अगर पुरुषों की फड़क रही है दायीं आँख तो हो जाइए सावधान, कहीं आ ना जाए महलों से रास्ते पर

भारतीय संस्कृति में हर चीज़ का ऐस्ट्रो और आपके जीवन के कई पहलुओं से सीधा सम्बन्ध होता है और उन्हीं में से आंखों का फड़कना एक महत्वपूर्ण शगुन माना जाता है।
ऐसा माना जाता है कि बायीं और दायीं आंख फड़कने के अलग–अलग मायने होते हैं। कभी दाँयी आँख को शुभ माना जाता है और वहीं कभी बायीं आँख को कुछ पहलुओं पर अशुभ माना जाता है।
तो आइए जानते है बायीं और दायीं आँख के पुरुषों और महिलाओं के आधार पर अलग-अलग प्रभाव :
महिलाओं के लिए बायीं आंख फड़कना सौभाग्य लाता है जबकि दाहिनी आंख फड़कना शुभ नहीं माना जाता है। इस बीच, पुरुषों के मामले मेंयह बिल्कुल विपरीत है।
एक आदमी के लिए, एक मरोड़ का मतलब है कि वह जल्द ही किसी प्रियजन या उसके साथी से मिलने वाला है।
इसका मतलब यह भी हो सकता है कि उनका लंबे समय से सोचा गया सपना जल्द ही पूरा होगा हालांकि, किसी व्यक्ति की बाईं आंख फड़कने का मतलब दुर्भाग्य या दुर्भाग्य हो सकता है।
वह मुसीबत में भी पड़ सकता है एक आदमी कोअक्सर सलाह दी जाती है कि अगर उसकी बायीं आंख फड़कने लगे तो सतर्क हो जाएं। यदि स्त्री की बायीं आंख फड़कती है तो उसका जीवन सुख और शांति से भर जाता है।
उसके लिए भाग्य का कोई अप्रत्याशित संयोग निकट आसकता है। हालांकि, दाहिनी आंख का फड़कना खराब स्वास्थ्य का संकेत हो सकता है।
भारत में दाहिनी आंख के फड़कने का ज्योतिषीय महत्व :
भारतीय वैदिक ज्योतिष पुरुषों में दाहिनी आंख का फड़कना शुभ मानता है यह उनके लिए सौभाग्य और सौभाग्य लाता है।
महिलाओं के मामलेमें विपरीत है दाहिनी ओर का फड़कना दुर्भाग्य और दुर्भाग्य का संकेत माना जाता है।