ITR Filing : अगर अब तक नहीं भरा ITR, तो हो सकती है भारी मुसीबत - ये हैं बचने के आसान तरीके

ITR Filing : आयकर रिटर्न (ITR Filing) की प्रक्रिया वित्तीय वर्ष 2025 के लिए शुरू हो चुकी है। अगर आप समय पर अपना ITR दाखिल करते हैं, तो न केवल आप पेनल्टी से बच सकते हैं, बल्कि टैक्स प्रक्रिया को भी आसान बना सकते हैं। Central Board of Direct Taxes (CBDT) ने इस साल विभिन्न ITR Forms और उनकी समय सीमा को लेकर महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
चाहे आप नौकरीपेशा हों, बिजनेस चलाते हों, या फिर कोई निवेशक, यह जानना जरूरी है कि ITR Filing की अंतिम तारीख कब है और देरी होने पर क्या नुकसान हो सकते हैं। आइए, इस लेख में हम आपको 2025 की ITR Filing प्रक्रिया, समय सीमा, पेनल्टी, और सही Tax Regime चुनने के बारे में विस्तार से बताते हैं।
ITR Filing की समय सीमा को समझें
2025 में ITR Filing की समय सीमा आपकी श्रेणी और आय के आधार पर अलग-अलग है। यदि आप एक सामान्य करदाता हैं, जैसे कि व्यक्ति, Hindu Undivided Family (HUF), Association of Persons (AOP), या Body of Individuals (BOI), और आपको ऑडिट की आवश्यकता नहीं है, तो आपका ITR 31 July 2025 तक दाखिल करना होगा।
वहीं, जिन व्यवसायियों या पेशेवरों को अपने खातों का ऑडिट करवाना पड़ता है, उनके लिए अंतिम तारीख 31 October 2025 है। घरेलू कंपनियों के लिए भी यही तारीख लागू है। अगर आपको अपने रिटर्न में कोई सुधार करना है, तो Revised Return दाखिल करने की अंतिम तारीख 31 December 2025 है। समय पर ITR Filing न केवल आपको पेनल्टी से बचाएगी, बल्कि आपकी वित्तीय विश्वसनीयता को भी बढ़ाएगी।
देरी होने पर पेनल्टी
यदि आप निर्धारित समय सीमा तक ITR Filing नहीं करते, तो आपको पेनल्टी का सामना करना पड़ सकता है। CBDT के नियमों के अनुसार, अगर आपकी वार्षिक आय 5 लाख रुपये से कम है, तो देरी से रिटर्न दाखिल करने पर 1,000 रुपये की पेनल्टी लगेगी। वहीं, अगर आपकी आय 5 लाख रुपये से अधिक है, तो यह पेनल्टी बढ़कर 5,000 रुपये हो जाती है।
इसके अलावा, अगर आपने समय पर टैक्स का भुगतान नहीं किया, तो Section 234A के तहत हर महीने 1% ब्याज भी देना होगा। इसलिए, समय पर ITR Filing करके इस अतिरिक्त खर्च से बचा जा सकता है।
नया या पुराना Tax Regime: क्या चुनें?
ITR Filing के दौरान सबसे महत्वपूर्ण निर्णय है सही Tax Regime का चयन। 2025 में आपके पास दो विकल्प हैं: New Tax Regime और Old Tax Regime। New Tax Regime में 12 लाख रुपये तक की आय पर कोई टैक्स नहीं देना पड़ता, जो इसे कई करदाताओं के लिए आकर्षक बनाता है।
हालांकि, इसमें Section 80C या अन्य टैक्स छूट का लाभ नहीं मिलता। दूसरी ओर, Old Tax Regime में आप निवेश और खर्चों पर टैक्स छूट का लाभ उठा सकते हैं, लेकिन टैक्स स्लैब पुराने नियमों के अनुसार लागू होते हैं। अपनी आय, निवेश, और वित्तीय लक्ष्यों के आधार पर सही विकल्प चुनें। अगर आपको समझने में कठिनाई हो रही है, तो किसी Chartered Accountant से सलाह लेना बेहतर होगा।
समय पर ITR Filing के फायदे
समय पर ITR Filing न केवल आपको पेनल्टी से बचाती है, बल्कि कई अन्य फायदे भी देती है। यह आपकी वित्तीय प्रोफाइल को मजबूत करता है, जिससे लोन लेने या क्रेडिट कार्ड अप्लाई करने में आसानी होती है। इसके अलावा, अगर आपको टैक्स रिफंड का दावा करना है, तो समय पर रिटर्न दाखिल करना जरूरी है। CBDT ने इस साल ITR Filing प्रक्रिया को और आसान बनाने के लिए ऑनलाइन पोर्टल को अपडेट किया है, जिससे आप घर बैठे आसानी से रिटर्न दाखिल कर सकते हैं।
2025 में ITR Filing को लेकर जागरूकता और सही जानकारी ही आपको वित्तीय नुकसान से बचा सकती है। समय सीमा का पालन करें, सही Tax Regime चुनें, और अगर जरूरी हो तो विशेषज्ञ की सलाह लें। इससे न केवल आपकी टैक्स प्रक्रिया सुगम होगी, बल्कि आपकी वित्तीय यात्रा भी सुरक्षित रहेगी।