Minimum Balance Rules : बैंक खाता खाली है? अब देना होगा भारी जुर्माना – तुरंत जानिए नए नियम!

Minimum Balance Rules : बैंक खाता आज के समय में हर व्यक्ति की वित्तीय जरूरतों का अहम हिस्सा बन चुका है। चाहे बचत की राशि जमा करना हो, लेन-देन करना हो, या फिर कोई और वित्तीय कार्य, बैंक खाता हर कदम पर साथ देता है। लेकिन खाते का सुचारु रूप से चलते रहना उतना ही जरूरी है, जितना इसे खोलना।
आजकल ज्यादातर बैंक अपने खाताधारकों से मिनिमम बैलेंस मेंटेन करने की शर्त रखते हैं। अगर खाते में यह न्यूनतम राशि नहीं रहती, तो बैंक पेनाल्टी वसूलते हैं। आइए, जानते हैं कि SBI, HDFC, ICICI, PNB और YES बैंक जैसे प्रमुख बैंकों में मिनिमम बैलेंस के नियम क्या हैं और इनका पालन न करने पर कितना जुर्माना लग सकता है।
SBI Bank
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने अपने खाताधारकों को बड़ी राहत दी है। साल 2020 में SBI ने बचत खातों पर मिनिमम बैलेंस की अनिवार्यता को खत्म कर दिया। अब खाताधारकों को मिनिमम बैलेंस मेंटेन करने की जरूरत नहीं है, और अगर बैलेंस कम हो, तो कोई पेनाल्टी या चार्ज भी नहीं लगता। यह कदम उन लोगों के लिए वरदान साबित हुआ है, जो छोटी-छोटी बचत के लिए SBI पर भरोसा करते हैं।
HDFC Bank
HDFC बैंक में मिनिमम बैलेंस का नियम खाते के प्रकार और क्षेत्र पर निर्भर करता है। मेट्रो और शहरी क्षेत्रों में खाताधारकों को 10,000 रुपये का मिनिमम मंथली एवरेज बैलेंस रखना जरूरी है। वहीं, अर्ध-शहरी क्षेत्रों में यह सीमा 5,000 रुपये है, या फिर खाताधारक को 50,000 रुपये की फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) रखनी होगी।
अगर बैलेंस इस सीमा से कम होता है, तो बैंक कमी की राशि का 6 प्रतिशत या अधिकतम 600 रुपये, जो भी कम हो, पेनाल्टी के रूप में वसूलता है। मेट्रो और शहरी क्षेत्रों में अगर 10,000 रुपये का बैलेंस नहीं है, तो खाताधारक को एक साल और एक दिन की 1 लाख रुपये की FD रखनी होगी।
ICICI Bank
ICICI बैंक में खाताधारकों को हर महीने औसतन 5,000 रुपये का मिनिमम बैलेंस मेंटेन करना होता है। अगर यह राशि नहीं रहती, तो बैंक 100 रुपये की न्यूनतम पेनाल्टी के साथ-साथ कमी की राशि का 5 प्रतिशत जुर्माना लगाता है। इसलिए ICICI खाताधारकों को अपने खाते की स्थिति पर नजर रखनी चाहिए, ताकि अनावश्यक खर्च से बचा जा सके।
PNB Bank
पंजाब नेशनल बैंक (PNB) में भी मिनिमम बैलेंस के नियम क्षेत्र और खाते के प्रकार के आधार पर तय होते हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में खाताधारकों को 500 रुपये, अर्ध-शहरी क्षेत्रों में 1,000 रुपये और शहरी व मेट्रो क्षेत्रों में 2,000 रुपये का मिनिमम बैलेंस रखना अनिवार्य है। अगर यह राशि मेंटेन नहीं की जाती, तो ग्रामीण क्षेत्रों में 400 रुपये, अर्ध-शहरी क्षेत्रों में 500 रुपये और शहरी व मेट्रो क्षेत्रों में 600 रुपये की पेनाल्टी लगाई जाती है।
YES Bank
YES बैंक में मिनिमम बैलेंस को लेकर नियम थोड़े अलग हैं। अगर खाते में जरूरी मिनिमम बैलेंस का 50 से 100 प्रतिशत हिस्सा मौजूद है, तो बैंक 5 प्रतिशत शॉर्टफॉल चार्ज वसूलता है। लेकिन अगर यह राशि 50 प्रतिशत से भी कम हो जाती है, तो चार्ज दोगुना यानी 10 प्रतिशत हो जाता है। बैंक समय-समय पर इन नियमों में बदलाव भी करता रहता है, इसलिए खाताधारकों को अपडेट रहना जरूरी है।
जीरो बैलेंस खाता
मिनिमम बैलेंस की चिंता से बचने का सबसे आसान तरीका है जीरो बैलेंस खाता। आजकल कई बैंक यह सुविधा दे रहे हैं, जिसके तहत खाताधारकों को कोई न्यूनतम राशि रखने की जरूरत नहीं होती। इसके अलावा सैलरी अकाउंट में भी मिनिमम बैलेंस की शर्त लागू नहीं होती। यह उन लोगों के लिए बेहतरीन विकल्प है, जो नियमित बैलेंस मेंटेन करने में दिक्कत महसूस करते हैं।
पेनाल्टी से बचने के लिए क्या करें?
हर बैंक अपने नियमों के हिसाब से मिनिमम बैलेंस न रखने पर पेनाल्टी लगाता है, जो 100 रुपये से लेकर 500 रुपये तक हो सकती है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के दिशानिर्देशों के अनुसार, बैंक पेनाल्टी लगाकर खाते का बैलेंस शून्य तो कर सकते हैं, लेकिन इसे माइनस में नहीं ले जा सकते। अगर आप पेनाल्टी से बचना चाहते हैं और खाता बंद करना चाहते हैं, तो बिना किसी चार्ज के ऐसा कर सकते हैं। अपने खाते की स्थिति पर नजर रखें और नियमों का पालन करें, ताकि अनावश्यक खर्च से बचा जा सके।