Babar Azam : क्या बाबर आज़म का करियर खत्म? टीम मालिक ने बताई अंदर की सच्चाई

PSL 2025 : पाकिस्तान सुपर लीग (पीएसएल) 2025 में पेशावर जाल्मी के कप्तान बाबर आजम एक बार फिर सुर्खियों में हैं, लेकिन इस बार वजह उनकी बल्लेबाजी या कप्तानी नहीं, बल्कि कराची किंग्स के मालिक सलमान इकबाल का एक चौंकाने वाला बयान है। सलमान ने बाबर पर स्वार्थी होने का आरोप लगाया है, जिसने क्रिकेट प्रेमियों के बीच बहस छेड़ दी है। आखिर क्या है इस विवाद की असल कहानी? आइए, गहराई से समझते हैं।
कराची किंग्स से क्यों हुई बाबर की छुट्टी?
सलमान इकबाल ने हाल ही में एक इंटरव्यू में खुलासा किया कि बाबर आजम को कराची किंग्स से इसलिए बाहर किया गया क्योंकि वह अपनी बल्लेबाजी स्थिति बदलने को तैयार नहीं थे। सलमान के मुताबिक, उस समय कराची किंग्स के पास मजबूत सलामी बल्लेबाज मौजूद थे, और टीम चाहती थी कि बाबर तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करें।
लेकिन बाबर ने इस सुझाव को ठुकरा दिया और केवल पारी की शुरुआत करने की जिद पकड़ ली। सलमान ने कहा, "हमने बाबर को समझाने की बहुत कोशिश की, लेकिन उनकी जिद के आगे हमें कड़ा फैसला लेना पड़ा।" इस बयान ने बाबर की छवि पर सवाल उठा दिए हैं। क्या वाकई बाबर का यह रवैया स्वार्थी था, या फिर यह एक गलतफहमी का नतीजा है?
बाबर का स्ट्राइक रेट
बाबर आजम की बल्लेबाजी प्रतिभा पर कोई शक नहीं, लेकिन उनका स्ट्राइक रेट हमेशा से चर्चा का विषय रहा है। पीएसएल में बाबर ने 47 से ज्यादा की औसत के साथ 3103 रन बनाए हैं, जिसमें 29 अर्धशतक और 2 शतक शामिल हैं। लेकिन उनका स्ट्राइक रेट महज 129.13 है, जो टी20 क्रिकेट के आधुनिक दौर में काफी कम माना जाता है।
इस सीजन में बाबर का प्रदर्शन और भी निराशाजनक रहा है। क्वेटा ग्लैडिएटर्स के खिलाफ वह खाता भी नहीं खोल पाए, जबकि इस्लामाबाद यूनाइटेड के खिलाफ सिर्फ एक रन बनाकर आउट हो गए। क्रिकेट विशेषज्ञों का मानना है कि बाबर की धीमी बल्लेबाजी और लचीलापन न दिखाने की आदत उनकी कप्तानी और फॉर्म पर भारी पड़ रही है।
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में भी फीका प्रदर्शन
बाबर का खराब फॉर्म सिर्फ पीएसएल तक सीमित नहीं है। हाल ही में दक्षिण अफ्रीका और न्यूजीलैंड के खिलाफ वनडे सीरीज में भी उनके बल्ले ने निराश किया। आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में भी बाबर बड़े स्कोर बनाने में नाकाम रहे और न्यूजीलैंड के खिलाफ सिर्फ 64 रन ही बना सके। 2023 में नेपाल के खिलाफ शतक के बाद से बाबर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में एक भी शतक नहीं लगा पाए हैं। यह स्थिति उनके प्रशंसकों के लिए चिंता का विषय बन चुकी है। सवाल उठता है कि क्या बाबर अपनी पुरानी चमक वापस ला पाएंगे?
क्या है बाबर के सामने चुनौती?
बाबर आजम के सामने अब दोहरी चुनौती है। एक तरफ, उन्हें अपने खराब फॉर्म को सुधारना होगा, और दूसरी तरफ, सलमान इकबाल के आरोपों का जवाब देना होगा। पेशावर जाल्मी की कप्तानी करते हुए बाबर पर बेहतर प्रदर्शन का दबाव है। क्रिकेट प्रेमी यह देखने को उत्सुक हैं कि क्या बाबर इन आलोचनाओं को गलत साबित कर पाएंगे और अपनी टीम को पीएसएल 2025 में नई ऊंचाइयों तक ले जाएंगे।
प्रशंसकों का क्या है कहना?
बाबर के प्रशंसकों का मानना है कि वह एक विश्वस्तरीय बल्लेबाज हैं और जल्द ही अपनी फॉर्म हासिल कर लेंगे। वहीं, कुछ लोग सलमान इकबाल के बयान को गैर-जरूरी और विवादास्पद मानते हैं। सोशल मीडिया पर बाबर के समर्थन में कई पोस्ट वायरल हो रहे हैं, जहां प्रशंसक उनकी मेहनत और समर्पण की तारीफ कर रहे हैं। लेकिन यह सवाल बना हुआ है कि क्या बाबर इन चुनौतियों से पार पा सकेंगे?
बाबर आजम के लिए पीएसएल 2025 एक सुनहरा मौका है। अगर वह अपनी बल्लेबाजी में सुधार करते हैं और पेशावर जाल्मी को मजबूत नेतृत्व प्रदान करते हैं, तो वह न केवल आलोचकों का मुंह बंद कर सकते हैं, बल्कि अपनी छवि को भी मजबूत कर सकते हैं। क्रिकेट एक ऐसा खेल है जहां फॉर्म अस्थायी होती है, लेकिन प्रतिभा स्थायी। बाबर की प्रतिभा पर कोई सवाल नहीं, लेकिन अब समय है कि वह इसे मैदान पर साबित करें।