₹500 की एक गलती और 100 पॉइंट गिर सकता है आपका CIBIL स्कोर, जानें क्यों

CIBIL Score : सिबिल स्कोर या क्रेडिट स्कोर आपकी वित्तीय विश्वसनीयता का एक महत्वपूर्ण मापदंड है, जो होम लोन, पर्सनल लोन, या क्रेडिट कार्ड लेते समय बैंक द्वारा जांचा जाता है। समय पर EMI या क्रेडिट कार्ड बिल न चुकाना, क्रेडिट लिमिट का अत्यधिक उपयोग, बार-बार लोन आवेदन, और क्रेडिट रिपोर्ट में गलतियां आपके सिबिल स्कोर को नुकसान पहुंचा सकती हैं।
₹500 की एक गलती और 100 पॉइंट गिर सकता है आपका CIBIL स्कोर, जानें क्यों

CIBIL Score : आज के डिजिटल युग में सिबिल स्कोर (CIBIL Score) या क्रेडिट स्कोर किसी भी व्यक्ति की वित्तीय सेहत का आईना होता है। चाहे आप होम लोन, पर्सनल लोन, क्रेडिट कार्ड, या ऑटो लोन लेने की सोच रहे हों, बैंक और वित्तीय संस्थान सबसे पहले आपके क्रेडिट स्कोर की जांच करते हैं।

यह स्कोर आपकी वित्तीय विश्वसनीयता और कर्ज चुकाने की क्षमता को दर्शाता है। लेकिन कई बार छोटी-छोटी गलतियां आपके सिबिल स्कोर को नुकसान पहुंचा सकती हैं, जिससे लोन लेना मुश्किल हो सकता है या ब्याज दरें बढ़ सकती हैं। इस लेख में हम आपको सिबिल स्कोर खराब होने के चार बड़े कारण, इससे बचने के उपाय, और इसे सुधारने के आसान तरीके बताएंगे। हमारा मकसद है आपको ऐसी जानकारी देना जो सरल, उपयोगी, और विश्वसनीय हो, ताकि आप अपनी वित्तीय यात्रा को बेहतर बना सकें।

सिबिल स्कोर क्यों है इतना जरूरी?

सिबिल स्कोर एक तीन अंकों की संख्या है, जो 300 से 900 के बीच होती है। यह स्कोर जितना अधिक होता है, उतनी ही आसानी से आपको लोन या क्रेडिट कार्ड मिल सकता है। उदाहरण के लिए, 750 से ऊपर का स्कोर आपको कम ब्याज दरों पर होम लोन या कार लोन दिला सकता है। वहीं, कम स्कोर होने पर बैंक आपको जोखिम भरा उधारकर्ता मान सकते हैं, जिससे लोन की राशि सीमित हो सकती है या ब्याज दरें बढ़ सकती हैं। लेकिन आखिर क्रेडिट स्कोर कम क्यों होता है? आइए, इसके चार सबसे बड़े कारण जानते हैं।

सिबिल स्कोर खराब होने के चार मुख्य कारण

1. समय पर EMI या क्रेडिट कार्ड बिल न चुकाना
सबसे बड़ा कारण है EMI या क्रेडिट कार्ड बिल का समय पर भुगतान न करना। अगर आप बार-बार लोन EMI या क्रेडिट कार्ड बिल चुकाने में देरी करते हैं या डिफॉल्ट करते हैं, तो यह आपके सिबिल स्कोर पर भारी पड़ता है। बैंक इसे गैर-जिम्मेदार व्यवहार मानते हैं। यहां तक कि एक बार की चूक भी आपके स्कोर को प्रभावित कर सकती है। उदाहरण के लिए, अगर आप Axis Bank क्रेडिट कार्ड या SBI होम लोन की EMI समय पर नहीं भरते, तो यह आपकी क्रेडिट हिस्ट्री को नुकसान पहुंचा सकता है।

2. क्रेडिट लिमिट का अत्यधिक उपयोग

अगर आप अपने क्रेडिट कार्ड की लिमिट का 30% से ज्यादा इस्तेमाल करते हैं, तो यह आपके सिबिल स्कोर को नुकसान पहुंचा सकता है। उदाहरण के लिए, यदि आपका HDFC क्रेडिट कार्ड की लिमिट 1 लाख रुपये है और आप 50,000 रुपये से ज्यादा खर्च करते हैं, तो बैंक को लगता है कि आप कर्ज पर अत्यधिक निर्भर हैं। इससे आपका स्कोर कम हो सकता है। विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि क्रेडिट लिमिट का 20-30% ही उपयोग करें।

