Silver Price : इस दिवाली चांदी चमकाएगी किस्मत! एक्सपर्ट बोले- ₹1.30 लाख प्रति किलो पहुंच सकती है कीमत

Silver Price : चांदी इन दिनों निवेशकों के लिए एक चमकता हुआ सितारा बन चुकी है। इसकी कीमतें लगातार नई ऊंचाइयों को छू रही हैं, और बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि यह तेजी अभी थमने वाली नहीं है। विशेषज्ञों का अनुमान है कि इस साल Diwali 2025 तक चांदी की कीमतें 1.30 लाख रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच सकती हैं।
यह खबर न केवल बड़े निवेशकों के लिए, बल्कि आम लोगों के लिए भी एक सुनहरा अवसर लेकर आई है, जो अपने पैसे को सुरक्षित और लाभकारी निवेश में लगाना चाहते हैं। आइए, जानते हैं कि चांदी की इस चमक के पीछे क्या कारण हैं और यह निवेशकों के लिए क्यों बन रही है पहली पसंद।
वैश्विक बाजार और तकनीकी उछाल का प्रभाव
Kedia Advisory के डायरेक्टर Ajay Suresh Kedia का कहना है कि चांदी की कीमतों में यह उछाल वैश्विक बाजारों में तकनीकी ब्रेकआउट और बढ़ती औद्योगिक मांग का नतीजा है। हाल ही में अंतरराष्ट्रीय बाजार में चांदी ने 37 Dollar Per Ounce का स्तर छुआ, जो एक बड़ी उपलब्धि है। इसके पीछे एक बड़ा कारण America और China के बीच व्यापारिक तनाव में कमी भी है, जिसने औद्योगिक क्षेत्रों में चांदी की मांग को और बढ़ाया है।
चांदी का उपयोग Clean Energy, 5G Technology, और Electric Vehicles (EV) जैसे क्षेत्रों में 53-56% तक होता है, जिसके चलते इसकी मांग में लगातार इजाफा हो रहा है। Ajay Suresh Kedia का कहना है कि यह तेजी Diwali 2025 तक और बढ़ सकती है, और कीमतें 1.25 लाख से 1.30 लाख रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच सकती हैं।
गोल्ड-सिल्वर रेशियो: चांदी क्यों है आकर्षक?
चांदी की कीमतों में तेजी का एक और कारण Gold-Silver Ratio है, जो वर्तमान में 91 के आसपास है। यह रेशियो दर्शाता है कि सोने की तुलना में चांदी अभी भी निवेश के लिए किफायती और आकर्षक है। Silver Institute की हालिया रिपोर्ट के अनुसार, चांदी की आपूर्ति में कमी और मांग में बढ़ोतरी के कारण पिछले पांच सालों से चांदी डेफिसिट में है।
इस कमी ने कीमतों को और बल दिया है। ऐतिहासिक रूप से जब यह रेशियो 90 से नीचे आता है, तो चांदी की कीमतों में तेजी देखने को मिलती है। यही कारण है कि विशेषज्ञ इसे लंबे समय के निवेश के लिए एक सुनहरा अवसर मान रहे हैं।
डिजिटल निवेश और ETF की भूमिका
पहले चांदी को मुख्य रूप से Dhanteras और Akshaya Tritiya जैसे खास मौकों पर खरीदा जाता था, लेकिन अब इसका स्वरूप बदल चुका है। Exchange Traded Funds (ETF) और Digital Silver ने छोटे निवेशकों के लिए भी चांदी में निवेश को आसान बना दिया है।
Mutual Funds ने भी Multi-Asset Funds में चांदी को शामिल करना शुरू किया है, जिससे इसकी लोकप्रियता में और इजाफा हुआ है। आज के डिजिटल युग में, लोग घर बैठे चांदी में निवेश कर सकते हैं, और यह बदलाव निवेशकों की नई पीढ़ी को आकर्षित कर रहा है।
भविष्य का अनुमान: चांदी की चमक और तेज होगी
Ajay Suresh Kedia का अनुमान है कि Diwali 2025 तक चांदी की कीमतें 1.30 लाख रुपये तक पहुंच सकती हैं। पिछले 60 दिनों में चांदी ने 24% का रिटर्न दिया है, जो अन्य निवेश विकल्पों जैसे Fixed Deposit या Mutual Funds से कहीं अधिक है। औद्योगिक मांग, आपूर्ति की कमी, और निवेशकों की बढ़ती रुचि के चलते चांदी की यह तेजी बरकरार रहने की पूरी संभावना है।
विशेषज्ञों का कहना है कि अगर आप इस Diwali निवेश की योजना बना रहे हैं, तो चांदी पर नजर रखें। यह न केवल एक सुरक्षित निवेश है, बल्कि लंबे समय में शानदार रिटर्न देने की क्षमता भी रखता है।