EPFO ने दी नई गाइडलाइन: ऐसे करें एक से ज्यादा PF अकाउंट और UAN Merge, मिनटों में हो जाएगा काम

अलग-अलग UAN से PF बैलेंस ट्रांसफर, निकासी और पेंशन (EPS) में दिक्कतें आती हैं। EPFO की “One Member, One EPF” सुविधा से सभी PF अकाउंट मर्ज करें। इससे सेवा अवधि सही होगी, पेंशन बढ़ेगी और रिटायरमेंट फंड मजबूत होगा। epfindia.gov.in पर रिक्वेस्ट सबमिट करें या हेल्पलाइन 1800 118 005 पर कॉल करें।
EPFO ने दी नई गाइडलाइन: ऐसे करें एक से ज्यादा PF अकाउंट और UAN Merge, मिनटों में हो जाएगा काम

कई बार नौकरी बदलने के दौरान कर्मचारियों को अपने प्रोविडेंट फंड (PF) अकाउंट के साथ कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है, खासकर जब उनके पास अलग-अलग यूनिवर्सल अकाउंट नंबर (UAN) होते हैं। पुराने PF अकाउंट से नए में बैलेंस ट्रांसफर करने की प्रक्रिया में अक्सर देरी हो जाती है या फिर यह अस्वीकृत भी हो सकता है।

इससे न सिर्फ पैसों की हानि का खतरा रहता है, बल्कि कर्मचारी पेंशन योजना (EPS) में भी गड़बड़ी हो सकती है। अगर सभी PF अकाउंट को एक जगह मर्ज नहीं किया गया, तो पेंशन योग्य सेवा अवधि का सही हिसाब नहीं लग पाता, जिसके चलते रिटायरमेंट के बाद मिलने वाली पेंशन की राशि कम हो सकती है। यह स्थिति कर्मचारियों के लिए चिंता का कारण बन सकती है।

PF बैलेंस की निकासी के दौरान भी कई परेशानियां सामने आती हैं। अलग-अलग UAN होने की वजह से पुराने अकाउंट से पैसे निकालने के लिए अतिरिक्त दस्तावेज और वेरिफिकेशन की जरूरत पड़ती है। कई बार कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) पुराने UAN से निकासी को रोक देता है, जिससे प्रक्रिया और जटिल हो जाती है।

इसके अलावा, हर अकाउंट के लिए अलग-अलग KYC और ई-नॉमिनेशन अपडेट करना पड़ता है। इससे EPFO के रिकॉर्ड में डेटा मिसमैच की समस्या हो सकती है और अप्रूवल में देरी का सामना करना पड़ सकता है। यह सब कर्मचारियों के लिए समय और मेहनत दोनों की बर्बादी का कारण बनता है।

टैक्स से जुड़ी दिक्कतें भी कम नहीं हैं। अगर PF अकाउंट 5 साल से कम पुराना है, तो निकासी पर TDS (टैक्स डिडक्टेड एट सोर्स) लगाया जाता है। अलग-अलग UAN होने से निकासी का सही रिकॉर्ड नहीं बन पाता, जिसके चलते टैक्स संबंधी परेशानियां बढ़ सकती हैं।

साथ ही, EPFO कभी भी पुराने या डुप्लीकेट UAN को बंद कर सकता है, जिससे PF बैलेंस ट्रांसफर या निकासी में बड़ी मुश्किल हो सकती है। इन सभी समस्याओं से बचने के लिए एक आसान और कारगर समाधान है कि अपने सभी PF अकाउंट को एक ही UAN के तहत मर्ज कर लिया जाए।

EPFO ने इसके लिए “One Member, One EPF Account” नाम की सुविधा शुरू की है, जिसके जरिए आप अपने सारे PF अकाउंट को एक जगह ला सकते हैं। इससे आप अपने सभी अकाउंट का बैलेंस और उस पर मिलने वाला ब्याज एक ही जगह देख सकेंगे। साथ ही, आपकी सेवा अवधि का सही रिकॉर्ड बन सकेगा, जिससे पेंशन की गणना में कोई गलती नहीं होगी।

भविष्य में PF निकासी या ट्रांसफर की प्रक्रिया भी आसान हो जाएगी। इसे करने के लिए आपको EPFO की आधिकारिक वेबसाइट epfindia.gov.in पर जाना होगा। वहां “One Member – One EPF Request” का विकल्प चुनें, जरूरी दस्तावेज अपलोड करें और अपनी रिक्वेस्ट सबमिट कर दें। अगर कोई परेशानी हो, तो आप EPFO हेल्पलाइन नंबर 1800 118 005 पर संपर्क कर सहायता भी ले सकते हैं।

अगर आप अपने रिटायरमेंट के लिए मजबूत फंड बनाना चाहते हैं, तो सभी PF अकाउंट को एक UAN के तहत मर्ज करना सबसे बेहतर कदम होगा। इससे आप अपने पर्सनल फाइनेंस को आसानी से मैनेज कर पाएंगे। अगर आपको लगता है कि रिटायरमेंट के लिए पर्याप्त बचत नहीं हो रही, तो आप वॉलंटरी प्रोविडेंट फंड (VPF) में अतिरिक्त योगदान भी कर सकते हैं।

इससे आपकी वित्तीय सुरक्षा और मजबूत होगी। कुल मिलाकर, एक से ज्यादा UAN और PF अकाउंट होने से भविष्य में कई तरह की परेशानियां हो सकती हैं। इसलिए, जल्द से जल्द अपने सभी अकाउंट को एक UAN के तहत मर्ज कर लें। यह कदम न सिर्फ आपके PF बैलेंस को ट्रैक करने में मदद करेगा, बल्कि रिटायरमेंट के बाद आपकी आर्थिक स्थिति को भी मजबूत बनाएगा।

Share this story