रेजा की 15,392 यूनिट्स बिकीं, जो पिछले साल की 15,765 यूनिट्स से 373 कम है। इस वजह से इसे 2.37% की गिरावट झेलनी पड़ी। टाटा नेक्सन ने 15,349 यूनिट्स बेचकर तीसरा स्थान पाया। पिछले साल की 14,395 यूनिट्स की तुलना में इस बार 954 यूनिट्स ज्यादा बिकीं और इसे 6.63% की वृद्धि हासिल हुई।
हालांकि, टाटा पंच की बिक्री में कमी आई। इस बार 14,559 यूनिट्स बिकीं, जो पिछले साल की 18,438 यूनिट्स से 3,879 कम है, जिसके चलते इसे 21.04% की गिरावट का सामना करना पड़ा।
हुंडई वेन्यू ने भी अच्छा प्रदर्शन किया और 10,125 यूनिट्स बेचीं। पिछले साल की 8,933 यूनिट्स से 1,192 यूनिट्स ज्यादा बिकने के साथ इसे 13.34% की वृद्धि मिली। महिंद्रा XUV3XO ने जबरदस्त उछाल लिया। इसकी 7,861 यूनिट्स बिकीं, जो पिछले साल की 4,218 यूनिट्स से 3,643 ज्यादा है।
इसकी सालाना वृद्धि 86.37% रही। किआ सोनेट की बिक्री में कमी देखी गई। इस बार 7,598 यूनिट्स बिकीं, जो पिछले साल की 9,102 यूनिट्स से 1,504 कम है और इसे 16.52% की गिरावट झेलनी पड़ी। वहीं, किआ सिरोस ने 5,425 यूनिट्स के साथ बाजार में कदम रखा। हुंडई एक्सटर की 5,361 यूनिट्स बिकीं, जो पिछले साल की 7,582 यूनिट्स से 2,221 कम है, जिसके चलते इसे 29.29% की गिरावट मिली। स्कोडा काइलक ने 3,636 यूनिट्स और टोयोटा टैसर ने 3,604 यूनिट्स बेचकर अपनी मौजूदगी दर्ज की।
निसान मैग्नाइट की बिक्री में भी कमी आई। इस बार 2,328 यूनिट्स बिकीं, जो पिछले साल की 2,755 से 427 कम है और इसे 15.5% की गिरावट झेलनी पड़ी। रेनो काइगर की हालत और खराब रही, इसकी महज 433 यूनिट्स बिकीं, जो पिछले साल की 1,047 से 614 कम है।
इसे 58.64% की भारी गिरावट का सामना करना पड़ा। दूसरी ओर, मारुति जिम्नी ने हल्की राहत पाई। इसकी 385 यूनिट्स बिकीं, जो पिछले साल की 322 से 63 ज्यादा है और इसे 19.57% की वृद्धि मिली। कुल मिलाकर, इस सेगमेंट में 1,13,517 यूनिट्स बिकीं, जो पिछले साल की 96,725 से 16,792 ज्यादा है। यह 17.36% की सालाना वृद्धि दर्शाता है। मारुति सुजुकी ने अपने अनुभव और विश्वसनीयता के दम पर बाजार में दबदबा कायम रखा है।