कम सिबिल स्कोर की वजह से हो सकता है होम लोन रिजेक्ट, ये 5 गलती बिल्कुल न करें

Home Loan : होम लोन लेना हर किसी के सपनों का घर खरीदने का एक शानदार तरीका है, लेकिन सिबिल स्कोर इसमें अहम भूमिका निभाता है। सिबिल स्कोर आपकी वित्तीय विश्वसनीयता को दर्शाता है और लोन मंजूरी के साथ-साथ ब्याज दर को भी प्रभावित करता है।
कम सिबिल स्कोर की वजह से हो सकता है होम लोन रिजेक्ट, ये 5 गलती बिल्कुल न करें

Home Loan : हर व्यक्ति का सपना होता है कि वह अपने परिवार के लिए एक सुंदर सा घर खरीदे, जहां वह सुख-चैन की जिंदगी जी सके। लेकिन आज के समय में बढ़ती महंगाई और रोजमर्रा के खर्चों ने इस सपने को पूरा करना एक चुनौती बना दिया है। ऐसे में होम लोन एक ऐसा रास्ता है, जो आपके इस सपने को हकीकत में बदल सकता है।

लेकिन क्या आप जानते हैं कि होम लोन लेने की प्रक्रिया में आपका सिबिल स्कोर कितना महत्वपूर्ण है? यदि आपका सिबिल स्कोर कम है, तो लोन लेना मुश्किल हो सकता है। इस लेख में हम आपको सिबिल स्कोर की अहमियत और इसे बेहतर करने के आसान उपायों के बारे में बताएंगे, ताकि आप अपने सपनों का घर आसानी से खरीद सकें।

सिबिल स्कोर क्या है और यह होम लोन के लिए क्यों जरूरी है?

जब आप होम लोन के लिए बैंक या वित्तीय संस्थान में आवेदन करते हैं, तो सबसे पहले आपका सिबिल स्कोर जांचा जाता है। सिबिल स्कोर एक तरह का क्रेडिट स्कोर है, जो यह दर्शाता है कि आपने अपने पिछले लोन और क्रेडिट कार्ड की किश्तों को कितनी जिम्मेदारी से चुकाया है।

यह स्कोर 300 से 900 के बीच होता है, और यह आपकी वित्तीय विश्वसनीयता का एक पैमाना है। अगर आपका सिबिल स्कोर अच्छा है, तो बैंक को भरोसा होता है कि आप लोन की राशि समय पर चुका सकते हैं। इतना ही नहीं, एक अच्छा सिबिल स्कोर आपको कम ब्याज दर पर लोन दिलाने में भी मदद करता है, जिससे आपकी EMI कम हो सकती है और लोन चुकाना आसान हो जाता है।

होम लोन के लिए कितना सिबिल स्कोर होना चाहिए?

होम लोन लेने के लिए आमतौर पर 650 से 700 के बीच का सिबिल स्कोर पर्याप्त माना जाता है। लेकिन अगर आपका स्कोर 750 या उससे अधिक है, तो आपको न केवल लोन आसानी से मिलेगा, बल्कि ब्याज दर भी काफी कम हो सकती है। अगर आपका स्कोर 700 से 749 के बीच है, तो लोन मिलने की संभावना रहती है, लेकिन ब्याज दर थोड़ी ज्यादा हो सकती है।

वहीं, अगर आपका सिबिल स्कोर 650 से कम है, तो लोन मंजूरी में मुश्किल हो सकती है। ऐसी स्थिति में बैंक आपसे को-एप्लिकेंट की मांग कर सकता है या अधिक डाउन पेमेंट की शर्त रख सकता है। लेकिन घबराएं नहीं, कुछ आसान तरीकों से आप अपने सिबिल स्कोर को सुधार सकते हैं।

सिबिल स्कोर को बेहतर बनाने के प्रभावी उपाय

अगर आपका सिबिल स्कोर कम है, तो कुछ आसान कदमों से आप इसे बेहतर कर सकते हैं। सबसे पहले, हमेशा अपनी EMI का भुगतान समय पर करें। चाहे वह क्रेडिट कार्ड का बिल हो या कोई पुराना लोन, समय पर भुगतान आपके स्कोर को मजबूत करता है। इसके अलावा, क्रेडिट कार्ड का उपयोग समझदारी से करें।

अपनी क्रेडिट लिमिट का केवल 30% तक ही इस्तेमाल करें, क्योंकि ज्यादा उपयोग आपके स्कोर को नुकसान पहुंचा सकता है। अगर आपने पहले से कोई लोन लिया है, तो उसे पूरी तरह चुकाने के बाद ही नया लोन लें। इससे बैंक को आपकी वित्तीय जिम्मेदारी का भरोसा मिलता है।

समय-समय पर अपनी सिबिल रिपोर्ट की जांच करें, क्योंकि इसमें कभी-कभी गलतियां हो सकती हैं। अगर कोई त्रुटि हो, तो उसे तुरंत ठीक करवाएं। इसके साथ ही, सिक्योर लोन (जैसे होम लोन) और अनसिक्योर लोन (जैसे क्रेडिट कार्ड) का संतुलन बनाए रखें, क्योंकि यह आपके सिबिल स्कोर को बेहतर बनाने में मदद करता है।

होम लोन लेने के लिए अन्य उपयोगी सुझाव

होम लोन लेने की प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए कुछ और बातों का ध्यान रखना जरूरी है। अगर संभव हो, तो लोन की राशि का 20-30% डाउन पेमेंट करें। इससे बैंक को आपकी चुकाने की क्षमता पर भरोसा होता है और ब्याज दर भी कम हो सकती है। अगर आपका सिबिल स्कोर कम है, तो अपने जीवनसाथी या परिवार के किसी सदस्य को को-एप्लिकेंट के रूप में शामिल करें।

इससे लोन मंजूरी की संभावना बढ़ जाती है। इसके अलावा, लंबी अवधि का लोन चुनें, जैसे 20-25 साल, क्योंकि इससे आपकी EMI कम होगी और लोन चुकाना आसान हो जाएगा। अंत में, अपनी नियमित आय को साबित करें। अगर आपकी नौकरी स्थिर है या आपका कोई निश्चित आय स्रोत है, तो बैंक को आपके लोन चुकाने की क्षमता पर भरोसा होगा, और लोन प्रक्रिया आसान हो जाएगी।

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