क्या बाबर आज़म अब कप्तानी के लायक नहीं बचे? जानिए एक्सपर्ट्स की राय

पाकिस्तान क्रिकेट के सुपरस्टार बाबर आजम इन दिनों चर्चा का केंद्र बने हुए हैं, लेकिन वजह उनका बल्ला नहीं, बल्कि उसका खामोश रहना है। पिछले कुछ महीनों से रनों की कमी और खराब फॉर्म ने बाबर को आलोचनाओं के घेरे में ला खड़ा किया है। इस बीच, पाकिस्तान के पूर्व दिग्गज जहीर अब्बास और इंजमाम उल हक जैसे क्रिकेट के महारथियों ने बाबर को उनकी बल्लेबाजी और रवैये को लेकर कुछ कड़वी मगर सच्ची सलाह दी है।
आखिर बाबर अपनी गलतियों से क्यों नहीं सीख रहे? क्या उनकी राह में अहंकार आड़े आ रहा है, या फिर वह सीनियर खिलाड़ियों से सलाह लेने में हिचक रहे हैं? आइए, इस कहानी को गहराई से समझते हैं।
बाबर का खराब फॉर्म, क्या है असल वजह?
बाबर आजम, जिन्हें आधुनिक क्रिकेट का कोहिनूर कहा जाता है, इन दिनों अपने करियर के सबसे मुश्किल दौर से गुजर रहे हैं। उनकी बल्लेबाजी में तकनीकी खामियां और रनों की कमी ने फैंस को निराश किया है। जहीर अब्बास, जिन्होंने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में 100 शतक जड़े हैं, का मानना है कि बाबर को अपनी कमियों को दूर करने के लिए अनुभवी खिलाड़ियों की सलाह लेनी चाहिए।
जहीर ने एक इंटरव्यू में कहा, “बाबर या तो बहुत शर्मीले हैं, या फिर उनके अंदर कहीं न कहीं अहंकार है, जो उन्हें सीनियर्स से बात करने से रोक रहा है।” उन्होंने यह भी जोड़ा कि क्रिकेट में तकनीक और मानसिकता को बेहतर करने के लिए खुला दिमाग रखना जरूरी है।
सीनियर्स से सलाह का जादू
जहीर अब्बास ने पुराने दिनों की कुछ कहानियां साझा कीं, जो बाबर के लिए सबक हो सकती हैं। साल 2016 में पाकिस्तान के पूर्व कप्तान यूनिस खान ने अपनी बल्लेबाजी में सुधार के लिए भारत के दिग्गज मोहम्मद अजहरुद्दीन से सलाह ली थी। यूनिस ने अजहर के साथ नेट्स में घंटों चर्चा की और इसका नतीजा रहा कि उन्होंने इंग्लैंड में दोहरा शतक ठोक दिया।
जहीर ने एक और किस्सा सुनाया, जब 1989-90 में भारत के पाकिस्तान दौरे के दौरान अजहरुद्दीन ने खुद उनसे बल्लेबाजी की बारीकियां सीखी थीं। जहीर ने अजहर को उनकी ग्रिप बदलने की सलाह दी, जिसके बाद अजहर ने शानदार प्रदर्शन किया। इसी तरह, सईद अनवर ने सुनील गावस्कर से सलाह लेकर अपनी बल्लेबाजी को निखारा था। इन कहानियों से साफ है कि क्रिकेट में अनुभव का कोई विकल्प नहीं।
इंजमाम की नसीहत
पाकिस्तान के एक और पूर्व कप्तान इंजमाम उल हक ने भी बाबर को कुछ अनमोल सुझाव दिए हैं। इंजमाम का कहना है कि बाबर के पास हर तरह का शॉट खेलने की काबिलियत है, लेकिन उन्हें सही गेंदबाज और सही समय का इंतजार करना सीखना होगा। “हर गेंद पर शॉट खेलने की कोशिश मत करो। धैर्य रखो और समझदारी से बल्लेबाजी करो,” इंजमाम ने कहा। उन्होंने बाबर को सलाह दी कि अगर वह अपनी रणनीति में थोड़ा बदलाव करें, तो वह न सिर्फ रन बना सकते हैं, बल्कि अपनी टीम को ज्यादा मैच जिता सकते हैं।
बाबर के लिए सबक: अहंकार छोड़ें, सलाह अपनाएं
जहीर अब्बास ने बाबर के रवैये पर भी सवाल उठाए। उनका कहना है कि बाबर का बंद रवैया उनकी प्रगति में बाधा बन रहा है। “वह जल्दी आउट हो रहे हैं क्योंकि उनका दिमाग खुला नहीं है। अगर वह सीनियर्स से बात करें, तो उनकी तकनीक और मानसिकता में सुधार हो सकता है,” जहीर ने कहा। क्रिकेट के जानकारों का मानना है कि बाबर को अपने अहंकार को किनारे रखकर अनुभवी खिलाड़ियों के साथ खुलकर बात करनी चाहिए। यह न सिर्फ उनकी बल्लेबाजी को निखारेगा, बल्कि उनकी कप्तानी और नेतृत्व को भी मजबूत करेगा।
बाबर आजम की प्रतिभा पर कोई सवाल नहीं है, लेकिन क्रिकेट में प्रतिभा के साथ-साथ मेहनत, धैर्य और सही मार्गदर्शन की भी जरूरत होती है। जहीर और इंजमाम जैसे दिग्गजों की सलाह अगर बाबर दिल से अपनाएं, तो वह निश्चित रूप से अपने खराब फॉर्म से बाहर निकल सकते हैं। फैंस को उम्मीद है कि बाबर जल्द ही अपने पुराने रंग में लौटेंगे और अपने बल्ले से रनों की बरसात करेंगे। लेकिन सवाल यह है कि क्या बाबर इन नसीहतों को सुनेंगे, या फिर अपने रास्ते पर चलते रहेंगे?