Income Tax Alert: ज्यादा कमाई, कम खर्च! ऐसे लोगों को मिल रहा है आयकर विभाग का नोटिस

आयकर विभाग ने अमीर टैक्सपेयर्स को नोटिस भेजकर खर्चों का ब्योरा मांगा। टैक्स चोरी रोकने के लिए डेटा एनालिटिक्स का इस्तेमाल, ब्लैक मनी पर शक।
Income Tax Alert: ज्यादा कमाई, कम खर्च! ऐसे लोगों को मिल रहा है आयकर विभाग का नोटिस
हाइलाइट्स :
आयकर विभाग ने देश के धनाढ्य करदाताओं को नोटिस जारी कर उनके खर्चों की पूरी जानकारी मांगी है। डेटा एनालिटिक्स के जरिए टैक्स चोरी और ब्लैक मनी पर नकेल कसने की कोशिश में विभाग ने परिवार के सदस्यों की आय और बैंक निकासी पर भी सवाल उठाए हैं। यह कार्रवाई चुनिंदा लोगों पर केंद्रित है, जो शानदार जीवनशैली के बावजूद कम खर्च दिखा रहे हैं।

आयकर विभाग (Income Tax Department) ने देश के बड़े करदाताओं को कटघरे में खड़ा कर दिया है। विभाग ने हाल ही में कई अमीर टैक्सपेयर्स को नोटिस (Income Tax Notice) भेजे हैं, जिसमें उनके मासिक खर्चों का पूरा ब्योरा मांगा गया है। यह कदम सरकार द्वारा डेटा एनालिटिक्स (Data Analytics) के इस्तेमाल से टैक्स चोरी (Tax Evasion) को रोकने की कोशिश का हिस्सा है।

विभाग को शक है कि कुछ लोग अपनी इनकम के मुकाबले बहुत कम खर्च दिखा रहे हैं, जिससे ब्लैक मनी (Black Money) का अंदेशा हो रहा है।

रोजमर्रा के खर्चों की बारीक जांच

आयकर विभाग अब यह जानना चाहता है कि इन बड़े करदाताओं का हर महीने का खर्च कितना है। नोटिस में किराने का सामान, कपड़े, जूते, रेस्टोरेंट में खाना, बाल कटवाना, गैस, खाने का तेल, मसाले, ब्यूटी प्रोडक्ट्स और बच्चों की पढ़ाई जैसे रोजमर्रा के खर्चों की पूरी डिटेल मांगी गई है। विभाग का कहना है कि जिन लोगों की इनकम (Income) करोड़ों में है, लेकिन बैंक खातों से निकासी बेहद कम है, उनके खर्चों का हिसाब-किताब जरूरी है।

बैंक से कम निकासी पर सवाल

कई टैक्सपेयर्स के बैंक खातों से बेहद कम पैसे निकालने की बात सामने आई है। आयकर विभाग ने ऐसे लोगों से पूछा है कि अगर उनकी जीवनशैली इतनी शानदार है, तो बैंक से पैसे क्यों नहीं निकाले जा रहे? मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, विभाग को लगता है कि इन लोगों के पास आय का कोई छिपा स्रोत (Hidden Income Source) हो सकता है, जैसे नकदी लेनदेन या विदेशी आय, जिसे घोषित नहीं किया गया।

परिवार की जानकारी भी जरूरी

नोटिस में सिर्फ करदाता ही नहीं, बल्कि उनके परिवार के सदस्यों की डिटेल भी मांगी गई है। इसमें सभी सदस्यों का स्थायी खाता संख्या (PAN), उनकी सालाना आय और प्रोफाइल की जानकारी शामिल है। विभाग ने चेतावनी दी है कि अगर यह डिटेल नहीं दी गई, तो माना जाएगा कि परिवार ने उस साल एक करोड़ रुपये खर्च किए हैं। यह कदम चुनिंदा लोगों पर ही उठाया गया है, जो संदेह के घेरे में हैं।

यह कोई आम नोटिस नहीं

आयकर विभाग की यह कार्रवाई रूटीन से हटकर है। टैक्स अधिकारियों का कहना है कि यह नोटिस उन लोगों को भेजे गए हैं, जो आलीशान जिंदगी जीते हैं, मगर खातों से कम निकासी दिखाते हैं। विभाग को शक है कि ऐसे लोग टैक्स चोरी के लिए नकदी (Cash Transactions) या अघोषित विदेशी आय (Foreign Income) का सहारा ले रहे हैं। इस अभियान से टैक्स सिस्टम में पारदर्शिता लाने की कोशिश की जा रही है।

Share this story