EPFO 2025: अब बिना दस्तावेज़ घर बैठे अपडेट करें प्रोफाइल, जानें नया डिजिटल तरीका

EPFO 2025: ईपीएफओ नियम 2025 ने 7 करोड़ से अधिक कर्मचारियों के लिए भविष्य निधि और पेंशन प्रक्रियाओं को आसान और डिजिटल बनाने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है। अब कर्मचारी ऑनलाइन यूएएन अपडेट, पीएफ ट्रांसफर, और ज्वॉइंट डिक्लेरेशन जमा कर सकते हैं। 
EPFO 2025: अब बिना दस्तावेज़ घर बैठे अपडेट करें प्रोफाइल, जानें नया डिजिटल तरीका

EPFO 2025: कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने 2025 में 7 करोड़ से अधिक निजी कर्मचारियों के लिए कई बड़े बदलाव लागू किए हैं। ये सुधार डिजिटल सेवाओं को बेहतर बनाने, प्रक्रियाओं को सरल करने और पारदर्शिता बढ़ाने पर केंद्रित हैं। नए नियमों के तहत कर्मचारी अब आसानी से अपनी प्रोफाइल अपडेट कर सकते हैं, पीएफ ट्रांसफर कर सकते हैं, और पेंशन से जुड़े लाभ प्राप्त कर सकते हैं। आइए, इन बदलावों को विस्तार से समझें और जानें कि ये आपके लिए कैसे फायदेमंद हैं।

प्रोफाइल अपडेट करना हुआ आसान

EPFO ने कर्मचारियों के लिए प्रोफाइल अपडेट की प्रक्रिया को बेहद सरल कर दिया है। अगर आपका यूनिवर्सल अकाउंट नंबर (UAN) आधार से लिंक है, तो आप बिना किसी दस्तावेज के ऑनलाइन नाम, जन्मतिथि, लिंग, राष्ट्रीयता, माता-पिता का नाम, वैवाहिक स्थिति, जीवनसाथी का नाम, और नौकरी शुरू करने की तारीख जैसे विवरण बदल सकते हैं।

हालांकि, जिन कर्मचारियों का UAN 1 अक्टूबर 2017 से पहले बना है, उन्हें कुछ अपडेट के लिए अपनी कंपनी से मंजूरी लेनी पड़ सकती है। यह डिजिटल सुविधा कर्मचारियों को समय और मेहनत दोनों बचाने में मदद करेगी।

नौकरी बदलने पर पीएफ ट्रांसफर की नई सुविधा

नौकरी बदलना अब पीएफ ट्रांसफर के लिए परेशानी का सबब नहीं रहेगा। EPFO ने 15 जनवरी 2025 से पीएफ ट्रांसफर की प्रक्रिया को और आसान कर दिया है। अब ज्यादातर मामलों में पुरानी या नई कंपनी की मंजूरी की जरूरत नहीं होगी। इससे कर्मचारी अपने भविष्य निधि के पैसे को नए खाते में तेजी से और बिना किसी झंझट के ट्रांसफर कर सकेंगे। यह बदलाव उन लाखों कर्मचारियों के लिए राहत की खबर है जो नौकरी बदलने पर पीएफ ट्रांसफर की जटिल प्रक्रिया से जूझते थे।

घर बैठे जमा करें ज्वॉइंट डिक्लेरेशन

16 जनवरी 2025 से EPFO ने ज्वॉइंट डिक्लेरेशन की प्रक्रिया को पूरी तरह डिजिटल कर दिया है। अगर आपका UAN आधार से जुड़ा है या आधार पहले से सत्यापित है, तो आप घर बैठे ऑनलाइन ज्वॉइंट डिक्लेरेशन जमा कर सकते हैं। हालांकि, जिनका UAN नहीं बना है, आधार लिंक नहीं है, या सदस्य का निधन हो गया है, उन्हें फिजिकल फॉर्म जमा करना होगा। यह डिजिटल सुविधा कर्मचारियों को समय बचाने और प्रक्रिया को तेज करने में मदद करेगी।

सेंट्रलाइज्ड पेंशन पेमेंट सिस्टम: पेंशन अब किसी भी बैंक में

EPFO ने 1 जनवरी 2025 से सेंट्रलाइज्ड पेंशन पेमेंट सिस्टम (CPPS) शुरू किया है, जिसके तहत पेंशन अब एनपीसीआई प्लेटफॉर्म के जरिए सीधे किसी भी बैंक खाते में ट्रांसफर की जा सकती है। पहले पेंशन ट्रांसफर के लिए पेंशन पेमेंट ऑर्डर (PPO) को एक क्षेत्रीय कार्यालय से दूसरे में भेजना पड़ता था, जिससे देरी होती थी। अब यह प्रक्रिया पूरी तरह बंद हो गई है। नए PPO को UAN से लिंक करना अनिवार्य कर दिया गया है, जिससे पेंशनर्स आसानी से डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट जमा कर सकेंगे। यह सुविधा पेंशनर्स के लिए विशेष रूप से लाभकारी है।

उच्च वेतन पर पेंशन: नए नियम, नई स्पष्टता

उच्च वेतन वाले कर्मचारियों के लिए EPFO ने पेंशन नियमों को स्पष्ट कर दिया है। अब सभी कर्मचारियों के लिए एक समान नियम लागू होंगे। अगर आपकी सैलरी निर्धारित सीमा से अधिक है और आप उस पर पेंशन चाहते हैं, तो आपको भविष्य निधि में थोड़ा अधिक योगदान करना होगा। यह नियम उन कंपनियों पर भी लागू होगा जो EPFO के तहत नहीं आतीं और अपनी अलग ट्रस्ट स्कीम चलाती हैं। बकाया राशि का भुगतान और वसूली अब अधिक पारदर्शी और सरल तरीके से होगी।

EPFO: अब सिर्फ फंड नहीं, एक डिजिटल क्रांति

EPFO अब केवल भविष्य निधि जमा करने का माध्यम नहीं रहा, बल्कि यह एक आधुनिक और डिजिटल प्लेटफॉर्म बन गया है। इन नए नियमों और डिजिटल सुधारों की वजह से कर्मचारी और पेंशनर्स अब पहले से कहीं ज्यादा तेजी और आसानी से अपनी सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं। चाहे वह पीएफ ट्रांसफर हो, प्रोफाइल अपडेट हो, या पेंशन से जुड़ा मामला, EPFO ने प्रक्रियाओं को पारदर्शी और उपयोगकर्ता-अनुकूल बनाया है।

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