PAN कार्ड पर छपा कोड: जानिए इसका मतलब और आपके लिए क्या फायदे हैं
Meaning of this secret code printed on PAN Card : यूं तो देश में ऐसे कई दस्तावेज है, जो भारत सरकार के द्वारा नागरिकों को के लिए जारी किए जाते हैं। इन दस्तावेज से कामकाज में न केवल सहूलियत होती है।
बल्कि सरकारी योजना का लाभ लेने में भी आपको कोई परेशानी नहीं होती है। इन खास दस्तावेज में से पैन कार्ड यानी की परमानेंट अकाउंट नंबर भी होता है। जो सभी टैक्स पेयर को एक विशिष्ट पहचान देने के लिए जारी किया जाता है।
भारत सरकार लोगों की लेनदेन और फाइनेंशियल जरूरत को पूरा करने के लिए पैन कार्ड दस्तावेज जारी करती है। हालांकि ऐसे कई लोग हैं जो पैन कार्ड पर लिखा इन अक्षरों और संख्याओं का मतलब नहीं जानते हैं। आज हम आपके लिए इन इस दस्तावेज पर छापे रहस्यमई अक्षरों और संख्याओं के बारे में बताने जा रहे हैं।
जानिए क्या है पैन कार्ड
दरअसल देश में आज के समय में PAN परमानेंट अकाउंट नंबर के वगैर कई काम अटक जाते हैं, जिससे टैक्स भरने, बैंक खाता खोलने, निवेश करने जैसे कार्यों के लिए उपयोग किया जाता है।
आयकर विभाग के द्धारा किया जाने वाले इस पैन नंबर और कार्डधारक की पहचान सम्बंधित जानकारी होती है। पैन कार्ड में व्यक्ति का टैक्स और निवेश सम्बंधित डाटा होता है। जिससे इस दस्तावेज से सरकार लोगों के पैसे लेनदेन पर नजर रखती है।
जानिए क्या होता पैन पर छपे अक्षरों और संख्याओं का मतलब
दरअसल यहां पैन कार्ड पर 10 अक्षर और संख्या छपी होती है। जिससे पैन पर 5 अक्षर और 5 नंबर होते हैं। इसमें चौथा और पांचवा अक्षर व्यक्ति की पहचान होते हैं। इन 5 अक्षरों में से पहले 3 अक्षर AAA से लेकर ZZZ तक की सीरीज के अक्षर होते हैं। क्या आप ने सोचा हैं कि इसक मतलब क्या होता है।
इस पैन कार्ड में दर्ज चौथा अल्फाबेट इस बात का संकेत होता है कि किस प्रकार का पैन जिससे यहां कैटेगरी के हिसाब अल्फाबेट दिए जाते हैं।
अगर इंडिविजुअल हैं, तो आपके पैन कार्ड के चौथा अल्फाबेट P होगा ‘ दर्ज होगा।
अगर पैन पर F लिखा हो, तो यह नंबर किसी फर्म का है।
अगर T दर्ज है, तो ट्रस्ट का सकेंत देता है।
यहां पर H है तो अविभाजित हिन्दू परिवार के सकेंत बताता है।
इ
सी तरह B से बॉडी ऑफ इंडिविजुअल, L से लोकल, J से आर्टिफिशियल ज्यूडिशियल पर्सन होता है।तो वही यहां पर पैन कार्ड पर दर्ज पांचवा अक्षर सरनेम का पहला अक्षर होता है, जिससे किसी का नाम संजय कुमार है, तो पांचवा अक्षर K होगा। इसके बाद चार रैंडम नंबर दर्ज होते हैं, जो आयकर विभाग के द्धारा जारी किए जाते हैं।