गुरुग्रामवासियों को बड़ी राहत! अब नहीं लगेंगे ट्रैफिक में घंटे, बन रहा है नया बाइपास

Haryana News : हरियाणा के तेजी से बढ़ते शहर गुरुग्राम में ट्रैफिक जाम एक आम समस्या बन चुकी है। व्यस्त सड़कों पर घंटों रेंगते वाहन और चालकों की बढ़ती बेचैनी को देखते हुए गुरुग्राम मेट्रो डिवलेपमेंट अथॉरिटी (GMDA) ने एक नई पहल शुरू की है।
इस योजना के तहत धनकोट गांव के पास एक बाईपास सड़क का निर्माण किया जाएगा, जो पुराने गुरुग्राम से झज्जर जाने वाले मार्ग पर ट्रैफिक के दबाव को कम करेगा। यह परियोजना मई 2025 तक अंतिम रूप ले लेगी, जिससे स्थानीय निवासियों और यात्रियों को बड़ी राहत मिलने की उम्मीद है।
धनकोट की संकरी सड़कों का दर्द
गुरुग्राम से झज्जर जाने वाले मार्ग पर धनकोट गांव के पास सड़क की चौड़ाई बेहद कम है। खासकर सुबह और शाम के व्यस्त समय में यहाँ ट्रैफिक जाम की स्थिति इतनी भयावह हो जाती है कि 500 मीटर की दूरी तय करने में 25 मिनट से अधिक समय लग जाता है। बसई रोड, जो इस मार्ग का मुख्य हिस्सा है, पर वाहनों की लंबी कतारें आम बात हैं।
इस समस्या से निपटने के लिए पहले भी कई प्रयास किए गए, लेकिन स्थायी समाधान नहीं मिल पाया। पिछले साल तत्कालीन डीसी निशांत कुमार यादव ने सड़क को चौड़ा करने और वैकल्पिक मार्ग विकसित करने की योजना बनाई थी। हालांकि, गुरुग्राम नहर के पास सड़क चौड़ीकरण का काम पूरा नहीं हो सका।
नई योजना, नई उम्मीद
इस बार शहरी विकास मंत्रालय के प्रधान सलाहकार और रिटायर्ड मुख्य सचिव डीएस ढेसी ने इस समस्या को गंभीरता से लिया है। उनकी अगुवाई में एक नई बाईपास सड़क की योजना तैयार की जा रही है, जो धनकोट गांव से शुरू होकर ट्रैफिक को सुगम बनाएगी। यह बाईपास न केवल स्थानीय लोगों के लिए समय बचाएगा, बल्कि गुरुग्राम और झज्जर के बीच आवागमन को भी तेज करेगा। इस परियोजना को लागू करने के लिए GMDA ने सभी हितधारकों के साथ विचार-विमर्श शुरू कर दिया है।
लोगों को मिलेगी राहत
यह बाईपास सड़क न केवल ट्रैफिक जाम की समस्या को कम करेगी, बल्कि सड़क सुरक्षा को भी बढ़ाएगी। स्थानीय निवासियों का कहना है कि इस तरह की परियोजनाएँ शहर के विकास के लिए बेहद जरूरी हैं। एक स्थानीय दुकानदार, रमेश कुमार, ने बताया, “हर दिन ट्रैफिक में फंसना हमारी दिनचर्या बन गया है।
अगर यह बाईपास बन जाता है, तो समय और ईंधन दोनों की बचत होगी।” इस परियोजना के पूरा होने से न केवल गुरुग्राम के नागरिकों को राहत मिलेगी, बल्कि यह हरियाणा के शहरी विकास के लिए एक मील का पत्थर साबित हो सकता है।
भविष्य की योजनाएँ
GMDA का लक्ष्य न केवल इस बाईपास को समय पर पूरा करना है, बल्कि भविष्य में गुरुग्राम की अन्य व्यस्त सड़कों पर भी ऐसी योजनाएँ लागू करना है। शहरीकरण की रफ्तार को देखते हुए ट्रैफिक प्रबंधन और सड़क बुनियादी ढांचे का विकास अब पहले से कहीं अधिक महत्वपूर्ण हो गया है। इस दिशा में हरियाणा सरकार और GMDA के प्रयास सराहनीय हैं और आने वाले समय में शहरवासियों के लिए एक सुगम और तनावमुक्त यात्रा का अनुभव सुनिश्चित करेंगे।