Ghaziabad Suicide : Letter में युवक ने पत्नी को लेकर लिखा कुछ ऐसा… कि दोस्त भी खुद को संभाल नहीं पाए!

Ghaziabad Suicide : गाजियाबाद के मोदीनगर में एक दिल दहला देने वाली घटना ने सभी को झकझोर कर रख दिया है। 32 वर्षीय IT इंजीनियर मोहित त्यागी ने अपनी पत्नी और उसके परिवार की प्रताड़ना से तंग आकर जहर खाकर अपनी जान दे दी। इस मामले ने एक बार फिर समाज में वैवाहिक रिश्तों की जटिलताओं और मानसिक स्वास्थ्य के प्रति लापरवाही को उजागर किया है।
मोहित ने आत्महत्या से पहले अपने दोस्तों को एक लंबा सुसाइड नोट भेजा, जिसमें उन्होंने अपनी पत्नी और उसके रिश्तेदारों पर गंभीर आरोप लगाए। आइए, इस दुखद कहानी को गहराई से समझते हैं।
क्या हुआ मोहित त्यागी के साथ?
मोदीनगर की कृष्णपुरा कॉलोनी में रहने वाले मोहित त्यागी एक प्रतिभाशाली IT इंजीनियर थे, जो एक निजी कंपनी में काम करते थे। उनकी शादी 10 दिसंबर 2020 को संभल जिले की प्रियंका त्यागी के साथ हुई थी। लेकिन यह रिश्ता जल्द ही उनके लिए दुख और तनाव का कारण बन गया।
मंगलवार सुबह, मोहित के पिता जयप्रकाश त्यागी को संभल के अजरौड़ा थाने से एक फोन आया। फोन करने वाले ने खुद को पुलिसकर्मी बताया और कहा कि प्रियंका ने मोहित और उनके परिवार के खिलाफ दहेज उत्पीड़न की शिकायत दर्ज की है। इस खबर ने मोहित को अंदर तक तोड़ दिया।
मोहित के बड़े भाई राहुल त्यागी ने बताया कि इस खबर के बाद मोहित घर से बाहर निकल गए। दोपहर में लौटने पर उन्होंने कहा, "आज मैंने सारा इंतजाम कर लिया है। अब कोई शिकायत नहीं आएगी।" इसके बाद, मोहित ने अपने करीबी लोगों को व्हाट्सएप पर 1634 शब्दों का सुसाइड नोट भेजा और सल्फास की गोली खा ली। जब उनकी हालत बिगड़ी, तो परिवार उन्हें तुरंत स्थानीय अस्पताल ले गया। वहां से मेरठ और फिर दिल्ली रेफर किया गया, लेकिन गुरुवार को इलाज के दौरान मोहित ने दम तोड़ दिया।
सुसाइड नोट में छिपा दर्द
मोहित ने अपने सुसाइड नोट में पत्नी प्रियंका, उनके भाई पुनीत त्यागी, भाभी नीतू त्यागी, और मामा अनिल त्यागी व विशेष त्यागी पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने लिखा कि वह अपनी पत्नी और उसके परिवार की प्रताड़ना से तंग आ चुके थे। नोट में मोहित ने बताया कि प्रियंका और उसके रिश्तेदार उन्हें और उनके परिवार को झूठे मुकदमों में फंसाने की धमकी देते थे। इसके अलावा, प्रियंका ने मोहित को उनके तीन साल के बेटे से भी दूर रखा, जिसके कारण वह गहरे अवसाद में चले गए।
राहुल ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि शादी के बाद से ही प्रियंका बार-बार अपने मायके चली जाती थी। छह महीने पहले, वह अपने बेटे को लेकर बिना बताए मायके चली गई थी। उस समय मोहित ने प्रियंका पर गहने और नकदी ले जाने का आरोप लगाया था। राहुल का कहना है कि प्रियंका पिछले पांच सालों से परिवार पर अलग होने का दबाव डाल रही थी और झूठे केस की धमकी देती थी। इन सबके बीच, मोहित का मानसिक स्वास्थ्य बिगड़ता गया। वह अकेले रहने लगे और किसी से बात नहीं करते थे।
पुलिस की कार्रवाई और जांच
मोहित की मौत के बाद दिल्ली पुलिस ने पोस्टमॉर्टम कराकर मोदीनगर पुलिस को सूचित किया। मोदीनगर के एसीपी ज्ञानप्रकाश राय ने बताया कि मामले में शिकायत दर्ज की गई है और गंभीरता से जांच की जा रही है। पुलिस ने सुसाइड नोट और अन्य साक्ष्यों को आधार बनाकर कार्रवाई शुरू कर दी है। इस बीच, मोहित के परिवार ने प्रियंका और उनके रिश्तेदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
अतुल सुभाष केस से समानता
यह मामला हाल ही में चर्चा में रहे अतुल सुभाष सुसाइड केस की याद दिलाता है। बेंगलुरु के सॉफ्टवेयर इंजीनियर अतुल सुभाष ने भी अपनी पत्नी और ससुराल वालों पर उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए 24 पन्नों का सुसाइड नोट लिखा था। अतुल ने अपनी अस्थियों को तब तक विसर्जित न करने की बात कही थी, जब तक उन्हें इंसाफ न मिल जाए। दोनों मामलों में एक समानता है - वैवाहिक विवाद, मानसिक उत्पीड़न, और झूठे मुकदमों की धमकी। ये घटनाएं समाज में गहरे बैठे मुद्दों को उजागर करती हैं, जिन पर ध्यान देना जरूरी है।