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अगर टैक्स नहीं भरा तो क्या होगा? टैक्सपेयर्स को जरूर जाननी चाहिए यह बातें

यदि आप समय पर टैक्स रिटर्न दाखिल (income tax return)नहीं करते, तो आयकर अधिनियम की धारा 234F के तहत जुर्माना लगाया जाता है। 
अगर टैक्स नहीं भरा तो क्या होगा? टैक्सपेयर्स को जरूर  जाननी चाहिए यह बातें
अगर टैक्स नहीं भरा तो क्या होगा? टैक्सपेयर्स को जरूर  जाननी चाहिए यह बातें 

भारत में सरकार को टैक्स देना हमारी अहम जिम्मेदारियों में से एक मानी जाती है। चाहे वह आयकर हो या अन्य प्रकार का टैक्स अगर आपके द्वारा इस तरह के टैक्स नहीं दिए जाते हैं तो यह एक गंभीर अपराध माना जाता है। टैक्स नहीं भरना आपको बड़ी परेशानी में डाल सकता है।

जानकारी के लिए आपको बात दे की भारत में टैक्सपेयर्स को ओल्ड टैक्स रिजीम (old tax regime)और न्यू टैक्स रिजीम (new tax regime) के बीच चयन का विकल्प मिलता है, जिससे वे अपनी आर्थिक स्थिति के अनुसार सही व्यवस्था चुन सकते हैं। हालांकि, जो व्यक्ति टैक्स भुगतान से बचने की कोशिश करते हैं, उनके खिलाफ आयकर विभाग द्वारा सख्त कार्रवाई की जाती है।  

टैक्स न चुकाने पर क्या होगा? (What will happen if tax is not paid)

यदि आप समय पर टैक्स रिटर्न दाखिल (income tax return)नहीं करते, तो आयकर अधिनियम की धारा 234F के तहत जुर्माना लगाया जाता है। अगर आपकी कुल आय ₹5 लाख से अधिक है, तो ₹5,000 का जुर्माना और ₹5 लाख तक की आय पर ₹1,000 का जुर्माना लगाया जाता है। इसके अलावा, धारा 234A के तहत 1% प्रति माह की दर से ब्याज वसूला जाता है। 

Income Tax Department से मिलेगा नोटिस

आयकर विभाग धारा 156 के तहत डिमांड नोटिस जारी कर सकता है। इस नोटिस में बकाया राशि का भुगतान एक निर्धारित समय सीमा के भीतर करने का निर्देश होता है। नोटिस को अनदेखा करना गंभीर हो सकता है, जिससे आगे कानूनी कार्रवाई की जा सकती है। यदि कोई व्यक्ति जानबूझकर या अनजाने में टैक्स चोरी करता है, तो उस पर धारा 270ए और 276सीसी के तहत कड़ी सजा का प्रावधान है। टैक्स कम दिखाने पर बकाया टैक्स का 50% से लेकर 200% तक जुर्माना लगाया जा सकता है।    

संपत्ति भी हो सकती है जब्त

लगातार नोटिसों का पालन न करने पर आयकर विभाग (Income Tax Rules )बकाया राशि की वसूली के लिए आपकी संपत्ति, जैसे जमीन, वाहन या अन्य परिसंपत्तियों को जब्त कर सकता है। टैक्स न चुकाने से व्यक्ति का क्रेडिट स्कोर प्रभावित होता है, जिससे भविष्य में ऋण या अन्य वित्तीय सेवाएं प्राप्त करना कठिन हो सकता है। गंभीर मामलों में विदेश मंत्रालय पासपोर्ट जारी करने को रद्द कर सकता है, जिससे अंतरराष्ट्रीय यात्रा भी प्रतिबंधित हो सकती है।   

देना पड़ता है भारी जुर्माना

गंभीर मामलों में टैक्स चोरी (tax evasion cases) करने वालों पर अदालत में सुनवाई हो सकती है। दोषी पाए जाने पर भारी जुर्माना और तीन महीने से लेकर सात साल तक की जेल हो सकती है। टैक्स समय पर भुगतान करना न केवल आपकी कानूनी जिम्मेदारी है, बल्कि यह वित्तीय स्थिरता और प्रतिष्ठा बनाए रखने का भी एक जरिया है। टैक्स से बचने के बजाय सही प्लानिंग और नियमों का पालन करें, ताकि आप जुर्माने और कानूनी कार्रवाई से बच सकें।    

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