Vastu Tips : मिट्टी का घड़ा ही नहीं, उसका रंग भी तय करता है आपके जीवन का भाग्य

Vastu Tips : गरमियों के तेवर जब चरम पर हों, तो ठंडक के लिए हम अक्सर फ्रिज का पानी ही चुनते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं, एक साधारण मिट्टी का घड़ा कितना लाभकारी हो सकता है?
न सिर्फ ठंडा पानी देता है, बल्कि इसे घर में सुख, समृद्धि और मानसिक शांति का प्रतीक भी माना जाता है। चलिए, जानते हैं कैसे यह पुरातन परंपरा आपके जीवन में बदलाव ला सकती है।
पुरानी परंपरा, ताजगी भरा पानी
मिट्टी स्वयं ही एक प्राकृतिक कूलर है। जब पानी मिट्टी के छिद्रों से गुजरता है, तो धीरे-धीरे उसका तापमान घटता है। परिणामस्वरूप मिलता है बेहद ताज़ा और हल्का स्वादित पानी, बिना किसी रसायन या बिजली की मदद के।
वास्तु के अनुसार सबसे सटीक दिशा
वास्तु शास्त्र में कहा गया है कि मिट्टी का घड़ा उत्तर या उत्तर–पूर्व दिशा में रखना चाहिए। इस दिशा को धन और शांति का चिह्न माना जाता है। वहीं, दक्षिण दिशा को अशुभ मानते हुए बचा जाना चाहिए, क्योंकि इससे ऊर्जा का संतुलन बिगड़ सकता है।
ग्रह दोषों में राहतदेह
कुंडली में मंगल, राहु या शनि के दोष होने पर मिट्टी के घड़े का पानी बहुत असरदार माना जाता है। मिट्टी स्वयं मंगल ग्रह से जुड़ी मानी जाती है, और यह ग्रहों के नकारात्मक प्रभाव को कम करने में मदद कर सकती है।
घड़े की सफाई और देखभाल
- प्रतिदिन नया पानी भरें, ताकि पानी ताज़ा और स्वच्छ रहे।
- यदि पानी या घड़ा गंदा हो जाए तो तुरंत बदल दें।
- प्रत्येक शनिवार को थोड़ी मात्रा में गंगाजल मिलाएँ; यह घर में शांति और मनोबल बनाए रखने में मदद करता है।
रंग का महत्व: किसे चुनें और क्यों
लाल/भूरा: मंगल दोष को शांत करने में असरदार
सफेद: शुक्र ग्रह को सशक्त बनाता है
नीला/काला: शनि से प्रभावित दोषों को कम करता है
पीला: ब्रहस्पति से जुड़ा, पढ़ाई–करियर में सहायक