बीजेपी नेता दिलीप घोष ने 60 की उम्र में की शादी, पीछे की कहानी हैरान कर देगी

पश्चिम बंगाल बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष दिलीप घोष 60 साल की उम्र में रिंकू मजूमदार से शादी कर रहे हैं। मां की इच्छा पर सादगी भरी शादी न्यू टाउन में होगी। 2019 में बीजेपी को बंगाल में सफलता दिलाने वाले घोष की यह शादी राजनीति और निजी जिंदगी का अनोखा संगम है।
बीजेपी नेता दिलीप घोष ने 60 की उम्र में की शादी, पीछे की कहानी हैरान कर देगी

पश्चिम बंगाल की राजनीति में एक नया रंग तब जुड़ा जब भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने 60 साल की उम्र में शादी का फैसला लिया। यह खबर न केवल उनके समर्थकों के लिए आश्चर्यजनक थी, बल्कि पूरे राज्य में चर्चा का विषय बन गई। घोष, जो अपनी कट्टर छवि और बेबाक बयानों के लिए जाने जाते हैं, अब अपनी निजी जिंदगी को लेकर सुर्खियों में हैं।

उनकी होने वाली दुल्हन रिंकू मजूमदार, जो बीजेपी की एक सक्रिय कार्यकर्ता हैं, के साथ यह रिश्ता कई मायनों में खास है। आइए, इस अनोखी कहानी को और करीब से जानते हैं।

मां की बात ने बदला फैसला

दिलीप घोष की जिंदगी में उनकी मां का प्रभाव हमेशा से गहरा रहा है। करीबी सूत्रों के अनुसार, यह शादी उनकी मां की इच्छा का परिणाम है। लंबे समय से उनकी मां उनसे शादी करने की बात कहती आ रही थीं। एक बार उन्होंने दिलीप से भावुक होकर पूछा, "अगर मैं नहीं रही, तो तुम्हारा ख्याल कौन रखेगा?" यह सवाल दिलीप के दिल को छू गया।

60 साल की उम्र में भी मां की बात को सर्वोपरि मानते हुए, उन्होंने शादी का फैसला लिया। यह कहानी न केवल दिल को छूती है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि भारतीय संस्कृति में माता-पिता की इच्छा का कितना महत्व है।

सादगी भरी शादी

दिलीप घोष की शादी किसी भव्य आयोजन से दूर, पूरी तरह सादगी के साथ संपन्न होने जा रही है। यह समारोह कोलकाता के न्यू टाउन स्थित उनके आवास पर आयोजित होगा। इसमें केवल परिवार के सदस्य और कुछ करीबी दोस्त ही शामिल होंगे। यह सादगी न केवल घोष की निजी जिंदगी की सादगी को दर्शाती है, बल्कि यह भी बताती है कि वह अपनी जड़ों से कितने जुड़े हुए हैं। इस शादी में कोई दिखावा नहीं, केवल अपनों का साथ और प्यार होगा।

दिलीप घोष: एक नजर में

पश्चिम बंगाल की राजनीति में दिलीप घोष का नाम किसी परिचय का मोहताज नहीं है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से अपनी यात्रा शुरू करने वाले घोष ने 1984 में संगठन में कदम रखा था। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर उनके कार्यकाल में पार्टी ने बंगाल में अभूतपूर्व सफलता हासिल की। खास तौर पर 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने 42 में से 18 सीटें जीतकर इतिहास रचा। उस दौरान घोष ने मिदनापुर से जीत हासिल की थी। हालांकि, 2024 के चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा, लेकिन उनकी मेहनत और समर्पण ने बीजेपी को बंगाल में मजबूत आधार दिया।

रिंकू मजूमदार: घोष की जीवनसाथी

दिलीप घोष की होने वाली पत्नी रिंकू मजूमदार बीजेपी की एक समर्पित कार्यकर्ता हैं। सूत्रों के अनुसार, रिंकू तलाकशुदा हैं और उनकी घोष से मुलाकात 2021 में हुई थी। दोनों की दोस्ती धीरे-धीरे प्यार में बदली, जिसका परिणाम अब इस शादी के रूप में सामने आ रहा है। रिंकू की सक्रियता और राजनीतिक समझ ने उन्हें घोष के लिए एक आदर्श साथी बनाया। हालांकि, इस रिश्ते को लेकर दोनों ने सार्वजनिक रूप से ज्यादा कुछ नहीं कहा, लेकिन उनकी यह शादी पूरे देश में चर्चा का विषय बन गई है।

राजनीति और निजी जिंदगी का संगम

दिलीप घोष की शादी केवल एक निजी घटना नहीं है; यह पश्चिम बंगाल की राजनीति में भी हलचल पैदा कर रही है। उनके समर्थक इस शादी को उनके जीवन के नए अध्याय की शुरुआत मान रहे हैं, जबकि कुछ लोग इसे बीजेपी की रणनीति से भी जोड़कर देख रहे हैं। लेकिन जो भी हो, यह शादी एक बार फिर साबित करती है कि दिलीप घोष अपनी जिंदगी के हर फैसले में अपनों और अपनी जड़ों को प्राथमिकता देते हैं।

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