Vastu Tips : रिसता हुआ नल बन सकता है आपकी किस्मत का दुश्मन, जानिए कैसे रोकें यह नुकसान

Vastu Tips : क्या आपने कभी सोचा है कि आपके घर के नल से टपकती वो धीमी-धीमी बूंदें, सिर्फ़ पानी नहीं... आपकी किस्मत भी बहा रही हो सकती हैं?
वास्तु शास्त्र के अनुसार, नल, पाइपलाइन, या पानी की टंकी से होने वाला कोई भी रिसाव न सिर्फ़ आपकी सुविधा में खलल डालता है, बल्कि यह आर्थिक हानि का संकेत भी होता है।
यह नुकसान अक्सर इतना चुपचाप होता है कि जब तक आप कुछ समझें—पैसे हाथ से फिसल चुके होते हैं। रिसाव के रूप में जो जल व्यर्थ बह रहा है, वह वास्तु में धन की बर्बादी से जुड़ा हुआ माना गया है।
इसलिए अगर कहीं से भी पानी टपक रहा है, तो उसे हल्के में लेना एक बहुत बड़ी भूल हो सकती है।
दरवाज़ों का वास्तु: सीधी रेखा में न हों मुख्य द्वार
एक और आम वास्तु दोष है—मुख्य द्वार और घर के दूसरे दरवाज़ों का एक सीधी लाइन में होना। सुनने में साधारण लग सकता है, परंतु वास्तु विशेषज्ञ मानते हैं कि जब मुख्य द्वार और अन्य प्रवेश द्वार एक सीधी रेखा में होते हैं, तो इससे नकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ता है।
इससे न केवल पारिवारिक सदस्य मानसिक रूप से अशांत हो सकते हैं, बल्कि स्वास्थ्य से जुड़ी परेशानियाँ भी बढ़ सकती हैं।
इसके अलावा, यह घर की सकारात्मक ऊर्जा को बाहर की ओर बहा देता है, जो आर्थिक स्थिरता और मानसिक शांति में बाधा बन सकता है।
क्या करें?
सुझाव सीधा है—नल और पाइप्स का समय-समय पर निरीक्षण करें। अगर कोई भी टपकाव या लीकेज है, तो तुरंत मरम्मत कराएं। दरवाज़ों की स्थिति को सुधारने के लिए वास्तु अनुकूल पर्दों, लकड़ी की पट्टियों या अन्य सरल उपायों का सहारा लें।
कभी-कभी छोटे-छोटे बदलाव बड़े सकारात्मक परिणाम ला सकते हैं।