3. बार-बार नए लोन या क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन

कम समय में कई बार लोन या क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन करना भी स्कोर को प्रभावित करता है। हर बार जब आप आवेदन करते हैं, बैंक आपकी क्रेडिट रिपोर्ट की जांच करता है, जिसे Hard Inquiry कहते हैं। यह आपके सिबिल स्कोर पर नकारात्मक असर डालता है। उदाहरण के लिए, अगर आप एक महीने में ICICI Bank, Kotak Mahindra, और Bajaj Finance से लोन के लिए अप्लाई करते हैं, तो यह स्कोर को कम कर सकता है।

4. क्रेडिट रिपोर्ट में गलतियां

कई बार क्रेडिट रिपोर्ट में गलत जानकारी, जैसे पुराने लोन का अपडेट न होना या गलत बकाया राशि दिखना, आपके सिबिल स्कोर को प्रभावित करता है। उदाहरण के लिए, अगर आपने SBI पर्सनल लोन चुका दिया है, लेकिन क्रेडिट रिपोर्ट में यह अपडेट नहीं हुआ, तो आपका स्कोर कम हो सकता है। इसलिए, साल में कम से कम एक बार अपनी CIBIL Report जांचना जरूरी है।
सिबिल स्कोर को प्रभावित करने वाले अन्य कारक

1. ज्यादा कर्ज का बोझ

अगर आपने बहुत सारे लोन या क्रेडिट कार्ड ले रखे हैं और उनका बकाया लगातार बढ़ रहा है, तो यह आपके सिबिल स्कोर को नुकसान पहुंचा सकता है। बैंक इसे जोखिम भरा मानते हैं और आपके स्कोर को कम कर सकते हैं।

2. क्रेडिट हिस्ट्री की कमी

अगर आपने कभी लोन या क्रेडिट कार्ड नहीं लिया, तो आपकी क्रेडिट हिस्ट्री नहीं बनती। इससे बैंक को आपकी वित्तीय विश्वसनीयता का अंदाजा नहीं लगता और स्कोर कम रह सकता है। छोटे-मोटे लोन, जैसे Amazon Pay ICICI क्रेडिट कार्ड, लेना शुरू करना एक अच्छा कदम हो सकता है।

3. केवल असुरक्षित लोन लेना

अगर आपकी क्रेडिट प्रोफाइल में केवल पर्सनल लोन या क्रेडिट कार्ड जैसे असुरक्षित लोन हैं और कोई होम लोन या कार लोन जैसे सुरक्षित लोन नहीं हैं, तो यह भी स्कोर को प्रभावित करता है। दोनों का संतुलन बनाए रखना जरूरी है।

4. क्रेडिट कार्ड का बार-बार खोलना और बंद करना

लगातार नए क्रेडिट कार्ड लेना और पुराने बंद करना आपके सिबिल स्कोर को नुकसान पहुंचा सकता है। यह बैंक को संकेत देता है कि आपकी वित्तीय योजना में स्थिरता की कमी है।

  • कम सिबिल स्कोर के नुकसान
  • लोन या क्रेडिट कार्ड मिलने में कठिनाई  
  • ज्यादा ब्याज दरों पर लोन मिलना  
  • सीमित लोन राशि मिलना  
  • प्रमियम क्रेडिट कार्ड या विशेष ऑफर से वंचित रहना  
  • भविष्य में होम लोन, कार लोन, या बिजनेस लोन लेने में परेशानी

सिबिल स्कोर सुधारने के आसान उपाय

  • समय पर भुगतान करें: सभी लोन EMI और क्रेडिट कार्ड बिल समय पर चुकाएं। ऑटो-डेबिट सुविधा का उपयोग करें ताकि भूलने की गुंजाइश न रहे।  
  • क्रेडिट लिमिट का कम उपयोग: क्रेडिट कार्ड की लिमिट का 20-30% से ज्यादा उपयोग न करें।  
  • नए आवेदनों से बचें: बार-बार लोन या क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन करने से बचें।  
  • क्रेडिट रिपोर्ट की जांच: साल में एक बार CIBIL Report मुफ्त में चेक करें और गलतियों को सुधारें।  
  • लोन का संतुलन: सुरक्षित लोन (जैसे होम लोन) और असुरक्षित लोन (जैसे पर्सनल लोन) का संतुलन बनाए रखें।  
  • पुराने लोन अपडेट करें: अगर कोई लोन चुक गया है, तो सुनिश्चित करें कि यह क्रेडिट रिपोर्ट में अपडेट हो।

सिबिल स्कोर कैसे बनता है?

  • सिबिल स्कोर कई कारकों पर निर्भर करता है:  
  • पेमेंट हिस्ट्री: 30-35%  
  • क्रेडिट उपयोग अनुपात: 25-30%  
  • क्रेडिट मिक्स और अवधि: 20-25%  
  • अन्य कारक (Hard Inquiry, नए अकाउंट): 15-20%

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