PPF में हर महीने ₹5000 डालो और रिटायरमेंट में बनाओ ₹40 लाख! जानिए पूरी कैलकुलेशन

पब्लिक प्रोविडेंट फंड (पीपीएफ) एक सुरक्षित सरकारी बचत योजना है, जो रिटायरमेंट के लिए आदर्श है। 7.1% ब्याज दर और टैक्स छूट के साथ, 3,000-6,000 रुपये मासिक निवेश से 18 साल में 13-26 लाख तक का फंड बनाएं। पोस्ट ऑफिस या बैंक में पीपीएफ खाता खोलें और वित्तीय सुरक्षा पाएं।
PPF में हर महीने ₹5000 डालो और रिटायरमेंट में बनाओ ₹40 लाख! जानिए पूरी कैलकुलेशन

पब्लिक प्रोविडेंट फंड (पीपीएफ) एक ऐसी सरकारी बचत योजना है, जो न केवल आपके भविष्य को सुरक्षित करती है, बल्कि रिटायरमेंट के लिए एक मजबूत वित्तीय आधार भी तैयार करती है। यह योजना अपनी गारंटीड रिटर्न और जोखिम-मुक्त प्रकृति के कारण लाखों भारतीयों की पहली पसंद बनी हुई है।

चाहे आप मध्यम वर्गीय परिवार से हों या अपनी मेहनत की कमाई को समझदारी से निवेश करना चाहते हों, पीपीएफ आपके लिए एक आदर्श विकल्प हो सकता है। इस लेख में हम आपको बताएंगे कि पीपीएफ क्या है, यह कैसे काम करता है, और कैसे आप इसे अपने रिटायरमेंट फंड को बढ़ाने के लिए उपयोग कर सकते हैं।

पीपीएफ क्या है और यह क्यों खास है?

पब्लिक प्रोविडेंट फंड एक दीर्घकालिक बचत योजना है, जिसे भारत सरकार द्वारा समर्थित किया जाता है। यह योजना पोस्ट ऑफिस और चुनिंदा बैंकों के माध्यम से उपलब्ध है। पीपीएफ की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह पूरी तरह सुरक्षित है और इसमें निवेश पर आपको निश्चित ब्याज मिलता है।

वर्तमान में पीपीएफ पर 7.1% की वार्षिक ब्याज दर दी जा रही है, जो कि कई अन्य निवेश विकल्पों की तुलना में काफी आकर्षक है। इसके अलावा, पीपीएफ में निवेश पर टैक्स छूट का लाभ भी मिलता है, जो इसे और भी लुभावना बनाता है।

कौन खोल सकता है पीपीएफ खाता?

पीपीएफ खाता खोलना बेहद आसान है। कोई भी भारतीय नागरिक अपने नाम से पीपीएफ खाता खोल सकता है। अगर आप अपने नाबालिग बच्चे के लिए निवेश शुरू करना चाहते हैं, तो उनके नाम से भी खाता खोला जा सकता है। हालांकि, एक व्यक्ति पूरे देश में केवल एक ही पीपीएफ खाता खोल सकता है, चाहे वह पोस्ट ऑफिस में हो या बैंक में। न्यूनतम निवेश राशि मात्र 500 रुपये प्रति वर्ष है, जबकि अधिकतम सीमा 1.5 लाख रुपये प्रति वर्ष है। यह लचीलापन पीपीएफ को हर आय वर्ग के लिए उपयुक्त बनाता है।

कितना निवेश और कितना रिटर्न?

पीपीएफ में निवेश की अवधि 15 वर्ष है, जिसे 5-5 वर्ष के ब्लॉक में और बढ़ाया जा सकता है। मान लीजिए, आप हर महीने 3,000 रुपये का निवेश करते हैं। इस हिसाब से सालाना निवेश 36,000 रुपये होगा। 18 साल बाद, आपका कुल निवेश 6,48,000 रुपये होगा। इस दौरान, 7.1% की ब्याज दर के साथ आपको 6,75,527 रुपये का ब्याज मिलेगा। यानी, कुल मिलाकर आपकी राशि बढ़कर 13,23,527 रुपये हो जाएगी।

अब, अगर आप अपने निवेश को बढ़ाकर 6,000 रुपये प्रति माह करते हैं, तो सालाना निवेश 72,000 रुपये होगा। 18 साल बाद, आपका कुल निवेश 12,96,000 रुपये होगा, और ब्याज के रूप में आपको 13,51,054 रुपये मिलेंगे। इस तरह, आपकी कुल राशि 26,47,054 रुपये तक पहुंच जाएगी। यह राशि आपके रिटायरमेंट के लिए एक मजबूत वित्तीय सुरक्षा प्रदान कर सकती है।

पीपीएफ में निवेश क्यों है समझदारी?

पीपीएफ न केवल सुरक्षित है, बल्कि यह आपके पैसे को लंबे समय तक बढ़ाने का एक शानदार तरीका भी है। इसमें निवेश करने से आप न केवल अपने भविष्य को सुरक्षित करते हैं, बल्कि टैक्स बचत का लाभ भी उठा सकते हैं। इसके अलावा, यह योजना उन लोगों के लिए भी उपयुक्त है जो जोखिम भरे निवेश से बचना चाहते हैं। चाहे आप नौकरीपेशा हों या स्व-रोजगार में हों, पीपीएफ आपके वित्तीय पोर्टफोलियो में एक मजबूत नींव जोड़ सकता है।

आज ही शुरू करें निवेश

अगर आप अपने रिटायरमेंट के लिए एक सुरक्षित और सुनिश्चित रास्ता तलाश रहे हैं, तो पीपीएफ आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प है। छोटी-छोटी राशि से शुरू करके आप लंबे समय में एक बड़ा फंड तैयार कर सकते हैं। अपने नजदीकी पोस्ट ऑफिस या बैंक में जाकर आज ही पीपीएफ खाता खोलें और अपने भविष्य को सुरक्षित करें। याद रखें, वित्तीय आजादी की शुरुआत छोटे कदमों से होती है, और पीपीएफ उस दिशा में एक मजबूत कदम है।

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