Health Tips : सुबह के समय पैरों में दर्द को हल्के में न लें, हो सकता है यह बीमारी की शुरुआत

Health Tips : सुबह-सुबह पैरों में दर्द, सुन्नपन या ऐंठन महसूस होना सिर्फ थकान नहीं, बल्कि विटामिन D और B12 की कमी का संकेत हो सकता है। जानिए इससे जुड़ी सावधानियां और उपाय।
Health Tips : सुबह के समय पैरों में दर्द को हल्के में न लें, हो सकता है यह बीमारी की शुरुआत

Health Tips : जब सुबह आप नींद से जागते हैं और पैरों को ज़मीन पर रखते ही तलवों में चुभन, खिंचाव या हल्का झटका जैसा दर्द महसूस होता है, तो इसे नज़रअंदाज़ करना सही नहीं।

यह महज़ एक अस्थायी थकान नहीं, बल्कि आपकी सेहत से जुड़ा एक जरूरी संदेश हो सकता है। शरीर कभी-कभी बहुत सूक्ष्म संकेतों से विटामिन्स या पोषक तत्वों की कमी दर्शाता है।

विशेषज्ञों की मानें तो यह दर्द खासतौर पर विटामिन डी और विटामिन बी12 की कमी की वजह से हो सकता है। दोनों ही विटामिन्स हमारी हड्डियों, मांसपेशियों और नर्वस सिस्टम के लिए बेहद ज़रूरी हैं।

विटामिन डी की कमी से होने वाले प्रभाव

विटामिन डी न केवल हड्डियों को मजबूत बनाता है, बल्कि मांसपेशियों की मजबूती और लचीलापन भी बनाए रखता है। इसकी कमी से शरीर में यह बदलाव दिख सकते हैं:

हड्डियों में कमजोरी, जो सुबह उठते ही तलवों या एड़ी में दर्द का कारण बनती है।

लंबे समय तक मांसपेशियों में अकड़न और थकावट बनी रह सकती है।

सूरज की रोशनी कम मिलने से यह समस्या और बढ़ जाती है।

विटामिन B12 की कमी का असर

विटामिन बी12 मुख्य रूप से नर्व सिस्टम की कार्यप्रणाली और लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण में सहायक होता है। जब इसकी कमी हो जाती है, तो शरीर निम्नलिखित तरह से प्रतिक्रिया देता है:

पैरों के तलवों में झुनझुनी, सुन्नपन या सुई चुभने जैसी अनुभूति।

अचानक मांसपेशियों में ऐंठन या कमजोरी महसूस होना।

ध्यान केंद्रित करने में दिक्कत, मानसिक थकावट और मूड स्विंग्स।

अन्य लक्षण जो आप महसूस कर सकते हैं

थकावट और ऊर्जा की कमी

अगर सुबह उठते ही शरीर भारी लगे या बिना मेहनत के भी थकावट महसूस हो, तो ये विटामिन की कमी के शुरुआती संकेत हो सकते हैं।

मानसिक स्वास्थ्य पर असर

विटामिन D और B12 हमारे ब्रेन के न्यूरो-केमिकल संतुलन को बनाए रखने में मदद करते हैं। इनकी कमी से चिड़चिड़ापन, उदासी और यहां तक कि डिप्रेशन जैसे लक्षण भी देखे जा सकते हैं।

रात में ऐंठन होना
सोते समय पैरों में अकड़न या क्रैम्प्स आना, खासतौर पर पिंडलियों में, कई बार कैल्शियम, मैग्नीशियम और विटामिन डी की कमी का संकेत होता है।

क्या करें जब शरीर दिखाए ये संकेत?

अगर आपके साथ भी ये लक्षण लगातार बने हुए हैं, तो बिना देर किए किसी योग्य डॉक्टर से परामर्श लें। ज़रूरी ब्लड टेस्ट के ज़रिए विटामिन लेवल की जांच कराएं और आवश्यक सप्लीमेंट्स या डाइट से इसे संतुलित करें।

  • रोज़ाना थोड़ी देर सूरज की रोशनी लें।
  • विटामिन B12 से भरपूर चीज़ें जैसे दूध, अंडा, मांस या डॉक्टर द्वारा सुझाया गया सप्लीमेंट लें।
  • अपने खानपान और जीवनशैली को संतुलित बनाएं।

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