Vastu Tips : सिर्फ सूरज की रोशनी से बदल सकती है आपकी किस्मत, जानिए वास्तु रहस्य

Vastu Tips : जब सुबह की पहली किरण धरती को छूती है, तो सिर्फ उजाला नहीं फैलता—जीवन, ऊर्जा और सकारात्मकता की एक लहर घर में प्रवेश करती है।
Sun यानी सूर्य को केवल हमारे ब्रह्मांड का केंद्र नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति में पंचतत्वों—अग्नि, वायु, जल, पृथ्वी और आकाश—का प्राण माना गया है। यही वजह है कि Vastu Shastra में सूर्य की अहम भूमिका बताई गई है।
ब्रह्ममुहूर्त: जहां से शुरू होती है सफलता की सुबह
Brahmamuhurta, यानी सूर्योदय से लगभग 1.5 घंटे पहले का समय, आत्म-चिंतन, ध्यान और पढ़ाई के लिए सबसे शुभ माना गया है। खासकर Students के लिए यह समय अमूल्य है।
इस वक्त वातावरण में इतनी ऊर्जा होती है कि यह मानसिक स्पष्टता और शारीरिक स्वास्थ्य को नया आयाम दे सकती है।
सूर्य की किरणें: घर में आती हैं तो बीमारियां बाहर जाती हैं
वास्तु शास्त्र कहता है कि East Direction से आती सूरज की रोशनी सिर्फ Vitamin D ही नहीं देती, बल्कि मानसिक तनाव, नकारात्मक ऊर्जा और थकावट को भी बाहर करती है।
इसलिए कहा जाता है कि घर की खिड़कियां और दरवाज़े सूर्योदय के समय खुले होने चाहिए।
जिस घर में Sunlight नहीं पहुंचती, वहां अक्सर बीमारी, उदासी और संघर्ष पनपता है। अंधेरे कमरों में रहने से न सिर्फ मानसिक स्वास्थ्य पर असर पड़ता है, बल्कि जीवन में स्थायित्व भी कम हो सकता है।
रसोई और स्नानघर: जहां सूर्य की रोशनी हो ज़रूरी
Kitchen और Bathroom जैसे स्थान भी ऊर्जा के केंद्र माने जाते हैं। यदि इन जगहों पर प्राकृतिक रोशनी आती है, तो वहां की नकारात्मकता कम हो जाती है।
यहां तक कि Artificial Lights का उपयोग कम से कम करना चाहिए, ताकि सूर्य की ऊर्जा पूरे घर में प्रवाहित हो सके।