Vastu Tips : पर्दों का रंग बदल सकता है आपकी किस्मत, जानिए वास्तु अनुसार सही रंग का चुनाव

Vastu Tips : जब हम घर को सजाने की बात करते हैं, तो अकसर हमारा ध्यान दीवारों के पेंट, फर्नीचर या शो-पीस जैसी चीज़ों पर जाता है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि पर्दों का रंग भी आपके जीवन की ऊर्जा को बदल सकता है?
वास्तु शास्त्र कहता है कि घर में सही दिशा और सही रंग में लगाए गए पर्दे ना केवल आपके इंटीरियर को आकर्षक बनाते हैं, बल्कि वो आपके मूड, रिश्तों, सेहत और करियर तक को प्रभावित कर सकते हैं।
हर कमरे की अपनी ऊर्जा होती है, और उसी के अनुरूप पर्दों का चुनाव करने से जीवन में सकारात्मकता आती है।
बच्चों के कमरे के लिए कौन सा रंग है सबसे बेहतर?
बच्चों का कमरा ऐसा स्थान होता है जहां उनका मानसिक और शारीरिक विकास होता है। इसलिए वहां की हर चीज़, खासकर पर्दों का रंग, बहुत मायने रखता है।
नीला रंग बच्चों के मन को शांत करता है, जिससे उनका ध्यान पढ़ाई में लगता है। हरा रंग ताजगी और स्वास्थ्य का प्रतीक है और विकास में सहायक होता है। वहीं गुलाबी रंग मासूमियत और स्नेह की भावना को बढ़ाता है।
ये रंग कमरे में पॉजिटिव एनर्जी भर देते हैं, जिससे बच्चा खुशी और प्रेरणा से भरपूर रहता है।
नवविवाहित जोड़े का कमरा: रिश्ते में बढ़ाए गर्मजोशी
शादी के बाद जीवन की एक नई शुरुआत होती है और ऐसे में कमरे का माहौल बेहद खास होना चाहिए।
लाल रंग उत्साह और आकर्षण का प्रतीक है, जो रिश्ते में जुनून बनाए रखता है।
बैंगनी रंग नए विचारों और भावनाओं को जन्म देता है, जबकि गुलाबी रंग रिश्तों में मिठास और अपनापन लाता है।
इन रंगों से सजाए गए पर्दे पति-पत्नी के बीच गहरा संबंध और समझदारी बनाते हैं।
घर के मुखिया का कमरा: स्थिरता और आत्मविश्वास का रंग
घर का जिम्मेदार सदस्य यानी मुखिया अपने निर्णयों से पूरे परिवार को दिशा देता है।
नीला रंग मन को शांत करता है और संतुलन लाता है। नारंगी रंग नई ऊर्जा और आत्मविश्वास देता है। भूरा रंग स्थायित्व और भरोसे का प्रतीक है।
इन रंगों के पर्दे मुखिया के कमरे में लगाएं, तो निर्णय लेने की क्षमता में सुधार होगा और पारिवारिक मजबूती बढ़ेगी।
डाइनिंग एरिया: परिवार में सौहार्द बनाए रखने के लिए
डाइनिंग टेबल न सिर्फ खाने की जगह है, बल्कि वो जगह है जहां परिवार एक साथ बैठकर समय बिताता है।
हल्का भूरा (ब्राउन) और क्रीम रंग के पर्दे इस क्षेत्र में सकारात्मक माहौल बनाते हैं। ये रंग न केवल भोजन के समय शांति बनाए रखते हैं, बल्कि आपसी बातचीत को भी बेहतर करते हैं।
मेहमानों के लिए सुकून भरा गेस्ट रूम
जब मेहमान आपके घर आएं, तो वो स्वागत और अपनापन महसूस करें।
हल्का बादामी या क्रीम रंग के पर्दे गेस्ट रूम को शांति और सुकून से भर देते हैं। इससे आपके घर का माहौल खुशहाल और समृद्ध महसूस होता है।
पूजाघर के लिए पवित्रता से भरे रंग
पूजा घर की ऊर्जा सबसे अलग होती है। वहां का माहौल शुद्ध और शांत होना चाहिए।
हल्का पीला रंग ज्ञान, बुद्धि और भक्ति को दर्शाता है। वहीं नारंगी रंग ऊर्जा और आध्यात्मिक शक्ति का प्रतीक है। इन रंगों के पर्दे लगाकर पूजा के समय मन एकाग्र होता है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।