Sukanya Samriddhi Yojana : सिर्फ ₹250 देकर दोबारा चालू होगा निष्क्रिय खाता! जानिए पूरी प्रक्रिया और फायदे

Sukanya Samriddhi Yojana भारत सरकार की एक महत्वपूर्ण पहल है, जो Beti Bachao Beti Padhao अभियान के तहत बेटियों की शिक्षा और विवाह के लिए आर्थिक सुरक्षा प्रदान करती है। देशभर में चार करोड़ से अधिक खाते खोले जा चुके हैं, लेकिन Dhamtari District में 14,000 खाते निष्क्रिय होने से जागरूकता की कमी उजागर हुई है। 
Sukanya Samriddhi Yojana : सिर्फ ₹250 देकर दोबारा चालू होगा निष्क्रिय खाता! जानिए पूरी प्रक्रिया और फायदे

भारत सरकार की Sukanya Samriddhi Yojana बेटियों के उज्ज्वल भविष्य को सुनिश्चित करने वाली एक क्रांतिकारी योजना है। यह Beti Bachao Beti Padhao अभियान का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य बालिकाओं की शिक्षा और विवाह के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करना है।

इस योजना ने देशभर में चार करोड़ से अधिक बालिकाओं के लिए बचत खाते खोलकर उनके माता-पिता को एक सुरक्षित निवेश का अवसर दिया है। यह योजना न केवल आर्थिक मजबूती देती है, बल्कि समाज में बेटियों के प्रति सकारात्मक सोच को भी बढ़ावा देती है। आइए, इस योजना की विशेषताओं, चुनौतियों और समाधानों पर एक नजर डालते हैं।

निष्क्रिय खातों की चुनौती 

हाल ही में छत्तीसगढ़ के Dhamtari District में Sukanya Samriddhi Yojana के तहत एक चिंताजनक स्थिति सामने आई है। जिले में खोले गए 24,000 खातों में से करीब 14,000 खाते निष्क्रिय हो चुके हैं। इसका प्रमुख कारण है खाताधारकों में जागरूकता की कमी और योजना की शर्तों को पूरी तरह न समझ पाना।

कई माता-पिता खाता खोलने के बाद नियमित जमा करना भूल जाते हैं, जिसके चलते खाते निष्क्रिय हो जाते हैं। यह न केवल बेटियों के भविष्य को प्रभावित करता है, बल्कि योजना के मूल उद्देश्य को भी कमजोर करता है।

खाता पुनर्जनन 

निष्क्रिय खातों को पुनः सक्रिय करने के लिए सरकार ने एक सरल और किफायती प्रक्रिया शुरू की है। खाताधारक मात्र 250 रुपये का मामूली जुर्माना देकर अपने खाते को दोबारा चालू कर सकते हैं। इस प्रक्रिया का उद्देश्य माता-पिता को नियमित बचत की अहमियत समझाना है। जुर्माना जमा करने के बाद, खाताधारकों को हर साल न्यूनतम 250 रुपये से लेकर अधिकतम 1.5 लाख रुपये तक जमा करना होता है। यह सुनिश्चित करता है कि खाता सक्रिय रहे और बेटी का भविष्य सुरक्षित हो।

आकर्षक ब्याज दर और लंबी अवधि का लाभ

Sukanya Samriddhi Yojana में वर्तमान में 8.2% की ब्याज दर दी जा रही है, जो अन्य निवेश विकल्पों की तुलना में काफी लाभकारी है। खाता खोलने के बाद 15 वर्ष तक नियमित जमा करना होता है, और 21 वर्ष बाद खाता परिपक्व होता है। इस दौरान मिलने वाला ब्याज पूरी तरह कर-मुक्त होता है।

योजना की एक खास बात यह है कि जब बेटी 18 वर्ष की हो जाती है, तो उच्च शिक्षा के लिए खाते से 50% राशि निकाली जा सकती है। बाकी राशि 21 वर्ष पूरे होने पर विवाह या अन्य जरूरतों के लिए उपयोग की जा सकती है। यह व्यवस्था बेटियों को शिक्षा और करियर में आत्मनिर्भर बनाने में मदद करती है।

खाता खोलना अब और आसान

Sukanya Samriddhi Yojana में खाता खोलने की प्रक्रिया को बेहद सरल बनाया गया है। ऑनलाइन विकल्प के तहत IPPB App के जरिए डिजिटल बचत खाता खोला जा सकता है। आवश्यक दस्तावेज अपलोड करने के बाद खाता तुरंत शुरू हो जाता है। वहीं, ऑफलाइन प्रक्रिया में माता-पिता नजदीकी डाकघर या बैंक में जाकर आवेदन पत्र भर सकते हैं।

प्रारंभिक जमा राशि जमा करने के साथ ही खाता सक्रिय हो जाता है। सरकार का लक्ष्य है कि इस योजना का लाभ देश के हर कोने तक पहुंचे।

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