Health Tips : पाचन तंत्र को बनाए मजबूत, इस सुपरफूड से दूर करें कब्ज की समस्या

Health Tips : कब्ज भले ही एक छोटी-मोटी परेशानी लगे, लेकिन इसे हल्के में लेना सेहत के लिए ठीक नहीं। जब हमारा पाचन तंत्र सही से काम नहीं करता, तो पेट भारी-भारी सा लगता है और मल त्यागने में दिक्कत होने लगती है। ऐ
से में लोग अक्सर दवाइयों की ओर भागते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि प्रकृति ने हमारे लिए कई आसान उपाय भी दिए हैं? सूखा आलू बुखारा ऐसा ही एक शानदार उपाय है, जो कब्ज को दूर करने में मदद करता है।
इसमें मौजूद खास तत्व पेट को हल्का करते हैं और पाचन को बेहतर बनाते हैं। चलिए, जानते हैं कि ये छोटा सा फल आपकी इस परेशानी को कैसे दूर कर सकता है।
फाइबर का खजाना है सूखा आलू बुखारा
सूखे आलू बुखारे की सबसे बड़ी खासियत है इसमें मौजूद फाइबर। इसमें घुलनशील और अघुलनशील, दोनों तरह के फाइबर अच्छी मात्रा में होते हैं। अघुलनशील फाइबर मल को भारी बनाकर उसे बाहर निकालने में मदद करता है, तो वहीं घुलनशील फाइबर पानी को सोखकर मल को नरम बनाता है।
अगर आप 100 ग्राम सूखा आलू बुखारा खाते हैं, तो आपको करीब 7 ग्राम फाइबर मिलता है, जो रोजाना की फाइबर जरूरत का एक बड़ा हिस्सा पूरा करता है। रोजाना 5-6 सूखे आलू बुखारे खाने से आपको 3 ग्राम तक फाइबर मिल सकता है, जो पेट को हल्का रखने और पाचन को दुरुस्त करने में कमाल करता है।
प्राकृतिक लैक्सेटिव है ये छोटा फल
सूखा आलू बुखारा नेचुरल लैक्सेटिव की तरह काम करता है, यानी ये मल त्याग को आसान बनाता है। इसमें सोर्बिटोल नाम का एक खास तत्व होता है, जो आंतों में पानी खींचता है।
इससे मल नरम हो जाता है और बाहर निकलने में आसानी होती है। यही वजह है कि ये कब्ज से परेशान लोगों के लिए एक कारगर घरेलू नुस्खा माना जाता है।
बिना दवाइयों के सहारे, आप इसे अपनी डाइट में शामिल करके पेट की इस दिक्कत से छुटकारा पा सकते हैं। तो अगली बार जब पेट भारी लगे, तो सूखे आलू बुखारे को जरूर आजमाएं।
डिहाइड्रेशन से होने वाले कब्ज में भी फायदेमंद
कई बार शरीर में पानी की कमी यानी डिहाइड्रेशन की वजह से भी कब्ज की शिकायत हो जाती है। जब पानी कम होता है, तो मल सख्त हो जाता है और उसे बाहर निकालना मुश्किल हो जाता है।
सूखे आलू बुखारे में करीब 30% पानी होता है, जो शरीर को हाइड्रेट रखने में मदद करता है। ये आंतों में नमी बनाए रखता है, जिससे मल आसानी से बाहर निकल जाता है। पाचन तंत्र को सुचारू रखने के लिए ये एक बेहतरीन साथी साबित होता है।
सूखा आलू बुखारा कब और कितना खाएं?
कब्ज से निजात पाने के लिए सूखे आलू बुखारे को सही तरीके से खाना जरूरी है। अगर आपको हल्की परेशानी है, तो रोजाना 5-6 सूखे आलू बुखारे काफी हैं। लेकिन अगर कब्ज ज्यादा गंभीर है, तो आप दिन भर में 10-12 तक खा सकते हैं।
कुछ लोगों को इसका असर 6-12 घंटों में दिखता है, तो कुछ को थोड़ा ज्यादा वक्त लग सकता है। बेहतर नतीजों के लिए इसे खाने के बाद एक गिलास गुनगुना पानी पीना न भूलें। इससे पेट और हल्का होगा और कब्ज की परेशानी जल्दी दूर होगी।
इन बातों का रखें ध्यान
सूखा आलू बुखारा कब्ज से राहत दिलाने में जादू की तरह काम करता है, लेकिन इसे ज्यादा खाने से बचें। हद से ज्यादा खाने पर पेट दर्द या दस्त की शिकायत हो सकती है। इसे संतुलित मात्रा में ही लें।
अगर आपको पहले से कोई पाचन संबंधी दिक्कत या दूसरी बीमारी है, तो डॉक्टर से सलाह लेकर ही इसका इस्तेमाल करें। सही तरीके से खाया जाए, तो ये छोटा सा फल आपकी सेहत का बड़ा दोस्त बन सकता है।
निष्कर्ष: पेट की परेशानी का प्राकृतिक इलाज
कब्ज से छुटकारा पाने के लिए सूखा आलू बुखारा एक आसान, सस्ता और प्राकृतिक उपाय है। इसे अपनी रोज की डाइट में शामिल करके आप न सिर्फ कब्ज से राहत पा सकते हैं, बल्कि अपने पाचन को भी मजबूत बना सकते हैं
तो अगली बार जब पेट में भारीपन महसूस हो, दवाइयों की बजाय सूखे आलू बुखारे को आजमाएं और फर्क खुद देखें।