Haryana News : SC और OBC बच्चों के लिए मुख्यमंत्री ने की बड़ी घोषणा, मेडिकल और इंजीनियरिंग की पढ़ाई अब मुफ्त

Haryana News : हरियाणा सरकार ने अनुसूचित जाति (SC) और अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) के बच्चों के लिए एक ऐतिहासिक कदम उठाया है, जो उनके भविष्य को नई दिशा दे सकता है। अब इन वर्गों के बच्चे देश के किसी भी संस्थान में मेडिकल या इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी तरह मुफ्त कर सकेंगे।
इस योजना का पूरा खर्च राज्य सरकार वहन करेगी, जिससे आर्थिक तंगी के कारण उच्च शिक्षा से वंचित रहने वाले परिवारों को बड़ी राहत मिलेगी। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने इस महत्वाकांक्षी योजना की घोषणा की, जिसका उद्देश्य समाज के कमजोर वर्गों को सशक्त बनाना है।
मुख्यमंत्री की प्रेरणादायक घोषणा
गुरुग्राम में महात्मा ज्योतिबा फुले की जयंती के अवसर पर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने इस योजना का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि हरियाणा के SC और OBC बच्चे चाहे देश के किसी भी कोने से मेडिकल या इंजीनियरिंग की पढ़ाई करें, उनकी फीस का 100% खर्च सरकार उठाएगी।
इस योजना को और सुगम बनाने के लिए जल्द ही एक ऑनलाइन पोर्टल शुरू किया जाएगा, जिसके जरिए बच्चे आसानी से इस सुविधा का लाभ ले सकेंगे। सैनी ने शिक्षा को सामाजिक बदलाव का सबसे बड़ा हथियार बताया और बच्चों को शिक्षित करने को महात्मा ज्योतिबा फुले के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि करार दिया।
शिक्षा लोन
इसके साथ ही, मुख्यमंत्री ने OBC क्रीमी लेयर की आय सीमा को 6 लाख से बढ़ाकर 8 लाख रुपये करने की घोषणा की। इससे अब अधिक परिवार इस श्रेणी के तहत लाभ उठा सकेंगे। इसके अलावा, जिन परिवारों की वार्षिक आय 3 लाख रुपये तक है, उनके बच्चों को देश में पढ़ाई के लिए 15 लाख रुपये तक का लोन और विदेश में पढ़ाई के लिए 20 लाख रुपये तक का लोन केवल 4% ब्याज दर पर उपलब्ध होगा। यह सस्ता लोन उन परिवारों के लिए वरदान साबित होगा, जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं, लेकिन अपने बच्चों को उच्च शिक्षा दिलाने का सपना देखते हैं।
शिक्षा के जरिए समाज में बदलाव
मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील की कि वे अपने बच्चों को शिक्षित करने पर ध्यान दें। उन्होंने कहा कि शिक्षा न केवल व्यक्ति को आत्मनिर्भर बनाती है, बल्कि पूरे समाज को नई दिशा देती है। इस योजना के तहत सरकार का लक्ष्य है कि कोई भी प्रतिभाशाली बच्चा आर्थिक कमी के कारण अपने सपनों से वंचित न रहे। यह पहल न केवल हरियाणा के युवाओं को सशक्त बनाएगी, बल्कि समाज में समानता और प्रगति को भी बढ़ावा देगी।