Hariyali Teej 2023: इस साल कब पड़ रही हरियाली तीज? भूलवश भी इस दिन न करें 4 काम
Hariyali Teej 2023 : हरियाली तीज का उत्सव सावन शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाते हैं. इस व्रत को सुहागन महिलाएं रखती हैं. व्रत के दिन जरूरी नियमों का पालन करना आवश्यक होता है.
Aug 17, 2023, 01:15 IST

Hariyali Teej 2023: इस साल हरियाली तीज 19 अगस्त दिन शनिवार को है. सावन शुक्ल तृतीया तिथि को सुहागन महिलाएं और कुंवारी युवतियां हरियाली तीज का व्रत रखती हैं. इस व्रत में तीज माता यानि माता पार्वती के साथ भगवान शिव और गणेश जी की पूजा की जाती है.
हर व्रत की तरह हरियाली तीज के भी कुछ नियम हैं, जिनका पालन करना जरूरी है. यदि आप व्रत के नियमों का पालन नहीं करती हैं तो वह निष्फल हो जाएगा.
हरियाली तीज 2023: व्रत के 5 जरूरी नियम
- हरियाली तीज का व्रत अखंड सौभाग्य की कामना से किया जाता है. इस वजह से व्रत वाले दिन महिलाएं सोलह श्रृंगार करती हैं, जो उनके सौभाग्य का प्रतीक है. इस दिन हरे रंग की साड़ी या सूट पहनती हैं. हरा रंग सौभाग्य का सूचक माना जाता है. इस वजह से हरे रंग की बिंदी, चूड़ी, हरी साड़ी, अन्य श्रृंगार सामग्री का उपयोग किया जाता है.
- हरियाली तीज व्रत 24 घंटे का होता है. जैसे 19 अगस्त को आप सूर्योदय समय से व्रत रखती हैं तो व्रत का पारण 20 अगस्त को सूर्योदय बाद होगा.
- व्रत के दिन माता पार्वती की पूजा करते हैं. माता पार्वती के समान कोई अखंड सौभाग्यवती नहीं है क्योंकि उनके पति स्वयं महाकाल शिव जी हैं. इस वजह से माता पार्वती की पूजा करते समय सुहाग की पिटारी यानि श्रृंगार सामग्री, साड़ी और चुनरी अर्पित करते हैं.
- हरियाली तीज के दिन पति और पत्नी को सहवास से बचना चाहिए. ब्रह्मचर्य के निमयों का पालन करते हुए व्रत को पूरा करना चाहिए. यह व्रत निराहार करना चाहिए.
- पूजा के लिए माता पार्वती, भगवान शिव और गणेश जी की मूर्ति या तस्वीर को रखते हैं. आप चाहें तो शुद्ध मिट्टी से इनकी मूर्ति बनाकर पूजा कर सकती हैं. सबसे पहले गणेश जी, फिर माता पार्वती और भगवान शिव की पूजा होती है. इस दिन हरियाली तीज व्रत कथा जरूर सुनें.
हरियाली तीज पर न करें ये गलतियां
- हरियाली तीज के दिन इस बात का ध्यान रखें कि यह व्रत पति की लंबी आयु के लिए रखा है. इस वजह से पति के साथ किसी बात को लेकर झगड़ा या लड़ाई न करें. पति को भी इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि वह पत्नी को किसी कारणवश ठेस न पहुंचाए.
- पूजा के बाद हरियाली तीज का प्रसाद या बायना तथा श्रृंगार सामग्री अपनी सास और ननद को देना न भूलें. सास का आशीर्वाद जरूर लें.
- व्रत वाले दिन महिलाओं और उनके पतियों को लहसुन, प्याज, मांस, मदिरा आदि से दूर रहना चाहिए. तामसिक वस्तुओं को घर से दूर रखें तो अच्छा है. व्रत पवित्र तन और मन से करें. व्रत में सोना वर्जित है.
- इस दिन आपके घर पर कोई दान के उद्देश्य से आया है तो उसे खाली हाथ न लौटाएं. उसे अपनी क्षमता के अनुसार धन, अन्न, वस्त्र आदि का दान दे सकती हैं.