केंद्र सरकार देने जा रही है खुशखबरी? जुलाई 2025 में DA बढ़ोतरी से कर्मचारियों को कितना फायदा

DA Hike 2025 : देशभर के 1.2 करोड़ से अधिक केंद्रीय कर्मचारी और पेंशनभोगी हर छह महीने में एक खबर का इंतजार बेसब्री से करते हैं, और वह है महंगाई भत्ते (DA) में बढ़ोतरी। यह न केवल उनकी मासिक आय को बढ़ाता है, बल्कि बढ़ती महंगाई के दौर में जीवनयापन को थोड़ा आसान भी बनाता है।
लेकिन साल 2025 की शुरुआत में केवल 2% की मामूली बढ़ोतरी के बाद अब जुलाई-दिसंबर की अवधि के लिए DA Hike को लेकर कर्मचारियों की उम्मीदें धूमिल होती दिख रही हैं। आंकड़े संकेत दे रहे हैं कि इस बार भी बढ़ोतरी सीमित रह सकती है। आइए, इस खबर को गहराई से समझते हैं और जानते हैं कि केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के लिए क्या है स्टोर में।
साल 2025 की पहली छमाही में सरकार ने महंगाई भत्ते में केवल 2% की बढ़ोतरी की थी, जिससे कुल DA 55% पर पहुंचा। यह पिछले साढ़े छह सालों में सबसे कम वृद्धि थी, जिसने कर्मचारियों के बीच निराशा की लहर पैदा की। अब जुलाई-दिसंबर 2025 के लिए DA Hike की गणना का आधार बनने वाला ऑल इंडिया कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स (AICPI-IW) भी अच्छे संकेत नहीं दे रहा।
जनवरी और फरवरी 2025 के आंकड़ों में गिरावट दर्ज की गई है, और अगर यह ट्रेंड मार्च से जून तक जारी रहा, तो अगली बढ़ोतरी भी केवल 1-2% के बीच रह सकती है। ऐसे में कर्मचारियों को उम्मीद के मुताबिक आर्थिक राहत मिलना मुश्किल लग रहा है।
महंगाई भत्ते की गणना का आधार AICPI-IW है, जो महंगाई की दर को मापता है। जब इस इंडेक्स में उछाल आता है, तो कर्मचारियों को ज्यादा DA मिलता है। लेकिन मौजूदा आंकड़े बताते हैं कि महंगाई का दबाव कम हो रहा है, जिसका सीधा असर DA Hike पर पड़ सकता है।
बीते सालों की बात करें तो जुलाई-दिसंबर 2023 में 4% की बढ़ोतरी ने कर्मचारियों को संतुष्ट किया था, और जनवरी-जून 2024 में भी 4% की वृद्धि ने स्थिरता बनाए रखी। लेकिन जुलाई-दिसंबर 2024 में केवल 1% और जनवरी-जून 2025 में 2% की बढ़ोतरी ने कर्मचारियों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया। अब अनुमान है कि अगली वृद्धि भी 56-57% के बीच ही सिमट सकती है।
इस बार का DA Hike इसलिए भी खास है, क्योंकि यह सातवें वेतन आयोग के तहत आखिरी बढ़ोतरी हो सकती है। दिसंबर 2025 में सातवां वेतन आयोग अपना कार्यकाल पूरा कर लेगा, और इसके बाद आठवें वेतन आयोग की शुरुआत हो सकती है। नया आयोग कर्मचारियों के वेतन और भत्तों की समीक्षा करेगा, लेकिन तब तक कर्मचारियों को इस आखिरी DA Hike से ही संतुष्ट होना पड़ सकता है। कई कर्मचारी संगठन इसे “अलविदा भत्ता” कह रहे हैं, क्योंकि यह उनके मौजूदा वेतन ढांचे में आखिरी राहत हो सकती है।
कर्मचारी संगठनों का कहना है कि जब रोजमर्रा की चीजें, जैसे बिजली, पेट्रोल, और दवाइयां, महंगी हो रही हैं, तब DA में मामूली बढ़ोतरी उनके लिए आर्थिक बोझ बन सकती है। खासकर छोटे शहरों और ग्रामीण इलाकों में रहने वाले कर्मचारी और पेंशनभोगी इस बढ़ोतरी पर बहुत निर्भर रहते हैं। संगठनों ने सरकार से मांग की है कि कम से कम 4% की बढ़ोतरी की जाए, ताकि उनकी क्रय शक्ति बनी रहे। लेकिन AICPI के मौजूदा रुझान को देखते हुए यह मांग पूरी होना मुश्किल लगता है।
DA Hike की अगली घोषणा आमतौर पर अक्टूबर या नवंबर में होती है, लेकिन जुलाई से ही कर्मचारियों के बीच चर्चाएं शुरू हो जाती हैं। अभी मार्च से जून तक के AICPI आंकड़े आने बाकी हैं, और सरकार संभवतः अगस्त-सितंबर तक इनका विश्लेषण कर फैसला लेगी। महंगाई भत्ता सिर्फ सैलरी का हिस्सा नहीं है, बल्कि यह कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के जीवन की गुणवत्ता को बनाए रखने में अहम भूमिका निभाता है। खासकर पेंशनभोगियों के लिए यह मासिक खर्चों को संभालने का बड़ा सहारा है।
जुलाई-दिसंबर 2025 का DA Hike कर्मचारियों के लिए राहत की किरण लाएगा या निराशा का सबब बनेगा, यह तो आने वाले महीनों में साफ होगा। लेकिन मौजूदा आंकड़े और अनुमान ज्यादा उत्साहजनक नहीं हैं। कर्मचारियों की नजर अब सरकार के अगले कदम और AICPI के आंकड़ों पर टिकी है।