Haryana Lok Sabha Elections: सांसद बृजेंद्र सिंह के कांग्रेस में जाने के बाद बदले समीकरण, BJP-JJP में हो सकता है गठबंधन

Haryana Lok Sabha Elections: हिसार लोकसभा से रविवार को भाजपा के मौजूदा सांसद बृजेंद्र सिंह ने पार्टी को अलविदा कह दिया था. इन्हें मौजूदा समय भाजपा से टिकट ना मिलने की आशंका थी. इसी के चलते वह कांग्रेस में शामिल हुए हैं.
Haryana Lok Sabha Elections: सांसद बृजेंद्र  सिंह के कांग्रेस में जाने के बाद बदले समीकरण, BJP-JJP में हो सकता है गठबंधन 
न्यूज डेस्क, दून हॉराइज़न, चंडीगढ़ (हरियाणा)

हरियाणा में 10 लोकसभा सीटों पर भाजपा (BJP) सीटों पर लड़ने का ऐलान किया था. लेकिन अब भाजपा के सांसद बृजेंद्र  सिंह के कांग्रेस में जाने के बाद अब समीकरण बदले हैं. ऐसे में अब सूत्र बताते हैं कि इस सीट को भारतीय जनता पार्टी जन जननायक पार्टी (JJP and BJP) को दे सकती है. दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी की अहम मीटिंग है.

जानकारी के अनुसार, हिसार भिवाड़ी-महेंद्रगढ़ सीट पर जेजेपी चुनाव लड़ना चाहती है. ऐसे में दिल्ली और जजेपी के नेता दिल्ली में मुलाकात करेंगे. जजेपी के नेता दुष्यंत चौटाला सोमवार को दिल्ली गए हैं और यहां पर उन्होंने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की है. इस दौरान वह भाजपा और जजेपी के साथ गठबंधन पर चर्चा करेंगे.

भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजय वर्गीय और प्रदेश अध्यक्ष नायब सैनी ने रविवार को हरियाणा के सोनीपत में मीटिंग की.  पिछली बार बीजेपी ने दस की दस लोकसभा सीभट जीतने का रिकार्ड बनाया था. विजय वर्गीय हरियाणा भाजपा के प्रभारी हैं.

विजयवर्गीय ने हिसार से सांसद बृजेंद्र सिंह के भाजपा छोड़ने पर कहा कि उनके जाने से पार्टी को कोई फर्क नहीं पड़ेगा. भाजपा एक समुद्र है और एक दो मोती इधर-उधर हो जाए, तो उससे समंदर को कोई फर्क नहीं पड़ता है.

विजयवर्गीय का कहना है कि भाजपा और जेजेपी के हरियाणा में गठबंधन पार्टी को फैसला करना है. चुनाव अकेले लड़ा जाएगा या गठबंधन होगा. फिलहाल, इस बारे में वह कुछ नहीं कहेंगे.

क्यों छोड़ी भाजपा

हिसार लोकसभा से रविवार को भाजपा के मौजूदा सांसद बृजेंद्र सिंह ने पार्टी को अलविदा कह दिया था. इन्हें मौजूदा समय भाजपा से टिकट ना मिलने की आशंका थी. इसी के चलते वह कांग्रेस में शामिल हुए हैं. बता दे कि बृजेंद्र सिंह के पिता बीरेंद्र सिंह केंद्र की मोदी सरकार में मंत्री भी रहे हैं. हालांकि.

अब तक वह कांग्रेस में शामिल नहीं हुए हैं. बृजेंद्र सिंह की माता प्रेमलता पहले उचाना सीट से विधानसभा चुनाव लड़ चुकी हैं. पिता बीरेंद्र सिंह जाट नेता के तौर जाने चाहते हैं.  इन कारणों के चलते भी बृजेंद्र सिंह वह भाजपा से खुश नहीं थे.

ऐसे में उन्होंने पार्टी छोड़ने का फैसला लिया. बता दें कि हरियाणा में भाजपा और जजेपी की सरकार है. हालांकि, दोनों ने बीता विधानसभा चुनाव अलग-अलग लड़ा था.

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