Vinayak Chaturthi May 2025 Date: विनायक चतुर्थी पर बन रहा है 'सर्वार्थ सिद्धि योग' - जानें कैसे बदलेगा आपका भाग्य

Jyeshtha Vinayak Chaturthi 2025 का व्रत 30 मई को रखा जाएगा, जो Lord Ganesha की भक्ति और Sarvartha Siddhi Yog जैसे शुभ योगों के साथ विशेष महत्व रखता है। इस दिन सुबह 10:56 से दोपहर 1:42 तक Puja Muhurat रहेगा, जिसमें Ganesh Puja करने से मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
Vinayak Chaturthi May 2025 Date: विनायक चतुर्थी पर बन रहा है 'सर्वार्थ सिद्धि योग' - जानें कैसे बदलेगा आपका भाग्य

भारत में हर साल उत्साह और भक्ति के साथ मनाई जाने वाली Vinayak Chaturthi इस बार ज्येष्ठ मास में विशेष महत्व रखती है। यह पवित्र व्रत, जो Lord Ganesha की आराधना के लिए समर्पित है, ज्येष्ठ शुक्ल चतुर्थी तिथि को रखा जाता है।

इस बार Jyeshtha Vinayak Chaturthi 2025 पर दो शुभ योग और दो प्रकार की भद्रा का संयोग बन रहा है, जो इसे और भी खास बनाता है। आइए, इस लेख में हम आपको बताते हैं कि Vinayak Chaturthi 2025 कब है, इसकी पूजा का शुभ मुहूर्त, योग, भद्रा का समय और इसका महत्व क्या है।

यह जानकारी आपको इस पवित्र दिन की तैयारी में मदद करेगी और गणपति बप्पा की कृपा प्राप्त करने का मार्ग प्रशस्त करेगी।

ज्येष्ठ विनायक चतुर्थी 2025: तारीख और समय

वैदिक पंचांग के अनुसार, Jyeshtha Shukla Chaturthi तिथि 29 मई 2025 को रात 11:18 बजे से शुरू होगी और 30 मई 2025 को रात 9:22 बजे तक रहेगी। उदयातिथि के आधार पर, Vinayak Chaturthi का व्रत 30 मई, शुक्रवार को रखा जाएगा। इस दिन भक्त Lord Ganesha की पूजा-अर्चना करेंगे और उनकी कृपा के लिए प्रार्थना करेंगे। यह व्रत न केवल भक्ति का प्रतीक है, बल्कि जीवन में सुख-समृद्धि और बाधाओं से मुक्ति का मार्ग भी खोलता है।

पूजा का शुभ मुहूर्त

Jyeshtha Vinayak Chaturthi 2025 के लिए पूजा का शुभ मुहूर्त 30 मई को सुबह 10:56 बजे से दोपहर 1:42 बजे तक रहेगा। इस समय में Lord Ganesha की पूजा करना विशेष रूप से फलदायी माना जाता है। भक्तों को सलाह दी जाती है कि वे इस मुहूर्त में पूजा, मंत्र जाप और प्रसाद अर्पण करें ताकि उनकी मनोकामनाएं पूरी हों। इस दौरान चंद्रमा का दर्शन करना वर्जित है, क्योंकि ऐसा माना जाता है कि यह अशुभ हो सकता है।

शुभ योग और नक्षत्र का संयोग

इस बार Vinayak Chaturthi पर Sarvartha Siddhi Yog और Ravi Yog का निर्माण हो रहा है, जो दोनों ही अत्यंत शुभ माने जाते हैं। Sarvartha Siddhi Yog सुबह 5:24 बजे से रात 9:29 बजे तक रहेगा, जबकि Ravi Yog भी इसी समयावधि में प्रभावी रहेगा।

इसके अलावा, दोपहर 12:57 बजे से Vriddhi Yog शुरू होगा, जो इस दिन को और भी विशेष बनाएगा। इन योगों में की गई पूजा और कार्यों का फल कई गुना बढ़ जाता है। साथ ही, इस दिन सुबह से रात 9:29 बजे तक Punarvasu Nakshatra रहेगा, जिसके बाद Pushya Nakshatra शुरू होगा। ये दोनों नक्षत्र शुभता और समृद्धि के प्रतीक हैं।

भद्रा का समय: क्या करें, क्या न करें

Vinayak Chaturthi 2025 पर दो प्रकार की भद्रा का प्रभाव रहेगा—Swarg Bhadr और Prithvi Bhadr। सुबह 10:14 बजे से दोपहर 3:42 बजे तक Swarg Bhadr रहेगी, जिसमें शुभ कार्य किए जा सकते हैं। इसके बाद दोपहर 3:42 बजे से रात 9:22 बजे तक Prithvi Bhadr रहेगी, जिसमें किसी भी शुभ कार्य को करने से बचना चाहिए। भक्तों को सलाह दी जाती है कि वे Swarg Bhadr के समय में ही पूजा और अन्य महत्वपूर्ण कार्य पूर्ण करें।

विनायक चतुर्थी का महत्व

Vinayak Chaturthi का व्रत रखने से Lord Ganesha प्रसन्न होते हैं और भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी करते हैं। इस व्रत से जीवन की बाधाएं, संकट और विघ्न दूर होते हैं। यह व्रत बुद्धि, ज्ञान और समृद्धि में वृद्धि करता है, जिससे भक्तों के कार्यों में सफलता मिलती है। Jyeshtha Vinayak Chaturthi का पालन करने वाले भक्त न केवल आध्यात्मिक रूप से समृद्ध होते हैं, बल्कि उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव भी आते हैं।

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