NEET Preparation Tips : NEET Exam करना है क्लियर तो अपनाएं ये स्ट्रैटजी और पाएं शानदार रिजल्ट

NEET Preparation Tips : NEET यानी नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट—हर उस छात्र के लिए सबसे अहम पड़ाव बन चुका है जो डॉक्टर बनने का सपना देखता है।
इस साल, यह परीक्षा 4 मई को आयोजित की जाएगी और अब तक करीब 23 लाख छात्र इसके लिए रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं। इतनी बड़ी प्रतिस्पर्धा के बीच सफलता पाने के लिए तैयारी भी उतनी ही रणनीतिक होनी चाहिए।
तैयारी का सही समय: अब बस स्मार्टली स्टडी करने का वक्त है
अब जब परीक्षा सिर्फ कुछ हफ्तों दूर है, तो समय है कि छात्र अपनी तैयारी को नया मोड़ दें। पटना के जाने-माने मेंटर प्रतीक रत्न, जो पिछले दस सालों से NEET के छात्रों को गाइड कर रहे हैं, मानते हैं कि इस फेज में स्मार्ट वर्क और स्ट्रैटेजिक अप्रोच ही असली गेम चेंजर हो सकते हैं।
नया कुछ मत पढ़िए, अब सिर्फ रिवीजन पर फोकस कीजिए
प्रतीक रत्न की मानें तो अब समय नहीं है कि आप कोई नया टॉपिक शुरू करें। इस फेज में NCERT आधारित क्विक रिवीजन ही आपकी असली ताकत बनेगी। जितना ज्यादा आप मूल कॉन्सेप्ट्स पर पकड़ मजबूत करेंगे, उतना ही आत्मविश्वास बढ़ेगा।
डेली शेड्यूल बनाएं, मॉक टेस्ट को नजरअंदाज न करें
एक रूटीन बनाएं जिसमें फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी का बैलेंस्ड रिवीजन हो। हर दो-तीन दिन में एक मॉक टेस्ट जरूर दें, और उससे भी ज़्यादा जरूरी है—पेपर का एनालिसिस। देखिए कि कौन-से सवाल बार-बार गलत हो रहे हैं, और उन पर फोकस करिए।
टाइम मैनेजमेंट ही असली मास्टर की
NEET जैसी परीक्षा में सवालों का जवाब देना जितना जरूरी है, उतना ही जरूरी है समय का सही उपयोग। हर सेकंड मायने रखता है। परीक्षा की तैयारी करते वक्त ही इस स्किल पर काम कीजिए।
मेंटल हेल्थ का ध्यान रखना भी है जरूरी
इस दौर में जब छात्र भारी मानसिक दबाव में होते हैं, अच्छी नींद, संतुलित डाइट और पॉजिटिव माइंडसेट आपकी सबसे बड़ी ताकत बन सकते हैं। प्रतीक रत्न की सलाह है कि थके दिमाग से पढ़ाई नहीं करनी चाहिए—बल्कि खुद को स्थिर और केंद्रित रखना ज़्यादा ज़रूरी है।
किन टॉपिक्स पर ज़्यादा फोकस करें?
बायोलॉजी में कुछ चैप्टर्स ऐसे हैं जो हर साल पेपर का आधार बनते हैं—ह्यूमन फिजियोलॉजी, प्लांट फिजियोलॉजी, मॉलिक्यूलर जेनेटिक्स, और बायोटेक्नोलॉजी।
इनके अलावा, प्लांट और एनिमल डायवर्सिटी जैसे रिविज़न-बेस्ड चैप्टर्स को भी हल्के में न लें। वहीं, सेल साइकिल और सेल डिवीजन जैसे टॉपिक दूसरी जगहों पर बेस बनते हैं, इसलिए इन्हें भी रिवाइज करना ज़रूरी है।
पुराने सालों के पेपर्स: सफलता की असली कुंजी
2013 से लेकर 2024 तक के NEET के सवालों की प्रैक्टिस ज़रूर करें। इन्हें मॉक टेस्ट की तरह हल करें और ध्यान रखें—NCERT ही आपका बेस्ट फ्रेंड है। किसी दूसरी किताब में उलझने से बेहतर है, जो आपने पढ़ा है उसे ठोस तरीके से दोहराएं।