दिल्ली-NCR में प्रॉपर्टी की कीमतें 55% तक उछली! जानिए किस इलाके में सबसे ज्यादा महंगे हुए घर

भारत में प्रॉपर्टी की कीमतों में बढ़ोतरी का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है। साल 2024 में घरों और प्रॉपर्टी के दामों (Property in Delhi-NCR) में जबरदस्त उछाल देखा गया, खासकर देश के प्रमुख शहरों में। पिछले कुछ सालों से घरों की मांग (House Demand) में लगातार इजाफा हो रहा है, जिसके चलते कीमतों में भी तेजी आई है।
बीते साल घरों की कीमतों में करीब 50 लाख रुपये से ज्यादा की वृद्धि हुई, जो आम लोगों के लिए चिंता का विषय बन गया है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह रुझान आने वाले समय में भी जारी रह सकता है।
कोरोना काल में शुरू हुआ यह सिलसिला आज भी कायम है। साल 2020 में महामारी के दौरान लोग भीड़भाड़ से दूर रहने के लिए शहरों से बाहर घर खरीदने (House Sell Hike) की ओर बढ़े। इसके बाद से घर बनाने और खरीदने की मांग में रिकॉर्ड बढ़ोतरी हुई। इस दौरान दिल्ली-एनसीआर (House Rate Hike) में प्रॉपर्टी की कीमतों में सबसे ज्यादा तेजी देखी गई। यह क्षेत्र न सिर्फ निवेशकों बल्कि आम लोगों के लिए भी पसंदीदा बन गया है।
दिल्ली-एनसीआर में प्रॉपर्टी की कीमतों में पिछले साल 2024 की आखिरी तिमाही में 55 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी (55% Rate Hike of House) दर्ज की गई। वित्त वर्ष 2024 की पहली छमाही में जहां घरों की औसत कीमत 93 लाख रुपये थी, वहीं 2025 की पहली छमाही में यह बढ़कर 1 करोड़ 45 लाख रुपये हो गई।
यह आंकड़ा इस क्षेत्र में प्रॉपर्टी की ऊंची मांग और सीमित आपूर्ति को दर्शाता है। जानकारों के मुताबिक, यह तेजी विश्वसनीय डेटा और बाजार विश्लेषण पर आधारित है।
पिछले साल 2024 की पहली तिमाही में दिल्ली-एनसीआर में करीब 32 हजार 315 घर बिके, जिनकी कुल कीमत 30 हजार 154 करोड़ रुपये थी। वहीं, इस साल 2025 की पहली छमाही में 32 हजार 120 घर बिके (Property Sell in 2025), जिनका मूल्य 46 हजार 611 करोड़ रुपये रहा।
हालांकि, बिक्री की संख्या में एक प्रतिशत की मामूली गिरावट आई, लेकिन इन्वेंट्री का मूल्य 55 प्रतिशत बढ़ गया। यह बदलाव प्रॉपर्टी के दामों में हुई भारी वृद्धि का संकेत देता है।
दिल्ली-एनसीआर के बाद बेंगलुरु (Property in Bengaluru) में भी घरों की कीमतों में तेजी देखी गई। इस साल बेंगलुरु में कीमतों में 44 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई और औसत कीमत 1 करोड़ 21 लाख रुपये तक पहुंच गई। यह शहर तेजी से प्रॉपर्टी निवेश का केंद्र बन रहा है।
इसके अलावा, देश के सात प्रमुख शहरों में इस साल घरों की कीमतों में औसतन 23 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जो अब 1 करोड़ 23 लाख रुपये तक पहुंच गई है। पिछले साल यह कीमत करीब 1 करोड़ रुपये थी। यह आंकड़े बाजार की मजबूती और लोगों की बदलती जरूरतों को दर्शाते हैं।