Income Tax Alert: बैंक खाते में जमा रकम पर नहीं कोई रोक, लेकिन ये 5 काम कर बैठे तो मुश्किल में पड़ सकते हैं

भारत में बैंक खाता खोलने की कोई रोक-टोक नहीं है, यही वजह है कि आज हर शख्स के पास दो या उससे ज्यादा बैंक अकाउंट्स देखने को मिलते हैं। खासकर सेविंग्स अकाउंट की बात करें तो यह न सिर्फ आपके पैसे को सुरक्षित रखता है, बल्कि समय-समय पर बैंक इस जमा राशि पर ब्याज भी देता है।
लेकिन क्या आप जानते हैं कि सेविंग्स अकाउंट में कितना पैसा रखा जा सकता है? आइए, इसे आसान भाषा में समझते हैं। नियमों के हिसाब से जीरो बैलेंस अकाउंट को छोड़कर बाकी सभी खातों में न्यूनतम बैलेंस रखना जरूरी होता है, वरना बैंक आपसे जुर्माना वसूल सकता है। लेकिन अधिकतम सीमा को लेकर कोई सख्त नियम नहीं है।
तो क्या आप अपने सेविंग्स अकाउंट में जितना चाहें उतना पैसा रख सकते हैं? जवाब है हां! सेविंग्स अकाउंट में रखे जाने वाले पैसे की कोई ऊपरी सीमा नहीं है। आप चाहें तो लाखों-करोड़ों रुपये जमा कर सकते हैं। लेकिन अगर आपके खाते में बड़ी रकम जमा है और वह आयकर विभाग के दायरे में आती है, तो आपको उस कमाई का स्रोत बताना होगा। बैंक शाखा में नकद जमा करने या निकालने की कुछ सीमाएं हैं, लेकिन चेक या ऑनलाइन ट्रांसफर के जरिए आप कितने भी रुपये जमा कर सकते हैं। यह सुविधा इसे और भी आसान बनाती है।
नकद जमा करने के नियमों की बात करें तो अगर आप 50,000 रुपये या उससे ज्यादा कैश जमा करते हैं, तो पैन नंबर देना अनिवार्य है। एक दिन में आप अधिकतम 1 लाख रुपये तक नकद जमा कर सकते हैं। वहीं, अगर आप नियमित रूप से कैश जमा नहीं करते, तो यह सीमा बढ़कर 2.5 लाख रुपये तक हो सकती है। एक वित्तीय वर्ष में कोई भी व्यक्ति अपने एक या एक से ज्यादा खातों में कुल मिलाकर 10 लाख रुपये तक नकद जमा कर सकता है। यह नियम टैक्सपेयर्स के लिए लागू होता है और इसे पार करने पर सावधानी बरतनी चाहिए।
अगर आप एक वित्तीय वर्ष में 10 लाख रुपये से ज्यादा नकद जमा करते हैं, तो बैंक इसकी जानकारी आयकर विभाग को देता है। ऐसे में आपको अपनी आय का स्रोत स्पष्ट करना होगा। अगर आप आयकर रिटर्न में संतोषजनक जवाब नहीं दे पाते, तो आयकर विभाग की नजर आप पर पड़ सकती है। जांच के बाद अगर गड़बड़ी पाई गई, तो भारी जुर्माना लग सकता है। स्रोत न बता पाने की स्थिति में जमा राशि पर 60% टैक्स, 25% सरचार्ज और 4% सेस देना पड़ सकता है। यानी कुल मिलाकर आपकी जमा रकम का बड़ा हिस्सा टैक्स में चला जाएगा।
हालांकि, इसका मतलब यह नहीं कि आप 10 लाख से ज्यादा का कैश ट्रांजेक्शन नहीं कर सकते। अगर आपके पास आय का वैध प्रमाण है, तो बेफिक्र होकर नकद जमा करें। लेकिन सोचने वाली बात यह है कि इतनी बड़ी रकम को सेविंग्स अकाउंट में रखने से बेहतर है कि आप इसे फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी) में डाल दें या किसी ऐसी जगह निवेश करें, जहां अच्छा रिटर्न मिले। यह न सिर्फ आपके पैसे को सुरक्षित रखेगा, बल्कि भविष्य के लिए फायदेमंद भी साबित होगा।