Health Tips : तांबे का पानी बन सकता है ज़हर, जानिए सही तरीका वरना हो सकता है नुकसान

Health Tips : आजकल हर कोई सेहतमंद रहने के लिए प्राकृतिक उपायों की ओर लौट रहा है। ऐसे में तांबे के बर्तन में रखा पानी पीना एक ट्रेंड नहीं, बल्कि आयुर्वेदिक परंपरा है। प्राचीन समय से ही माना जाता है कि तांबे का जल शरीर को डीटॉक्स करता है, पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है और वजन घटाने में मदद करता है।
लेकिन जितना फायदेमंद यह पानी हो सकता है, उतना ही नुकसानदायक भी जब इसका इस्तेमाल सही तरीके से न किया जाए। कई लोग अनजाने में कुछ आम गलतियां कर बैठते हैं, जो सेहत को फायदा देने के बजाय नुकसान पहुंचा सकती हैं।
बहुत देर तक पानी स्टोर करना: फायदेमंद नहीं, ज़हरीला बन सकता है
अक्सर लोग सोचते हैं कि तांबे के बर्तन में पानी जितनी देर रहेगा, उतना ही बेहतर होगा। लेकिन सच्चाई यह है कि अगर आप 12 से 16 घंटे से ज्यादा देर तक पानी को इसमें रखते हैं, तो यह नुकसानदेह हो सकता है।
अधिक समय तक रखने से पानी में तांबा घुलने लगता है और शरीर में कॉपर की मात्रा बढ़ जाती है। इसके कारण उल्टी, जी मिचलाना और पेट दर्द जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
खट्टी चीजों से दूर रखें तांबा, वरना नुकसान तय
तांबे के बर्तन में नींबू पानी, छाछ, शहद या टमाटर का जूस जैसी खट्टी चीजें रखना बहुत खतरनाक हो सकता है। इन पदार्थों में मौजूद एसिड, तांबे से रिएक्ट करता है और टॉक्सिक पदार्थ बना देता है। यह रिएक्शन आपके शरीर के लिए फूड पॉइजनिंग का कारण बन सकता है।
बर्तन की सफाई में लापरवाही न करें
तांबे के बर्तन में जब तक आप नियमित सफाई नहीं करते, तब तक इसका फायदा मिलना मुश्किल है। समय के साथ बर्तन की सतह पर हरी या काली परत जम जाती है, जो कि कॉपर ऑक्साइड होती है।
यदि यह परत पानी में मिल जाए, तो यह धीरे-धीरे शरीर में विषाक्तता बढ़ा सकती है। नींबू, नमक या इमली से समय-समय पर बर्तन की सफाई ज़रूरी है।
हर वक्त तांबे का पानी पीना सही नहीं
कई लोग पूरा दिन केवल तांबे के बर्तन में रखा पानी पीते हैं, जो शरीर में कॉपर टॉक्सिसिटी का कारण बन सकता है। आयुर्वेद के अनुसार, सुबह खाली पेट 1-2 गिलास तांबे का पानी पीना ही पर्याप्त है। इसके बाद सामान्य पानी का उपयोग करना बेहतर होता है।
तांबे के बर्तन में न गर्म करें पानी, न पकाएं खाना
तांबे के बर्तन को केवल पानी रखने के लिए उपयोग करना चाहिए, वह भी ठंडा या सामान्य तापमान वाला। इसमें खाना पकाना या पानी गर्म करना खतरनाक हो सकता है, क्योंकि गर्मी के प्रभाव से तांबा तेजी से रिएक्ट करता है और कॉपर की अधिकता शरीर में नुकसान पहुंचा सकती है।
तांबे के पानी का सही तरीका
रात को सोने से पहले तांबे के बर्तन में सादा पानी भरें और उसे ढक्कन से ढंककर रख दें। सुबह उठकर खाली पेट उसका सेवन करें। हर 1-2 दिन में बर्तन को अच्छी तरह साफ करें और ध्यान रखें कि उसमें केवल मीठा पानी ही रखा जाए।
अगर आप इन छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखेंगे, तो तांबे का पानी सचमुच आपकी सेहत के लिए एक वरदान बन सकता है।