RBI Update On 5 Rupees Coin : क्या सच में 5 रुपये का सिक्का हो रहा है बंद? RBI ने दिया चौंकाने वाला जवाब

5 Rupees Coins Latest News : भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने हाल ही में एक चौंकाने वाला कदम उठाया है, जिसने देशभर में चर्चा का माहौल बना दिया है। भारतीय मुद्रा में शामिल 5 रुपये के मोटे सिक्कों (Five Rupee Coins) को अब चलन से बाहर कर दिया गया है।
जी हां, अब आप बाजार में इन सिक्कों को शायद ही देख पाएंगे। लेकिन सवाल यह है कि आखिर RBI को ऐसा कदम क्यों उठाना पड़ा? इसके पीछे की वजह जानकर आप हैरान रह जाएंगे। इस लेख में हम आपको 5 रुपये के सिक्के (5 Rupee Coin News) से जुड़ी ताजा जानकारी और इसके बंद होने के कारणों को विस्तार से बताएंगे।
5 रुपये का सिक्का: दो तरह, एक कहानी
भारतीय मुद्रा में 5 रुपये के दो प्रकार के सिक्के प्रचलन में थे। एक पतला सिक्का, जो पीतल से बना है और अभी भी बाजार में इस्तेमाल हो रहा है। दूसरा मोटा सिक्का, जो अन्य धातुओं से बना था, अब RBI ने इसके उत्पादन को पूरी तरह बंद कर दिया है।
लेकिन ऐसा क्या हुआ कि RBI को यह बड़ा फैसला लेना पड़ा? दरअसल, इन मोटे सिक्कों (Five Rupee Coins) का दुरुपयोग बड़े पैमाने पर हो रहा था, जिसने RBI को सख्त कदम उठाने के लिए मजबूर कर दिया। साथ ही, कुछ अफवाहें भी बाजार में फैल रही थीं, जिनसे RBI ने लोगों को सावधान रहने की अपील की है।
सिक्के का मूल्य और उसकी धातु का सच
RBI के नियमों के अनुसार, किसी सिक्के में इस्तेमाल होने वाली धातु का आंतरिक मूल्य उसके मौद्रिक मूल्य से अधिक नहीं होना चाहिए। लेकिन 5 रुपये के मोटे सिक्कों (5 Rupee Coin Update) के मामले में यही नियम टूट रहा था। इन सिक्कों में मौजूद धातु का मूल्य 5 रुपये से कहीं ज्यादा हो गया था, जिसके कारण इन्हें चलन से बाहर करना जरूरी हो गया।
यह कदम भारतीय अर्थव्यवस्था को स्थिर रखने और मुद्रा के दुरुपयोग को रोकने के लिए उठाया गया है। RBI ने इस फैसले को लागू करते हुए साफ कर दिया कि अब इन सिक्कों का उत्पादन नहीं होगा।
बांग्लादेश में सिक्कों की तस्करी और ब्लेड का खेल
सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि 5 रुपये के मोटे सिक्कों (Old 5 Rupee Coin) का इस्तेमाल पड़ोसी देश बांग्लादेश में गैरकानूनी गतिविधियों के लिए हो रहा था। इन सिक्कों को पिघलाकर रेजर ब्लेड (Razor Blade News) बनाए जा रहे थे। एक सिक्के से 6 ब्लेड तैयार किए जाते थे, जिन्हें 2 रुपये प्रति ब्लेड की दर से बेचा जाता था।
यानी 5 रुपये का एक सिक्का 12 रुपये के ब्लेड में बदल रहा था। यह अवैध कारोबार RBI की नजर में आया, और तुरंत इन सिक्कों को चलन से बाहर करने का फैसला लिया गया। इस कदम से न केवल तस्करी पर रोक लगेगी, बल्कि भारतीय मुद्रा की गरिमा भी बरकरार रहेगी।
RBI का नया कदम, पतले सिक्कों का दौर
अब RBI ने 5 रुपये के सिक्कों (5 Ka Sikka) को नए स्वरूप में ढाला है। ये नए सिक्के पतले और मिश्रित धातु से बने हैं, जो न केवल उपयोग में आसान हैं, बल्कि दुरुपयोग की संभावना को भी कम करते हैं। इस बदलाव से भारतीय मुद्रा (Indian Currency) की विश्वसनीयता और मजबूती बनी रहेगी।
RBI ने लोगों से अपील की है कि वे पुराने मोटे सिक्कों को लेकर फैल रही अफवाहों पर ध्यान न दें और केवल आधिकारिक सूचनाओं पर भरोसा करें।