Haryana News : हरियाणा के सरकारी कर्मचारियों के लिए बड़ा मौका, अब सोशल मीडिया से कमा सकते हैं पैसा

Haryana News : हरियाणा विधानसभा का हालिया सत्र कई अहम और चर्चित मुद्दों का गवाह बना। शून्यकाल से लेकर प्रश्नकाल तक, विधायकों ने सरकार से तीखे सवाल पूछे, वहीं सरकार ने भी अपने जवाबों से स्थिति स्पष्ट करने की कोशिश की। कानून-व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति से लेकर सरकारी कर्मचारियों की सोशल मीडिया कमाई और निजी स्कूलों की मनमानी तक, हर मुद्दे पर गहरी बहस हुई। आइए, इस सत्र की खास बातों को करीब से समझते हैं।
कानून-व्यवस्था पर सवाल, गैंगस्टरों का आतंक
कांग्रेस विधायक मनदीप चड्ढा ने शून्यकाल में हरियाणा में बिगड़ती कानून-व्यवस्था का मुद्दा उठाया। उन्होंने एक दिल दहला देने वाला किस्सा सुनाया कि कैसे हंसा गांव के सरपंच के फाइनेंसर बेटे को उसकी शादी के दौरान बदमाशों ने गोली मार दी। इसके महज तीन दिन बाद ही मशहूर फाइनेंसर संत को धमकी भरा फोन आया।
चड्ढा ने सवाल उठाया कि जब तक विदेशों में छिपे गैंगस्टरों को डिपोर्ट कर वापस नहीं लाया जाएगा, तब तक राज्य में शांति कैसे कायम होगी? जवाब में मंत्री अरविंद शर्मा ने भरोसा दिलाया कि अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई शुरू हो चुकी है। लेकिन सवाल यह है कि क्या यह कार्रवाई आम लोगों के मन से डर निकाल पाएगी?
सोशल मीडिया से कमाई का नया रास्ता
सत्र में एक रोचक खुलासा हुआ कि हरियाणा के सरकारी कर्मचारी और अधिकारी अब सोशल मीडिया से कमाई कर सकते हैं। कांग्रेस विधायक शीशपाल केहरवाला ने पूछा कि क्या कर्मचारी इंस्टाग्राम, फेसबुक और यूट्यूब जैसे प्लेटफॉर्म पर कंटेंट बना सकते हैं। मुख्यमंत्री नायब सिंह ने साफ किया कि सरकार ने इसके लिए गाइडलाइंस जारी की हैं।
कर्मचारी ड्यूटी के बाद अपनी कला या वैज्ञानिक सोच को展现 करने के लिए इन प्लेटफॉर्म्स का इस्तेमाल कर सकते हैं। सालाना 8,000 रुपये तक की कमाई पर कोई रोक नहीं है, लेकिन इससे ज्यादा कमाई होने पर एक-तिहाई राशि सरकारी खजाने में जमा करानी होगी। यह नियम उन लोगों के लिए राहत भरा है जो अपनी प्रतिभा को दुनिया के सामने लाना चाहते हैं।
निजी स्कूलों की लूट पर हुड्डा की चिंता
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने निजी स्कूलों की मनमानी पर कड़ा रुख अपनाया। उन्होंने कहा कि 50 रुपये की किताब को 150 रुपये में बेचा जा रहा है और ड्रेस व अन्य शुल्कों के नाम पर अभिभावकों की जेब काटी जा रही है। हुड्डा ने सरकार से मांग की कि इसकी जांच के लिए एक डेस्क बनाई जाए। उनका यह बयान उन लाखों माता-पिता की आवाज बना, जो हर साल स्कूलों की फीस और खर्चों से परेशान हैं।
कृषि विश्वविद्यालय में मनमानी का आरोप
कांग्रेस विधायक शीशपाल केहरवाला ने हिसार के हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में कुलपति की कार्यशैली पर सवाल उठाए। उन्होंने आरोप लगाया कि कुलपति ने दो साल के एक्सटेंशन के नियम को ताक पर रखकर चार साल का विस्तार हासिल किया। इतना ही नहीं, अपनी पत्नी को बिना पद के डायरेक्टर बना दिया और 28 रिटायर्ड इंजीनियरों को नौकरी पर रख लिया। यह सवाल उठता है कि क्या विश्वविद्यालय में नियमों की अनदेखी हो रही है?
शहीद स्मारक पर भाजपा में तकरार
सत्र में भाजपा विधायक ओमप्रकाश यादव और मंत्री राव नरबीर के बीच नसीबपुर गांव में शहीद स्मारक बनाने को लेकर बहस छिड़ गई। यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री ने इसकी घोषणा की थी, लेकिन मंत्री का जवाब उदासीन था। जवाब में नरबीर ने कहा कि सरकार शहीदों का सम्मान करती है। यह बहस दिखाती है कि कई बार एक ही पार्टी के नेता भी एक मुद्दे पर अलग-अलग राय रखते हैं।
हरियाणा विधानसभा का यह सत्र न सिर्फ सरकार की नीतियों को सामने लाया, बल्कि आम लोगों से जुड़े मुद्दों पर भी रोशनी डाली। अब देखना यह है कि इन सवालों का जवाब धरातल पर कितना असर दिखाता है।