Haryana News : हरियाणा वालों के लिए बड़ी खबर, Hydrogen Train आने को तैयार!

Haryana News : हरियाणा में देश की पहली हाइड्रोजन ट्रेन जींद-सोनीपत रेलवे लाइन पर जुलाई से शुरू होगी। जींद में हाइड्रोजन प्लांट तैयार, 1200 हॉर्स पावर की पर्यावरण अनुकूल ट्रेन 2500 यात्रियों को ले जाएगी। शून्य कार्बन उत्सर्जन के साथ हरित प्रौद्योगिकी को बढ़ावा।
Haryana News : हरियाणा वालों के लिए बड़ी खबर, Hydrogen Train आने को तैयार! 

Haryana News : हरियाणा के लोग जल्द ही न केवल रेल यात्रा का आनंद लेंगे, बल्कि देश की पहली हाइड्रोजन ट्रेन में सफर करने का अनूठा अनुभव भी प्राप्त करेंगे। जींद और सोनीपत रेलवे लाइन पर चलने वाली यह ट्रेन हरित प्रौद्योगिकी का एक शानदार उदाहरण होगी। इस साल जुलाई तक जींद में हाइड्रोजन गैस प्लांट का निर्माण पूरा हो जाएगा, जिसके बाद यह ट्रेन पटरी पर दौड़ने के लिए तैयार होगी। आइए, इस क्रांतिकारी पहल के बारे में विस्तार से जानें।

देश की पहली हाइड्रोजन ट्रेन का आगाज

हरियाणा के जींद में बन रहा हाइड्रोजन गैस प्लांट देश में हरित ऊर्जा की दिशा में एक बड़ा कदम है। उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक अशोक वर्मा ने हाल ही में जींद रेलवे स्टेशन और हाइड्रोजन प्लांट का निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि चेन्नई की इंटीग्रल कोच फैक्ट्री में इस ट्रेन का निर्माण अंतिम चरण में है। सुरक्षा व्यवस्था को प्राथमिकता देते हुए यह ट्रेन जुलाई तक जींद-सोनीपत रेलवे लाइन पर ट्रायल के लिए तैयार होगी। ट्रायल सफल होने के बाद इसे आधिकारिक रूप से हरी झंडी दिखाई जाएगी।

हाइड्रोजन ट्रेन की अनूठी विशेषताएं

हाइड्रोजन ट्रेन न केवल तकनीकी रूप से उन्नत है, बल्कि पर्यावरण के लिए भी पूरी तरह अनुकूल है। यह ट्रेन हाइड्रोजन ईंधन सेल पर काम करती है, जिसमें हाइड्रोजन और ऑक्सीजन की रासायनिक प्रतिक्रिया से बिजली उत्पन्न होती है। इस प्रक्रिया में केवल पानी और ऊर्जा निकलती है, जिससे कोई प्रदूषण नहीं होता। यह ट्रेन 110 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ सकती है और इसमें 2500 से अधिक यात्री एक साथ सफर कर सकते हैं। इसका डिज़ाइन और लुक भी अन्य ट्रेनों से अलग और आकर्षक होगा।

पर्यावरण संरक्षण में अहम योगदान

हाइड्रोजन ट्रेन भारत के शून्य कार्बन उत्सर्जन लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह ट्रेन कार्बन उत्सर्जन को कम करने में मदद करेगी, जो पर्यावरण संरक्षण के लिए जरूरी है। विश्व में केवल चार देशों—जर्मनी, फ्रांस, इटली और चीन—में हाइड्रोजन ट्रेनें संचालित होती हैं। भारत की यह ट्रेन 1200 हॉर्स पावर की क्षमता के साथ वैश्विक मानकों को पार करेगी, जो इसे इस श्रेणी में सबसे शक्तिशाली बनाती है।

हरियाणा के लिए गर्व का क्षण

हाइड्रोजन ट्रेन का संचालन हरियाणा के लिए न केवल तकनीकी उपलब्धि है, बल्कि एक गर्व का क्षण भी है। यह ट्रेन न सिर्फ यात्रियों को तेज और सुरक्षित सफर का अनुभव देगी, बल्कि हरित प्रौद्योगिकी को बढ़ावा देकर भविष्य की पीढ़ियों के लिए स्वच्छ पर्यावरण सुनिश्चित करेगी। जींद और सोनीपत के बीच शुरू होने वाली यह सेवा जल्द ही अन्य रेलवे लाइनों पर भी विस्तारित हो सकती है।

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