CIBIL Score : सिबिल स्कोर ठीक नहीं तो हो जाएगा लाखों का नुकसान, जानें सुधारने का आसान तरीका

CIBIL Score : सिबिल स्कोर खराब होने से लोन और इंश्योरेंस पर हो सकता है लाखों का नुकसान। जानें सिबिल स्कोर क्या है, ये क्यों खराब होता है और इसे सुधारने के आसान तरीके।
CIBIL Score : सिबिल स्कोर ठीक नहीं तो हो जाएगा लाखों का नुकसान, जानें सुधारने का आसान तरीका

CIBIL Score : आजकल हर किसी को कभी न कभी लोन की जरूरत पड़ती है, चाहे वो घर खरीदने के लिए हो या कोई दूसरा बड़ा खर्चा। लेकिन क्या आपने कभी सोचा कि आपका सिबिल स्कोर इस सपने को हकीकत में बदलने में कितना बड़ा रोल अदा करता है?

अगर आपका सिबिल स्कोर कम है, तो न सिर्फ लोन मिलना मुश्किल हो सकता है, बल्कि आपको ज्यादा ब्याज भी चुकाना पड़ सकता है। इससे आपका लाखों का नुकसान भी हो सकता है। तो चलिए, आज हम बात करते हैं कि सिबिल स्कोर क्या है, ये खराब क्यों होता है और इसे कैसे सुधार सकते हैं।

सिबिल स्कोर का महत्व समझें

सिबिल स्कोर एक ऐसी चीज है जो आपकी क्रेडिट हिस्ट्री को दर्शाता है। ये तीन अंकों का नंबर होता है, जो 300 से 900 के बीच होता है। अगर आपने कभी लोन लिया है और उसकी किस्तें समय पर भरी हैं, तो आपका स्कोर अच्छा होगा।

लेकिन अगर आपने भुगतान में देरी की या लोन सेटलमेंट किया, तो ये स्कोर कम हो सकता है। अच्छा सिबिल स्कोर होने का मतलब है कि बैंक आपको आसानी से लोन दे देंगे वो भी कम ब्याज दर पर।

लेकिन अगर स्कोर खराब हुआ तो लोन या तो मिलेगा नहीं या फिर भारी ब्याज के साथ मिलेगा।

खराब सिबिल स्कोर से हो सकता है बड़ा नुकसान

मान लीजिए आप 50 लाख रुपये का होम लोन लेना चाहते हैं, 20 साल की अवधि के लिए। अगर आपका सिबिल स्कोर 820 है, तो आपको शायद 8.35% ब्याज दर पर लोन मिल जाए। इस हिसाब से 20 साल में आप कुल 1.03 करोड़ रुपये चुकाएंगे, जिसमें ब्याज करीब 53 लाख रुपये होगा।

लेकिन अगर आपका सिबिल स्कोर 580 है, तो वही लोन आपको 10.75% ब्याज पर मिलेगा। इसका मतलब है कि आपको 18.82 लाख रुपये ज्यादा ब्याज देना होगा। यानी सिर्फ सिबिल स्कोर की वजह से आपको इतना बड़ा नुकसान हो सकता है।

कम सिबिल स्कोर का असर सिर्फ लोन तक सीमित नहीं

सिबिल स्कोर का असर सिर्फ लोन लेने तक ही नहीं है। अगर आप इंश्योरेंस लेने जा रहे हैं और आपका स्कोर कम है, तो कई कंपनियां आपसे ज्यादा प्रीमियम वसूल सकती हैं।

उन्हें लगता है कि कम स्कोर वाले लोग ज्यादा क्लेम कर सकते हैं। कुछ कंपनियां तो इंश्योरेंस देने से ही मना कर देती हैं। यानी सिबिल स्कोर का असर आपकी जिंदगी के कई पहलुओं पर पड़ता है।

सिबिल स्कोर खराब होने की क्या हैं वजहें?

सिबिल स्कोर कई वजहों से खराब हो सकता है। सबसे बड़ी वजह है लोन की EMI या क्रेडिट कार्ड का बिल समय पर न चुकाना। इसके अलावा अगर आप क्रेडिट कार्ड की लिमिट को बार-बार पूरा इस्तेमाल करते हैं या बहुत सारे अनसिक्योर्ड लोन लेते हैं, तो भी स्कोर पर बुरा असर पड़ता है। कई बार लोग लोन सेटलमेंट कर लेते हैं, जिससे भी सिबिल स्कोर नेगेटिव हो जाता है।

सिबिल स्कोर को बेहतर बनाना है तो करें ये काम

अगर आपका सिबिल स्कोर खराब हो गया है, तो घबराने की जरूरत नहीं। इसे सुधारने के लिए कुछ आसान से कदम उठाए जा सकते हैं। सबसे पहले तो ये सुनिश्चित करें कि आप अपनी EMI और क्रेडिट कार्ड के बिल समय पर चुकाएं।

क्रेडिट कार्ड की लिमिट का 30% से ज्यादा इस्तेमाल न करें। बार-बार नए लोन लेने से बचें। अगर आपने पहले कभी लोन नहीं लिया, तो एक छोटा-सा लोन लें और उसकी किस्तें समय पर भरें। इससे आपकी क्रेडिट हिस्ट्री अच्छी बनेगी।

सिबिल स्कोर सुधारने में लगता है समय

सिबिल स्कोर को ठीक करना कोई एक दिन का काम नहीं है। इसमें कई बार 6 महीने से लेकर एक साल तक का समय लग सकता है।

लेकिन अगर आप लगातार सही तरीके से अपने फाइनेंशियल रिकॉर्ड को मेंटेन करते हैं, तो धीरे-धीरे आपका स्कोर बेहतर हो जाएगा। बस इसके लिए आपको थोड़ा धैर्य रखना होगा और नियमों का पालन करना होगा।

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