Haryana News : हरियाणा के फरीदाबाद में भाजपा विधायक के बेटों की पिटाई, आरोपी ट्रेनर बोला - पिस्टल और हथियार लेकर पहुंचे थे गुंडे

Haryana News : फरीदाबाद शहर में एक सनसनीखेज घटना ने सबका ध्यान खींचा है। होडल से भाजपा विधायक हरेंद्र सिंह के बेटों, विशाल और जगप्रिय, के साथ एक स्थानीय जिम में हुई मारपीट ने विवाद को जन्म दे दिया है। यह मामला तब और गंभीर हो गया जब दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर गंभीर आरोप लगाए।
पुलिस ने इस मामले में जांच शुरू कर दी है, लेकिन यह घटना सामाजिक तनाव और विशेषाधिकार के दुरुपयोग जैसे सवालों को उठा रही है। आइए, इस घटना के हर पहलू को समझते हैं।
जिम में शुरू हुआ विवाद
यह सब तब शुरू हुआ जब विशाल और जगप्रिय फरीदाबाद के एक जिम में कसरत करने पहुंचे। विधायक के बेटों का कहना है कि जिम ट्रेनर और उसके साथियों ने उनके साथ बदतमीजी की। उन्होंने आरोप लगाया कि ट्रेनर ने न केवल उन्हें गालियां दीं, बल्कि जातिसूचक शब्दों का भी इस्तेमाल किया।
विशाल ने बताया कि ट्रेनर ने अपने कुछ साथियों को बुलाया, जो सफेद स्कॉर्पियो गाड़ी में आए और दोनों भाइयों को जमीन पर गिराकर लात-घूंसे मारे। इस मारपीट में उन्हें गंभीर चोटें भी आईं। यह सुनकर कोई भी हैरान रह जाएगा कि एक जिम जैसी जगह, जहां लोग अपनी सेहत सुधारने आते हैं, वहां ऐसा बवाल हो सकता है।
ट्रेनर का पक्ष: अकड़ और गुंडागर्दी का आरोप
दूसरी ओर, जिम ट्रेनर ने भी अपनी कहानी सुनाई, जो इस मामले को और उलझा देती है। ट्रेनर का कहना है कि विधायक के बेटे जिम में अकड़ दिखा रहे थे और बाकी लोगों को कसरत करने में परेशान कर रहे थे। उन्होंने यह भी दावा किया कि विशाल और जगप्रिय ने कुछ गुंडों को बुलाया, जिनके पास पिस्तौल और तेजधार हथियार थे। ट्रेनर का कहना है कि उन्होंने सिर्फ अपनी और जिम में मौजूद लोगों की सुरक्षा के लिए अपने दोस्तों को बुलाया था। यह सुनकर सवाल उठता है कि आखिर सच क्या है और यह मामला इतना बिगड़ कैसे गया?
पुलिस की कार्रवाई और जांच
रात 11 बजे के आसपास पुलिस को इस हंगामे की सूचना मिली। एसीपी सेंट्रल राजीव कुमार ने बताया कि दोनों पक्षों ने शिकायत दर्ज की है। विशाल की शिकायत पर पांच लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है, और तीन लोगों का मेडिकल टेस्ट भी कराया गया है। पुलिस ने जिम ट्रेनर के आरोपों की भी जांच शुरू की है।
एसीपी ने यह भी साफ किया कि यह पूरा विवाद जिम के अंदर ही हुआ। मेडिकल रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। पुलिस की त्वरित प्रतिक्रिया ने मामले को और बिगड़ने से रोका, लेकिन यह सवाल अब भी बना हुआ है कि इस तरह की घटनाएं क्यों हो रही हैं?
यह घटना सिर्फ एक मारपीट का मामला नहीं है। यह समाज में बढ़ते तनाव, विशेषाधिकार के दुरुपयोग और आपसी सहनशीलता की कमी को दर्शाती है। जिम जैसी जगह, जो सेहत और सकारात्मकता का प्रतीक है, वहां हिंसा और गाली-गलौज का होना चिंता की बात है। यह हमें सोचने पर मजबूर करता है कि क्या हम अपने गुस्से और अहंकार को काबू में रख पा रहे हैं? क्या शक्ति और रसूख का इस्तेमाल गलत तरीके से हो रहा है?
पुलिस इस मामले की गहराई से जांच कर रही है, और जल्द ही सच सामने आएगा। लेकिन यह घटना हमें एक सबक देती है कि हमें एक-दूसरे के साथ सम्मान और धैर्य से पेश आना चाहिए। हमारी प्रार्थना है कि इस मामले में न्याय हो और भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों। फरीदाबाद के लोग इस घटना से स्तब्ध हैं, और हम उम्मीद करते हैं कि यह शहर फिर से शांति और सौहार्द का प्रतीक बनेगा।