Bihar Assembly Election : INDIA गठबंधन का प्लान लीक, खरगे-तेजस्वी की गुप्त बैठक में क्या हुआ तय?

Bihar Assembly Election : बिहार में महागठबंधन की सियासी हलचल तेज! तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार को ‘हाईजैक’ बता इंडिया गठबंधन की सरकार का दावा किया। कांग्रेस नेताओं संग दिल्ली में बैठक के बाद 17 अप्रैल को पटना में होगी अगली मंथन। बिहार विधानसभा चुनाव में बदलाव की बयार, सीट बंटवारे पर भी चर्चा।
INDIA गठबंधन का प्लान लीक, खरगे-तेजस्वी की गुप्त बैठक में क्या हुआ तय?

Bihar Assembly Election : बिहार की राजनीति में इन दिनों हलचल तेज है। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के युवा नेता तेजस्वी यादव ने हाल ही में कांग्रेस के दिग्गज नेताओं के साथ दिल्ली में एक अहम बैठक की। इस मुलाकात ने बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर नई चर्चाओं को जन्म दिया है। तेजस्वी ने न केवल महागठबंधन की एकजुटता पर जोर दिया, बल्कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लेकर भी सनसनीखेज बयान दिया। आइए, इस बैठक और इसके मायनों को समझते हैं।

दिल्ली में हुई सियासी मंथन

मंगलवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के दिल्ली स्थित आवास पर महागठबंधन के नेताओं की बैठक हुई। इस मौके पर तेजस्वी यादव के साथ कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, संगठन महासचिव के.सी. वेणुगोपाल, बिहार प्रभारी कृष्णा अल्लावरू, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश कुमार, राजद के मनोज झा और संजय यादव भी मौजूद थे। इस मुलाकात में बिहार के आगामी विधानसभा चुनाव के लिए रणनीति पर गहन चर्चा हुई। सूत्रों के मुताबिक, सीटों के बंटवारे से लेकर गठबंधन की एकजुटता तक, कई अहम मुद्दों पर विचार-विमर्श हुआ। 

तेजस्वी का नीतीश पर निशाना

बैठक के बाद तेजस्वी यादव ने पत्रकारों से बातचीत में बड़ा दावा किया। उन्होंने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अपने कब्जे में ले लिया है। तेजस्वी ने तंज कसते हुए कहा, “नीतीश जी को हाईजैक कर लिया गया है। अमित शाह कहते हैं कि उनके नेतृत्व में चुनाव होगा, लेकिन यह साफ नहीं करते कि मुख्यमंत्री वही रहेंगे।” तेजस्वी का यह बयान बिहार की सियासत में नया तूफान ला सकता है। उन्होंने भरोसा जताया कि इस बार बिहार की जनता ‘इंडिया’ गठबंधन को सत्ता सौंपेगी।

मुख्यमंत्री का चेहरा 

जब तेजस्वी से मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के बारे में सवाल हुआ, तो उन्होंने हल्के-फुल्के अंदाज में जवाब दिया। उन्होंने कहा, “पत्रकारों को चेहरे की इतनी चिंता क्यों रहती है? हम सब मिलकर बात करेंगे और सही समय पर आपको बता देंगे।” उनका यह जवाब न केवल रहस्यमयी था, बल्कि यह भी दर्शाता है कि महागठबंधन में अभी इस मुद्दे पर सहमति बननी बाकी है। तेजस्वी ने साफ किया कि अगली बैठक में इस पर और स्पष्टता आएगी।

महागठबंधन की अगली रणनीति

इस बैठक के बाद महागठबंधन ने अपनी अगली मुलाकात की तारीख तय कर ली है। 17 अप्रैल को पटना में होने वाली इस बैठक में गठबंधन के सभी सहयोगी दल एक बार फिर जुटेंगे। कांग्रेस के बिहार प्रभारी कृष्णा अल्लावरू ने कहा, “यह शुरुआत है। पटना में हम आज की चर्चा को और मजबूती देंगे।” वहीं, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश कुमार ने जोर देकर कहा कि महागठबंधन पूरी एकजुटता के साथ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) का मुकाबला करेगा।

बिहार में बदलाव की बयार

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने सोशल मीडिया पर इस बैठक का जिक्र करते हुए बिहार की जनता को भरोसा दिलाया। उन्होंने लिखा, “बिहार में इस बार बदलाव तय है। हम महागठबंधन को और मजबूत करेंगे और जनता को एक सशक्त, न्यायप्रिय और कल्याणकारी सरकार देंगे।” खरगे ने भाजपा और उसके सहयोगियों को ‘ठगबंधन’ करार देते हुए दावा किया कि बिहार की जनता अब महागठबंधन के साथ है। उन्होंने खास तौर पर युवाओं, किसानों, मजदूरों और समाज के कमजोर वर्गों का जिक्र किया, जो उनके मुताबिक बदलाव चाहते हैं।

बिहार का सियासी भविष्य

बिहार में इस साल अक्टूबर-नवंबर में विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में महागठबंधन की यह सक्रियता और तेजस्वी का आक्रामक रुख सियासी समीकरणों को बदल सकता है। नीतीश कुमार और भाजपा गठबंधन के सामने महागठबंधन की यह एकजुटता कितनी चुनौती पेश करती है, यह आने वाले महीनों में साफ होगा। फिलहाल, तेजस्वी यादव का यह दावा कि “बिहार में इंडिया गठबंधन की सरकार बनेगी,” जनता के बीच नई उम्मीद जगा रहा है।

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