Tulsi Vastu : घर में तुलसी का पौधा लगाने से खुल जाएंगे भाग्य, जानिए वास्तु नियम

Tulsi Vastu : घर के आंगन में तुलसी का होना केवल परंपरा नहीं, एक सांस्कृतिक शक्ति है। भारत में सदियों से Tulsi Plant को पवित्रता, स्वास्थ्य और सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक माना गया है।
Lord Krishna और Satyanarayan Katha में तुलसी की पत्तियों का इस्तेमाल धार्मिक रूप से अनिवार्य माना गया है। शाम को तुलसी के सामने दीपक जलाने की परंपरा केवल एक रीति नहीं, बल्कि घर की सुख-शांति और समृद्धि का कारण भी मानी जाती है।
धार्मिक आस्था से जुड़ी तुलसी की अहमियत
हर शुभ प्रसाद में Tulsi Leaves न हों, तो पूजा अधूरी मानी जाती है। खासकर Lord Krishna के भोग में और Satyanarayan Vrat Katha के प्रसाद में तुलसी का पत्ता ज़रूरी होता है।
मान्यता है कि तुलसी दीप जलाने से घर में Negative Energy टिक नहीं पाती और वास्तु दोष भी स्वत: समाप्त हो जाते हैं।
मच्छर और बीमारियों से देती है राहत
Tulsi Plant केवल धार्मिक दृष्टि से ही नहीं, वैज्ञानिक रूप से भी बेहद उपयोगी है। जिस घर में तुलसी हो, वहां मच्छर और कीड़े नहीं टिकते। इसकी सुगंध वातावरण को शुद्ध करती है और सांस लेने की समस्या में राहत देती है। Ayurveda में तुलसी को औषधियों की रानी माना गया है।
तुलसी और आयुर्वेद: दवा से कम नहीं
दमा, टीबी, किडनी स्टोन से लेकर सर्दी-खांसी तक में कारगर है तुलसी का प्रयोग।
रोजाना Tulsi Leaves का सेवन दमा और टीबी जैसी बीमारियों से बचाता है।
Tulsi, Honey और Ginger को मिलाकर तैयार किया गया काढ़ा कफ, अस्थमा और सर्दी में राहत देता है।
Kidney Stone में तुलसी की पत्तियों का जूस बनाकर उसमें शहद मिलाकर 6 महीने तक लेने से लाभ मिलता है।
सांप के काटने पर भी कारगर
कहा जाता है कि यदि किसी को सांप ने काट लिया हो तो तुरंत उसे तुलसी के पत्ते खिलाने चाहिए। साथ ही जिस स्थान पर सांप ने काटा हो, वहां तुलसी की जड़ को घी में घिसकर लेप करने से राहत मिलती है।
तुलसी को सम्मान देना है जरूरी
अगर घर में लगा Tulsi Plant सूख जाए, तो उसे Ganga या किसी पवित्र नदी में प्रवाहित करना चाहिए। हमेशा हरे-भरे और स्वस्थ तुलसी का पौधा घर में रखना शुभ माना गया है।