Home Loan : होम लोन लेने से पहले अगर नहीं देखा सिबिल स्कोर, तो चुकाना पड़ सकता है 19 लाख ज़्यादा!

आजकल बढ़ती महंगाई का असर हर चीज पर पड़ रहा है, खासकर प्रॉपर्टी की कीमतों पर। ऐसे में घर खरीदने का सपना पूरा करने के लिए लोग होम लोन का सहारा लेते हैं। होम लोन की मदद से अपने घर का सपना साकार करना आसान हो जाता है, लेकिन इसे लेने से पहले कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखना बेहद महत्वपूर्ण है।
अगर आप सही तैयारी नहीं करते, तो भविष्य में परेशानियां झेलनी पड़ सकती हैं। खास तौर पर सिबिल स्कोर को समझना और इसे बेहतर रखना आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। आइए जानते हैं कि होम लोन लेने से पहले सिबिल स्कोर से जुड़ी किन बातों का ख्याल रखना चाहिए।
मान लीजिए आपका सिबिल स्कोर 820 है, जो कि एक अच्छी रेंज में आता है। अगर आप इस स्कोर के साथ 50 लाख रुपये का होम लोन 20 साल के लिए लेते हैं, तो आपको करीब 8.35% की ब्याज दर चुकानी पड़ सकती है। इस हिसाब से 20 साल में आपको 53 लाख रुपये ब्याज सहित कुल 1.03 करोड़ रुपये लौटाने होंगे। हालांकि, यह ब्याज दर हर बैंक में अलग-अलग हो सकती है, इसलिए लोन लेने से पहले तुलना करना जरूरी है।
वहीं, अगर आपका सिबिल स्कोर 580 जैसे निचले स्तर पर है, तो ब्याज दर बढ़कर 10.75% तक हो सकती है। इस स्थिति में आपको 71.82 लाख रुपये तक ब्याज देना पड़ सकता है, जो पहले उदाहरण से 18.82 लाख रुपये ज्यादा है। यानी कम सिबिल स्कोर की वजह से आपका खर्चा काफी बढ़ सकता है।
तो सिबिल स्कोर आखिर है क्या? यह एक तीन अंकों की संख्या होती है, जो 300 से 900 के बीच होती है। यह आपकी क्रेडिट हिस्ट्री, जैसे पुराने लोन, क्रेडिट कार्ड बिल और समय पर भुगतान, के आधार पर तय होती है। अगर आप अपने सभी कर्ज और बिल समय पर चुकाते हैं, तो आपका सिबिल स्कोर बेहतर रहता है।
लेकिन अगर आप भुगतान में चूक करते हैं, तो यह स्कोर खराब हो सकता है। अच्छा सिबिल स्कोर होने से आपको सस्ते ब्याज दर पर लोन आसानी से मिल जाता है। कई बार बैंक प्री-अप्रूव्ड लोन या इंस्टेंट लोन के ऑफर भी देते हैं।
दूसरी ओर, अगर आपका सिबिल स्कोर खराब है, तो कई मुश्किलें आ सकती हैं। बैंक लोन देने से हिचकिचा सकते हैं, क्योंकि उन्हें लगता है कि आप डिफॉल्ट कर सकते हैं। अगर लोन मिल भी जाए, तो ब्याज दर ज्यादा होगी। इतना ही नहीं, इंश्योरेंस कंपनियां भी आपसे ज्यादा प्रीमियम वसूल सकती हैं या इंश्योरेंस देने से मना कर सकती हैं। कार लोन या बिजनेस के लिए प्रॉपर्टी लीज लेने में भी दिक्कत हो सकती है। कई बार बैंक लोन देने से पहले सख्त जांच करते हैं, जिससे प्रक्रिया में देरी होती है।
सिबिल स्कोर खराब होने की वजहें कई हो सकती हैं, जैसे समय पर EMI न देना, क्रेडिट कार्ड बिल में देरी, या क्रेडिट लिमिट का जरूरत से ज्यादा इस्तेमाल। इसे बेहतर करने के लिए आपको EMI और बिल समय पर चुकाने चाहिए। क्रेडिट कार्ड की लिमिट का 30% से ज्यादा इस्तेमाल न करें और बार-बार लोन लेने से बचें। अगर आपका स्कोर खराब हो गया है, तो इसे सुधारने में 6 महीने से 1 साल तक लग सकता है। इसलिए समय-समय पर अपने सिबिल स्कोर की जांच करते रहें और जरूरत पड़ने पर कदम उठाएं।