Women’s Cricket : करोड़ों कमाने वाली मंधाना को मिली सिर्फ 5 लाख की डील, ये टीम बनी नई सनसनी

WMPL 2025 : भारत की स्टार क्रिकेटर और महिला क्रिकेट टीम की उपकप्तान स्मृति मंधाना एक बार फिर सुर्खियों में हैं। इस बार वह न तो अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में रन बरसाने के लिए चर्चा में हैं और न ही महिला प्रीमियर लीग (डब्ल्यूपीएल) की रिकॉर्ड-तोड़ बोली के लिए। बल्कि, स्मृति अब महाराष्ट्र प्रीमियर लीग (डब्ल्यूएमपीएल) के दूसरे सीजन में रत्नागिरी जेट्स की जर्सी में मैदान पर उतरने जा रही हैं। चौंकाने वाली बात यह है कि जहां स्मृति की सालाना कमाई करोड़ों में है, वहीं इस टूर्नामेंट के लिए उन्हें महज 5 लाख रुपये मिलेंगे। आइए, इस अनोखी कहानी को करीब से जानते हैं।
रत्नागिरी जेट्स की 'आइकन प्लेयर'
महाराष्ट्र प्रीमियर लीग का दूसरा सीजन मई 2025 के अंत में शुरू होने जा रहा है। इस बार रत्नागिरी जेट्स ने पहली बार महिला टूर्नामेंट में अपनी टीम उतारी है। गुरुवार, 17 अप्रैल 2025 को खिलाड़ियों की नीलामी से पहले, फ्रेंचाइजी ने स्मृति मंधाना को अपना 'आइकन प्लेयर' घोषित किया।
इसका मतलब है कि स्मृति के लिए कोई नीलामी नहीं हुई, बल्कि रत्नागिरी ने सीधे उनके साथ करार किया। डब्ल्यूएमपीएल के नियमों के मुताबिक, आइकन प्लेयर को 5 लाख रुपये की सैलरी मिलती है। अगर नीलामी में किसी अन्य खिलाड़ी की बोली इससे ज्यादा होती है, तो आइकन प्लेयर को अतिरिक्त राशि दी जाती है। लेकिन रत्नागिरी ने किसी भी खिलाड़ी को 5 लाख से ज्यादा में नहीं खरीदा, इसलिए स्मृति को इस टूर्नामेंट के लिए 5 लाख रुपये ही मिलेंगे।
करोड़ों की कमाई और लाखों की सैलरी
स्मृति मंधाना का नाम आज भारतीय क्रिकेट में सबसे बड़े सितारों में शुमार है। महिला प्रीमियर लीग में उन्हें 3.4 करोड़ रुपये की रिकॉर्ड बोली के साथ खरीदा गया था, जो उन्हें इस लीग की सबसे महंगी खिलाड़ी बनाता है। इसके अलावा, बीसीसीआई के सालाना अनुबंध के तहत स्मृति को 50 लाख रुपये मिलते हैं।
वह टी-20 मैच के लिए 3 लाख, वनडे के लिए 6 लाख और टेस्ट मैच के लिए 15 लाख रुपये की फीस पाती हैं। इन सबके बीच, स्मृति की सालाना कमाई करोड़ों में पहुंचती है। ऐसे में, महज 5 लाख रुपये के लिए दो हफ्ते का टूर्नामेंट खेलना उनके जुनून और खेल के प्रति समर्पण को दर्शाता है।
डब्ल्यूएमपीएल: महिला क्रिकेट को नया मंच
महाराष्ट्र प्रीमियर लीग ने 2023 में अपने सफर की शुरुआत की थी, लेकिन शुरू में यह केवल पुरुषों का टूर्नामेंट था। 2024 में महिला टूर्नामेंट की शुरुआत हुई, जिसने स्थानीय स्तर पर महिला क्रिकेटरों को एक नया मंच दिया। इस साल रत्नागिरी जेट्स जैसी नई टीमें शामिल हो रही हैं, जो इस लीग को और रोमांचक बना रही हैं। स्मृति जैसे बड़े नामों की मौजूदगी से न केवल टूर्नामेंट की लोकप्रियता बढ़ेगी, बल्कि युवा खिलाड़ियों को भी प्रेरणा मिलेगी।
स्मृति का जुनून और प्रेरणा
स्मृति मंधाना का यह फैसला सिर्फ पैसे की बात नहीं है। यह उनके खेल के प्रति प्यार और जमीनी स्तर पर क्रिकेट को बढ़ावा देने की उनकी इच्छा को दर्शाता है। जहां वह विश्व कप जैसे बड़े मंचों पर देश का नाम रोशन करने की तैयारी कर रही हैं, वहीं छोटे टूर्नामेंट्स में खेलकर वह युवा क्रिकेटरों के लिए एक मिसाल कायम कर रही हैं। स्मृति का यह कदम बताता है कि क्रिकेट उनके लिए सिर्फ कमाई का जरिया नहीं, बल्कि एक जुनून है।