Blood Pressure Symptoms : हार्ट अटैक से पहले ब्लड प्रेशर देता है ये अलार्म, अनदेखा किया तो पछताओगे

Blood Pressure Symptoms : हाई ब्लड प्रेशर को हल्के में लेना पड़ सकता है भारी। जानिए कब बीपी हार्ट अटैक का कारण बन सकता है, इसके लक्षण और बचाव के उपाय।
Blood Pressure Symptoms : हार्ट अटैक से पहले ब्लड प्रेशर देता है ये अलार्म, अनदेखा किया तो पछताओगे

Blood Pressure Symptoms : आजकल भागदौड़ भरी ज़िंदगी में हाई ब्लड प्रेशर यानी हाई बीपी एक आम बीमारी बन चुकी है। ज़्यादातर मामलों में इसकी जड़ें हमारे बिगड़ते खानपान, कम होती फिज़िकल एक्टिविटी और लगातार बढ़ते स्ट्रेस में छुपी होती हैं। भले ही ये समस्या धीरे-धीरे आती है, लेकिन जब असर दिखाती है, तब तक बहुत कुछ बिगड़ चुका होता है।

ब्लड प्रेशर हाई कब कहलाता है?

सामान्य तौर पर अगर किसी का बीपी 120/80 mmHg है, तो उसे हेल्दी माना जाता है। लेकिन जैसे ही ये रेंज 130/80 या उससे ऊपर जाती है, तो चिंता की बात होती है। खासतौर पर जब ये 140/90 mmHg पार कर जाए, तो खतरे की घंटी समझिए।

हाई बीपी: दिल पर क्यों डालता है सीधा असर?

जब शरीर में ब्लड प्रेशर लगातार बढ़ा रहता है, तो दिल को हर बार खून पंप करने में ज़्यादा मेहनत करनी पड़ती है। इसका सीधा असर रक्त नलिकाओं (blood vessels) पर पड़ता है, जो समय के साथ डैमेज होने लगती हैं।

यही डैमेज धीरे-धीरे दिल तक पहुँचकर हार्ट अटैक की स्थिति बना सकता है।

हार्ट अटैक का रिस्क कब बढ़ता है?

डॉक्टर्स के मुताबिक, जब किसी व्यक्ति का ब्लड प्रेशर 140/90 mmHg या उससे ज़्यादा होता है, तब हार्ट अटैक का ख़तरा तेज़ी से बढ़ने लगता है। यही वजह है कि अगर आप इस रेंज तक पहुँच चुके हैं, तो डॉक्टर से सलाह लेने में देरी बिल्कुल न करें।

हाई बीपी के लक्षण अक्सर क्यों छुपे होते हैं?

हाई ब्लड प्रेशर को अक्सर 'साइलेंट किलर' कहा जाता है, और इसकी वजह साफ है—शुरुआत में इसके कोई खास लक्षण नज़र नहीं आते।

मगर कुछ लोगों को सिर दर्द, चक्कर आना, आँखों में जलन या लाली, सीने में भारीपन या नाक से खून आना जैसे संकेत मिल सकते हैं। पर ये लक्षण हर किसी में नहीं होते, इसीलिए नियमित जांच ज़रूरी है।

क्या करना चाहिए अगर बीपी हाई हो?

सबसे पहला कदम है—पैनिक न करें, लेकिन इसे हल्के में भी न लें। खानपान संतुलित रखें, नमक कम खाएं, रोज़ाना टहलें और स्ट्रेस को मैनेज करना सीखें।

साथ ही अगर पहले से हाई बीपी है, तो नियमित रूप से ब्लड प्रेशर मॉनिटर करें और डॉक्टर की सलाह से दवाइयाँ लें।

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