FD में निवेश करने वालों के लिए बुरी खबर, HDFC और ICICI बैंक ने अचानक घटा दी ब्याज दरें

देश के दो प्रमुख निजी बैंक, HDFC Bank और ICICI Bank, ने हाल ही में अपनी सावधि जमा (Fixed Deposit) योजनाओं पर ब्याज दरों में बदलाव की घोषणा की है। यह खबर उन लोगों के लिए महत्वपूर्ण है जो अपनी बचत को सुरक्षित और स्थिर रिटर्न के लिए FD में निवेश करते हैं।
दोनों बैंकों ने 3 करोड़ रुपये से कम की FD पर ब्याज दरों में 20 बेसिस पॉइंट तक की कटौती की है। यह बदलाव HDFC Bank में 23 मई, 2025 से लागू हो चुका है, जबकि ICICI Bank में यह 26 मई, 2025 से प्रभावी होगा। आइए, इस बदलाव का आपकी जेब पर क्या असर पड़ेगा और नई दरें क्या हैं, इसे विस्तार से समझते हैं।
HDFC Bank ने अपनी नई ब्याज दरों के तहत सामान्य नागरिकों के लिए 3% से 6.85% और वरिष्ठ नागरिकों (Senior Citizens) के लिए 3.5% से 7.35% तक की दरें तय की हैं। पहले यह दरें सामान्य नागरिकों के लिए 3% से 7.10% और वरिष्ठ नागरिकों के लिए 3.5% से 7.55% थीं।
वहीं, ICICI Bank ने भी सामान्य नागरिकों के लिए 3% से 7.05% और वरिष्ठ नागरिकों के लिए 3.5% से 7.55% की दरें लागू की हैं। यह कटौती उन लोगों को प्रभावित कर सकती है जो लंबी अवधि की FD में निवेश की योजना बना रहे हैं। विशेष रूप से, वरिष्ठ नागरिक, जो अपनी बचत का बड़ा हिस्सा FD में रखते हैं, इस बदलाव से थोड़ा निराश हो सकते हैं।
इस कटौती का असर विभिन्न अवधियों की FD पर अलग-अलग दिखेगा। उदाहरण के लिए, HDFC Bank में 7 से 14 दिन की FD पर सामान्य नागरिकों को 3% और वरिष्ठ नागरिकों को 3.5% ब्याज मिलेगा। वहीं, 3 साल 1 दिन से 4 साल 7 महीने की अवधि के लिए सामान्य नागरिकों को 6.65% और वरिष्ठ नागरिकों को 7.15% की दर मिलेगी।
ICICI Bank की दरें भी इसी तरह की हैं, लेकिन उनकी लंबी अवधि की योजनाओं में मामूली अंतर देखा जा सकता है। यह बदलाव बाजार की मौजूदा आर्थिक स्थिति और बैंकों की रणनीति को दर्शाता है, जिसका मकसद तरलता और निवेश संतुलन बनाए रखना हो सकता है।
यह खबर उन निवेशकों के लिए जरूरी है जो अपनी मेहनत की कमाई को सुरक्षित और सुनिश्चित रिटर्न के साथ बढ़ाना चाहते हैं। हालांकि ब्याज दरों में यह कटौती मामूली लग सकती है, लेकिन लंबी अवधि में यह आपके कुल रिटर्न को प्रभावित कर सकती है।
अगर आप FD में निवेश की योजना बना रहे हैं, तो विशेषज्ञों का सुझाव है कि आप अपने निवेश की अवधि और ब्याज दरों की तुलना ध्यान से करें। HDFC Bank और ICICI Bank दोनों ही अपनी विश्वसनीयता और ग्राहक सेवा के लिए जाने जाते हैं, लेकिन इस बदलाव के बाद आपको अपनी रणनीति पर पुनर्विचार करना पड़ सकता है।