Ganesh Puja : गणेश मंत्र खोल सकता है लक्ष्मी के द्वार, बस बुधवार को करें जाप

Ganesh Puja : बुधवार के दिन करें ऋणहर्ता गणेश स्तोत्र या ऋण मोचक गणेश मंत्र का जाप और पाएं कर्ज़ से मुक्ति। जानिए इस उपाय की विधि और चमत्कारी लाभ।
Ganesh Puja : गणेश मंत्र खोल सकता है लक्ष्मी के द्वार, बस बुधवार को करें जाप

Ganesh Puja : हिंदू धर्म में बुधवार का दिन भगवान गणेश को समर्पित होता है। विघ्नहर्ता श्री गणेश जी को सभी कार्यों में सबसे पहले पूजा जाता है, क्योंकि वे बाधाओं को दूर करने वाले देवता माने जाते हैं। खास तौर पर बुधवार को किए गए उनके जाप और स्तोत्र पाठ से विशेष फल की प्राप्ति होती है।

कर्ज़ से मुक्ति का उपाय: ऋणहर्ता गणेश स्तोत्र

यदि आप किसी बैंक कर्ज, लोन या अन्य आर्थिक संकट से परेशान हैं, तो बुधवार के दिन "ऋणहर्ता गणेश स्तोत्र" का पाठ करना अत्यंत लाभकारी माना गया है। यह स्तोत्र संस्कृत में लिखा गया है और पुरातन काल से ऋण नाश के लिए प्रयुक्त होता रहा है।

इस स्तोत्र को पढ़ने से पहले श्री गणेश जी की पूजा करें — उन्हें दूर्वा, सिंदूर और लड्डू अर्पित करें। फिर ध्यान मंत्र से ध्यान लगाकर ऋणहर्ता स्तोत्र का पाठ करें। ऐसा नियमित रूप से करने से धीरे-धीरे आर्थिक स्थिति में सुधार देखने को मिल सकता है।

गणेश ध्यान मंत्र से करें आरंभ

शुद्ध मन और शांत वातावरण में इस मंत्र से ध्यान करें:

ॐ सिन्दूर-वर्णं द्वि-भुजं गणेशं लम्बोदरं पद्म-दले निविष्टम्।
ब्रह्मादि-देवैः परि-सेव्यमानं सिद्धैर्युतं तं प्रणामि देवम्।।

ऋणहर्ता गणेश स्तोत्र का सार

इस स्तोत्र में वर्णित है कि किस प्रकार अलग-अलग कालों में देवी-देवताओं ने भी गणेश जी की पूजा की और उनसे ऋण व दरिद्रता के नाश की प्रार्थना की। चाहे ब्रह्मा हों, शिव, विष्णु या कात्यायनी — सभी ने विभिन्न अवसरों पर गणेश जी का आह्वान किया।

इस स्तोत्र का प्रभाव अत्यंत शक्तिशाली माना गया है। नियमित रूप से इसे एक वर्ष तक श्रद्धा और नियमपूर्वक पढ़ने से व्यक्ति कुबेर के समान समृद्ध हो सकता है।

वैकल्पिक उपाय: ऋण मोचक गणेश मंत्र

यदि किसी को संस्कृत में स्तोत्र पाठ करने में कठिनाई होती है, तो वे “ऋण मोचक गणेश मंत्र” का जाप कर सकते हैं। यह मंत्र सरल है और विशेष रूप से कर्ज मुक्ति के लिए जाना जाता है।

आप इसे बुधवार को या यदि संभव हो तो प्रतिदिन 11 माला (या इच्छानुसार 21 या 108 माला) जाप सकते हैं।

मंत्र:

ऋणहर्ता गणाधीशं चूर्णहस्तं त्रिलोचनम्।
एकदन्तं महाकायं वन्देऽहं गणनायकम्॥

कब और कैसे करें यह उपाय?

बुधवार को सूर्योदय से पहले स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र पहनें।

गणेश जी की मूर्ति या चित्र के सामने दीपक जलाकर पूजा करें।

दूर्वा, लड्डू, सिंदूर और मोदक अर्पित करें।

पहले ध्यान मंत्र से शुरुआत करें।

इसके बाद ऋणहर्ता गणेश स्तोत्र या ऋण मोचक मंत्र का पाठ करें।

पाठ के बाद भगवान गणेश से कर्ज़ मुक्ति की प्रार्थना करें।

Share this story