Haryana News: 24 घंटे फ्री बिजली अब सपना नहीं! हरियाणा के इन गांवों में शुरू हुई ऐतिहासिक योजना

Haryana News: प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के तहत हरियाणा के रोहतक जिले में 44 गांवों को आदर्श सोलर गांव के रूप में विकसित करने की योजना है। इन गांवों में सोलर पैनल, सोलर स्ट्रीट लाइट, और सोलर पंप लगाकर स्वच्छ ऊर्जा को बढ़ावा दिया जाएगा।
Haryana News: 24 घंटे फ्री बिजली अब सपना नहीं! हरियाणा के इन गांवों में शुरू हुई ऐतिहासिक योजना

Haryana News: हरियाणा के रोहतक जिले में सौर ऊर्जा के क्षेत्र में एक नई शुरुआत होने जा रही है। प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के तहत जिले के 44 गांवों को आदर्श सोलर गांव के रूप में विकसित करने की योजना है। यह पहल न केवल ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छ और हरित ऊर्जा को बढ़ावा देगी, बल्कि बिजली के बिलों पर होने वाले खर्च को भी कम करेगी।

रोहतक के डिप्टी कमिश्नर (डीसी) ने बताया कि इस योजना के तहत चयनित गांवों में सौर ऊर्जा आधारित ढांचे को विकसित करने के लिए एक विशेष प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा, जिसमें सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले गांव को 1 करोड़ रुपये का पुरस्कार दिया जाएगा। आइए, इस योजना के विभिन्न पहलुओं को समझते हैं और जानते हैं कि यह हरियाणा के ग्रामीण जीवन को कैसे बदल सकता है।

सौर ऊर्जा से आत्मनिर्भर होंगे गांव

प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों को सौर ऊर्जा के माध्यम से आत्मनिर्भर बनाना है। इस योजना के तहत गांवों में सौर ऊर्जा आधारित बुनियादी ढांचे को विकसित किया जाएगा, जिसमें घरों और सार्वजनिक भवनों की छतों पर सोलर पैनल लगाए जाएंगे।

इसके अलावा, सौर ऊर्जा आधारित लाइटिंग सिस्टम, वाटर सप्लाई सिस्टम, और कृषि कार्यों के लिए सोलर पंप स्थापित किए जाएंगे। गांव की गलियों और सड़कों पर सोलर स्ट्रीट लाइट्स लगाकर रात के समय भी उजाला सुनिश्चित किया जाएगा। डीसी के अनुसार, इस पहल से गांवों को 24 घंटे बिजली आपूर्ति मिलेगी, जिससे न केवल बिजली बिल कम होंगे, बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी बल मिलेगा।

मॉडल सोलर गांव प्रतियोगिता: एक अनूठा अवसर

रोहतक जिले में 8 अक्टूबर 2025 तक एक मॉडल सोलर गांव प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा, जिसमें जिले के 44 गांव हिस्सा लेंगे। इस प्रतियोगिता का उद्देश्य सौर ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा देना और गांवों को स्वच्छ ऊर्जा के मामले में एक मॉडल के रूप में स्थापित करना है।

डीसी ने बताया कि जो गांव इस प्रतियोगिता में सबसे बेहतर प्रदर्शन करेगा, उसे सौर ऊर्जा आधारित ढांचे को और मजबूत करने के लिए 1 करोड़ रुपये की पुरस्कार राशि प्रदान की जाएगी। यह राशि गांव में सौर ऊर्जा से संबंधित और अधिक सुविधाओं को विकसित करने में मदद करेगी, जिससे गांव न केवल आत्मनिर्भर बनेगा, बल्कि अन्य गांवों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बनेगा।

चयनित गांव: रोहतक के 44 रत्न

रोहतक जिले के 44 गांवों को इस महत्वाकांक्षी योजना के लिए चुना गया है। इनमें टिटौली, चिड़ी, सांघी, खिड़वाली, इस्माइला 11बी, खरावड़, भालोट, जसिया, हसनगढ़, रूडकी, समचाना, रिठाल फोगाट, गांधरा, मकडौली कलां, पाकस्मा, किलोई दोपाना, किलोई खास, कंसाला, घरौंठी, बहुअकबरपुर, फरमाणा खास, लाखनमाजरा, गिरावड़, किशनगढ़, मदीना कोरसान, मदीना गिंधराण, निंदाना टीगरी, मोखरा खास, सीसर खास, खरकड़ा छाजान, भैणी महाराजपुर, बैंसी, बहलबा, मोखरा खेड़ी, कहनौर, बालंद, सुंडाना, बनियानी, करौंथा, निंगाना, कटेसरा, पिलाना, रिटौली शामिल हैं। ये गांव हरियाणा के सौर ऊर्जा क्रांति का नेतृत्व करेंगे और अन्य जिलों के लिए एक उदाहरण प्रस्तुत करेंगे।

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