Haryana News : कबीर जयंती समारोह में CM सैनी का धमाकेदार स्वागत! तालियों से गूंज उठा सिरसा


हरियाणा के सिरसा जिले में कबीर जयंती का उत्सव धूमधाम से मनाया गया, जहां मुख्यमंत्री Nayab Singh Saini ने अनाज मंडी में आयोजित समारोह में शिरकत की। यह आयोजन संत कबीर दास की शिक्षाओं और उनके सामाजिक समरसता के संदेश को जीवंत करने का एक शानदार अवसर था।
सिरसा की जनता ने अपने मुख्यमंत्री का गर्मजोशी से स्वागत किया, और मंच पर उनके साथ कैबिनेट मंत्री Ranbir Singh Gangwa, minister Dr. Arvind Sharma, Rajya Sabha सांसद Subhash Barala और पूर्व सांसद Sunita Duggal जैसे प्रमुख नेता मौजूद रहे।
यह समारोह न केवल धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व का प्रतीक बना, बल्कि सामाजिक एकता और विकास के लिए नए कदमों की शुरुआत भी साबित हुआ।
CM Nayab Singh Saini का जोरदार स्वागत
सिरसा की अनाज मंडी में कबीर जयंती समारोह का माहौल उत्साह और भक्ति से भरा हुआ था। जैसे ही CM Nayab Singh Saini मंच पर पहुंचे, लोगों ने तालियों और जयकारों के साथ उनका स्वागत किया।
आयोजकों ने उनकी उपस्थिति को सम्मान देते हुए उन्हें विशेष स्मृति चिन्ह और गदा भेंट की। पूर्व सांसद Sunita Duggal ने इस अवसर पर आयोजन की सफलता के लिए सभी का आभार व्यक्त किया और संत कबीर दास के विचारों को जन-जन तक पहुंचाने की प्रतिबद्धता दोहराई। यह पल हरियाणा के लोगों के लिए गर्व और उत्साह का क्षण था।
संत कबीर दास भवन की मांग
समारोह के दौरान, आयोजकों और स्थानीय लोगों ने CM Nayab Singh Saini से एक विशेष मांग रखी। उन्होंने सिरसा में संत कबीर दास भवन के निर्माण के लिए 5 एकड़ जमीन और 25 करोड़ रुपये की सहायता मांगी।
यह भवन न केवल कबीरपंथियों के लिए एक आध्यात्मिक केंद्र होगा, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक गतिविधियों का भी प्रमुख स्थल बनेगा। लोगों को उम्मीद है कि CM Nayab Singh Saini इस मांग को पूरा करेंगे और सिरसा को यह अनमोल सौगात देंगे।
इस प्रस्ताव को लेकर स्थानीय जनता में उत्साह का माहौल है, और सभी की नजरें मुख्यमंत्री के अगले कदम पर टिकी हैं।
हरियाणा की सांस्कृतिक धरोहर को बढ़ावा
कबीर जयंती का यह आयोजन हरियाणा की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक धरोहर को संजोने का एक शानदार उदाहरण है। संत कबीर दास के विचार आज भी समाज में समानता, भाईचारा और सत्य की खोज को प्रेरित करते हैं।
CM Nayab Singh Saini ने अपने संबोधन में कबीर के संदेशों को अपनाने और समाज में एकता को बढ़ावा देने की बात कही। इस आयोजन ने न केवल सिरसा के लोगों को एक मंच पर लाया, बल्कि पूरे हरियाणा में कबीरपंथ के प्रति जागरूकता फैलाने में भी मदद की।